प्रमुख बिंदु-
सिटी डेस्क: वाराणसी (Varanasi) के चेतगंज इलाक में एक सनसनीखेज हत्याकांड ने पूरे शहर को हिलाकर रख दिया है। मंगलवार को एक शराब की दुकान के पास खंडहर में एक युवक का शव मिलने से इलाके में दहशत फैल गई। मृतक की पहचान अभी तक पूरी तरह से नहीं हो पाई है, लेकिन पुलिस ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई शुरू कर दी है। डीसीपी काशी गौरव बंसवाल और एसीपी चेतगंज डॉ. ईशान सोनी के नेतृत्व में पुलिस और फोरेंसिक टीमें जांच में जुटी हैं। इस मामले में एक संदिग्ध, सुजीत, पुलिस के रडार पर है, जिसने मृतक के परिवार को हत्या की जानकारी दी थी।
घटना का विवरण
मंगलवार सुबह चेतगंज थाना क्षेत्र में एक शराब की दुकान के पास खंडहर में एक युवक का शव मिलने की सूचना पुलिस को मिली। स्थानीय लोगों ने पुलिस को बताया कि शव की हालत बेहद खराब थी, जिससे प्रतीत होता था कि उसे क्रूरता से मारा गया है। पुलिस के अनुसार, शव पर चोटों के कई निशान थे, जो हत्या की ओर इशारा करते हैं। प्रारंभिक जांच में पुलिस को शक है कि यह हत्या शराब के नशे में दोस्तों के बीच हुए विवाद का नतीजा हो सकती है। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है, और फोरेंसिक टीम मौके से साक्ष्य जुटा रही है।
घटना की गंभीरता को देखते हुए डीसीपी काशी गौरव बंसवाल और एसीपी चेतगंज डॉ. ईशान सोनी तुरंत मौके पर पहुंचे। पुलिस ने गली को दोनों ओर से सील कर दिया और आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगालने शुरू कर दिए। शुरुआती जांच में पता चला कि मृतक सोमवार शाम को घर से निकला था और उसके बाद उसका फोन स्विच ऑफ हो गया।

बहन राबिना का दर्द
रजत की बहन राबिना ने रोते हुए पूरी घटना बताई—
“सोमवार शाम भैया पानी लेकर आए थे, उसके बाद गए तो वापस नहीं लौटे। मम्मी ने रात 10 बजे से फोन करना शुरू किया, लेकिन सुबह 7 बजे फोन बंद मिला। फिर सुजीत आया और बताया कि भैया को मारकर खंडहर में फेंक दिया है। हम पहुंचे तो देखा, उन्हें ऐसे मारा था जैसे कोई लावारिस चीज फेंक दी हो। हमारा कोई सहारा नहीं है, बस गुनाहगार को पकड़कर सख्त सजा दी जाए।”
राबिना ने यह भी बताया कि रजत की शादी हो चुकी थी लेकिन कुछ समय पहले तलाक हो गया था। वे नगर निगम में प्राइवेट तौर पर काम करते थे और परिवार के लिए कमाने वाले थे।
इस बयान ने पुलिस की जांच को नया मोड़ दे दिया। सुजीत, जो मृतक की हत्या की जानकारी देने वाला पहला व्यक्ति था, अब पुलिस के लिए मुख्य संदिग्ध बन गया है।

पुलिस जांच में जुटी
पुलिस ने सुजीत को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। सूत्रों के अनुसार, सुजीत का आपराधिक रिकॉर्ड भी खंगाला जा रहा है। पुलिस मृतक के मोबाइल डेटा और कॉल रिकॉर्ड्स की जांच कर रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि हत्या से पहले मृतक की आखिरी बार किससे बात हुई थी। इसके अलावा, शराब की दुकान के आसपास के सीसीटीवी फुटेज में कुछ संदिग्ध गतिविधियां नजर आई हैं, जिनका विश्लेषण किया जा रहा है।
पुलिस को शक है कि हत्या में शराब का सेवन एक प्रमुख कारण हो सकता है। डीसीपी गौरव बंसवाल ने बताया, “हम हर पहलू की जांच कर रहे हैं। फोरेंसिक रिपोर्ट और सीसीटीवी फुटेज से हमें महत्वपूर्ण सुराग मिलने की उम्मीद है। सुजीत से पूछताछ जारी है, और जल्द ही इस मामले में ठोस प्रगति होगी।”

जनता में दहशत और इंसाफ की मांग
इस घटना ने चेतगंज और आसपास के इलाकों में दहशत फैला दी है। स्थानीय लोग शराब की दुकानों के आसपास बढ़ती आपराधिक गतिविधियों से चिंतित हैं। मृतक के परिवार ने पुलिस से जल्द से जल्द गुनहगार को पकड़ने की मांग की है। सामाजिक संगठनों और स्थानीय नेताओं ने भी इस मामले में कड़ी कार्रवाई की मांग उठाई है।
वाराणसी में हुए इस हत्याकांड ने एक बार फिर शहर की कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं। पुलिस की त्वरित कार्रवाई और फोरेंसिक जांच से उम्मीद है कि जल्द ही इस मामले का खुलासा होगा। सुजीत के बयान और सीसीटीवी फुटेज इस मामले को सुलझाने में अहम भूमिका निभा सकते हैं। मृतक के परिवार का दर्द और इंसाफ की पुकार हर किसी को झकझोर रही है। क्या पुलिस इस सनसनीखेज हत्याकांड का पर्दाफाश कर पाएगी? यह सवाल हर किसी के मन में है।
राणा अंशुमान सिंह यूनिफाइड भारत के एक उत्साही पत्रकार हैं, जो निष्पक्ष और प्रभावी ख़बरों के सन्दर्भ में जाने जाना पसंद करते हैं। वह सामाजिक मुद्दों, धार्मिक पर्यटन, पर्यावरण, महिलाओं के अधिकारों और राजनीति पर गहन शोध करना पसंद करते हैं। पत्रकारिता के साथ-साथ हिंदी-उर्दू में कविताएँ और ग़ज़लें लिखने के शौकीन राणा भारतीय संस्कृति और सामाजिक बदलाव के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।