प्रमुख बिंदु-
नई दिल्ली, 2 सितंबर 2025: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने बिहार के दरभंगा में कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के मंच से अपनी स्वर्गीय मां हीराबेन मोदी के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणियों पर गहरा दुख जताया। वर्चुअल माध्यम से बिहार राज्य जीविका निधि साख सहकारी संघ लिमिटेड के उद्घाटन के दौरान उन्होंने भावुक होकर कहा कि यह अपमान सिर्फ उनकी मां का नहीं, बल्कि देश की हर मां, बहन और बेटी का अपमान है। पीएम मोदी ने बिहार की सांस्कृतिक परंपराओं का हवाला देते हुए कहा कि मां का स्थान देवता-पितरों से भी ऊपर है और इस तरह की भाषा बिहार की मर्यादाओं के खिलाफ है।
क्या है पूरा मामला?
हाल ही में बिहार के दरभंगा में कांग्रेस और RJD की संयुक्त ‘वोटर अधिकार यात्रा’ के दौरान एक मंच से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी स्वर्गीय मां हीराबेन मोदी के खिलाफ आपत्तिजनक और अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया गया। इस घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसके बाद पूरे देश में हंगामा मच गया। आयोजनकर्ता मोहम्मद नौशाद ने सफाई दी कि यह टिप्पणी एक बाहरी व्यक्ति ने की थी, लेकिन बीजेपी ने इसे कांग्रेस और RJD की मानसिकता का हिस्सा बताया। इस विवाद ने बिहार की सियासत को गरमा दिया है और बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पटना में कांग्रेस कार्यालय के बाहर प्रदर्शन भी किया।

PM Modi का भावुक संबोधन
मंगलवार, 2 सितंबर 2025 को, पीएम मोदी ने बिहार राज्य जीविका निधि साख सहकारी संघ लिमिटेड के उद्घाटन के दौरान इस मुद्दे पर अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, “मां ही हमारा संसार है, मां ही हमारा स्वाभिमान है। बिहार जैसे संस्कारों वाले राज्य में जो हुआ, उसकी मैंने कल्पना भी नहीं की थी। RJD-कांग्रेस के मंच से मेरी मां को भद्दी-भद्दी गालियां दी गईं। यह सिर्फ मेरी मां का अपमान नहीं, बल्कि देश की हर मां, बहन और बेटी का अपमान है।”
मोदी ने भोजपुरी में कहा, “माई के स्थान देवता-पित्तर से भी ऊपर होला।” उन्होंने अपनी मां के संघर्षों को याद करते हुए बताया कि उनकी मां ने गरीबी में उन्हें पाला और देशसेवा का आशीर्वाद दिया। उन्होंने भावुक होकर कहा, “मेरी मां का राजनीति से कोई लेना-देना नहीं था, फिर भी उन्हें निशाना बनाया गया। यह दुख और पीड़ा देने वाला है।”
बिहार में RJD-कांग्रेस के मंच से मेरी माँ को गालियां दी गईं…
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) September 2, 2025
ये गालियां सिर्फ मेरी माँ का अपमान नहीं है, ये देश की माँ, बहन, बेटी का अपमान है: आदरणीय प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी pic.twitter.com/4FswG1eMJJ
बिहार की जनता और बीजेपी का गुस्सा
इस घटना ने बिहार में व्यापक आक्रोश पैदा किया। बीजेपी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने इसे बिहार की सांस्कृतिक मर्यादाओं पर हमला बताया। बिहार बीजेपी अध्यक्ष दिलीप जायसवाल इस दौरान इतने भावुक हो गए कि उनकी आंखों से आंसू छलक पड़े। उन्होंने कहा, “मां का अपमान बिहार नहीं सहेगा।” बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पटना में कांग्रेस कार्यालय के बाहर लाठी-डंडों के साथ हंगामा किया और कैंडल मार्च निकाला। केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने भी इसकी कड़ी निंदा की, इसे विपक्ष के नैतिक पतन का प्रतीक बताया। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी इस घटना की निंदा करते हुए इसे “अशोभनीय” करार दिया।

कांग्रेस और RJD की सफाई
कांग्रेस और RJD ने इस विवाद पर सफाई देने की कोशिश की। आयोजनकर्ता मोहम्मद नौशाद ने दावा किया कि अपशब्द एक बाहरी व्यक्ति ने बोले थे, और इसे गलत तरीके से पेश किया जा रहा है। वहीं, RJD और कांग्रेस ने बीजेपी पर आरोप लगाया कि वह इस मुद्दे को राजनीतिक लाभ के लिए भुना रही है। हालांकि, बीजेपी ने इसे विपक्ष की ओछी मानसिकता का सबूत बताया और कहा कि बिहार की जनता इसका जवाब देगी।
जीविका निधि योजना का उद्घाटन
इस विवाद के बीच, पीएम मोदी ने बिहार की महिलाओं के लिए एक महत्वपूर्ण योजना का शुभारंभ किया। उन्होंने बिहार राज्य जीविका निधि साख सहकारी संघ लिमिटेड का वर्चुअल उद्घाटन किया और इसके बैंक खाते में 105 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए। इस योजना का उद्देश्य स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी महिलाओं को किफायती ब्याज दरों पर वित्तीय सहायता प्रदान करना है, ताकि वे अपने छोटे व्यवसायों को आगे बढ़ा सकें। पीएम ने कहा, “यह योजना बिहार की ग्रामीण महिलाओं को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाएगी।”
राणा अंशुमान सिंह यूनिफाइड भारत के एक उत्साही पत्रकार हैं, जो निष्पक्ष और प्रभावी ख़बरों के सन्दर्भ में जाने जाना पसंद करते हैं। वह सामाजिक मुद्दों, धार्मिक पर्यटन, पर्यावरण, महिलाओं के अधिकारों और राजनीति पर गहन शोध करना पसंद करते हैं। पत्रकारिता के साथ-साथ हिंदी-उर्दू में कविताएँ और ग़ज़लें लिखने के शौकीन राणा भारतीय संस्कृति और सामाजिक बदलाव के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
