Varanasi Gang Rape: 12 आरोपी गिरफ्तार, पुलिस ने सभी के डीएनए सैंपल लिए
प्रमुख बिंदु-
Varanasi Gang Rape case: उत्तर प्रदेश के वाराणसी में एक 18 वर्षीय छात्रा के साथ हुए दिल दहला देने वाले गैंगरेप मामले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। इस मामले में नया और चौंकाने वाला खुलासा हुआ है कि पीड़ित छात्रा हेपेटाइटिस-B पॉजिटिव पाई गई है, और उसकी बीमारी गंभीर अवस्था में है। डॉक्टरों के अनुसार, लंबे समय तक नशीले पदार्थों के सेवन और ड्रग्स दिए जाने के कारण छात्रा को जॉन्डिस (पीलिया) हो गया है, और उसकी मेडिकल रिपोर्ट में ब्लड काउंट भी असामान्य रूप से कम पाया गया है।
इस घटना ने न केवल पीड़िता के परिवार को सदमे में डाल दिया है, बल्कि गैंगरेप के 23 आरोपियों में से 12 की गिरफ्तारी के बाद बाकी आरोपियों में भी डर का माहौल है, क्योंकि हेपेटाइटिस-B एक संक्रामक बीमारी है, जो यौन संपर्क के माध्यम से फैल सकती है।

पीड़िता की हालत गंभीर
मेडिकल जांच में सामने आया है कि पीड़ित छात्रा की स्थिति अत्यंत नाजुक है। हेपेटाइटिस-B का संक्रमण गंभीर चरण में होने के कारण उसका स्वास्थ्य तेजी से बिगड़ रहा है। डॉक्टरों का कहना है कि लंबे समय तक ड्रग्स दिए जाने के कारण उसका लिवर प्रभावित हुआ है, जिसके चलते उसे जॉन्डिस (पीलिया) हो गया। ब्लड काउंट कम होने से उसकी इम्यूनिटी भी कमजोर हो चुकी है। मानसिक रूप से भी छात्रा गहरे सदमे में है।
परिवार के अनुसार, वह कभी अचानक रोने लगती है तो कभी पूरी तरह शांत हो जाती है। वह परिवार वालों से बातचीत भी नहीं कर रही है। डॉक्टरों ने उसे कुछ दवाएं दी हैं, लेकिन उसकी मनोदशा को ठीक करने के लिए काउंसलिंग की भी सख्त जरूरत है।
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हेपेटाइटिस-B का खुलासा: आरोपियों में दहशत
12 अप्रैल 2025 को पंडित दीनदयाल राजकीय जिला चिकित्सालय के महिला अस्पताल में छात्रा की मेडिकल जांच के दौरान पता चला कि वह हेपेटाइटिस-B पॉजिटिव है। इस खुलासे ने गैंगरेप के आरोपियों में दहशत फैला दी है, क्योंकि उन्हें डर है कि वे भी इस संक्रामक बीमारी की चपेट में आ सकते हैं।
क्या है हेपेटाइटिस-B और इसका खतरा
डॉक्टरों के अनुसार, हेपेटाइटिस-B एक गंभीर रोग है, जो हेपेटाइटिस-B वायरस (HBV) के कारण होता है। यह वायरस अत्यंत संक्रामक है और रक्त, वीर्य, योनि स्राव, और संक्रमित व्यक्ति के स्तन दूध जैसे शारीरिक तरल पदार्थों के संपर्क से फैलता है। हेपेटाइटिस-B वायरस HBV सीधे यकृत (लिवर) को निशाना बनाता है, जिससे गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं, लिवर की क्षति, और कुछ मामलों में मृत्यु तक हो सकती है।

अधिकांश लोगों में यह संक्रमण सीमित रहता है, लेकिन 5-10% मामलों में यह दूसरों को भी फैल सकता है, जिसके लिए विशेष सावधानी बरतनी पड़ती है। यद्यपि हेपेटाइटिस-B का पूर्ण इलाज नहीं है, फिर भी 1982 से उपलब्ध एक सुरक्षित और प्रभावी टीका इस बीमारी से बचाव करता है। यह टीका तीन खुराकों में दिया जाता है और 90-95% लोगों को इससे सुरक्षा मिलती है। टीकाकरण इस जोखिम को काफी हद तक कम करता है, हालांकि यह पूरी तरह से संक्रमण की संभावना को खत्म नहीं करता।
पीएम मोदी की फटकार के बाद प्रशासन सक्रिय
इस मामले की गूंज वाराणसी से लेकर दिल्ली तक पहुंच चुकी है। शुक्रवार को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी के दौरे पर पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एयरपोर्ट पर उतरते ही पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल से इस मामले की पूरी जानकारी ली। सूत्रों के अनुसार, पीएम मोदी ने इस जघन्य अपराध को लेकर सख्त नाराजगी जताई और निर्देश दिया कि सभी दोषियों के खिलाफ तत्काल और कठोर कार्रवाई की जाए।

पीएम की फटकार के बाद पुलिस और प्रशासन ने तुरंत सक्रियता दिखाई। पीड़ित छात्रा को पंडित दीनदयाल राजकीय जिला चिकित्सालय के महिला अस्पताल में पुलिस सुरक्षा के बीच भर्ती कराया गया, जहां उसकी दोबारा मेडिकल जांच की जा रही है। डॉ. ज्योति ठाकुर की देखरेख में छात्रा के नए ब्लड सैंपल लिए गए हैं, जिनका उपयोग आरोपियों के डीएनए से मिलान के लिए किया जाएगा।
पुलिस ने 12 आरोपियों को किया गिरफ्तार
पुलिस ने इस मामले में अब तक 23 में से 12 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। इनमें राज विश्वकर्मा, समीर, आयुष सिंह, सोहेल, अनमोल गुप्ता, दानिश, साजिद, जाहिर और अन्य शामिल हैं। गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ में पुलिस अन्य 11 अज्ञात आरोपियों की पहचान करने की कोशिश कर रही है। पुलिस ने सभी 12 आरोपियों के ब्लड, सीमेन, और बाल के सैंपल लिए हैं, जिनका डीएनए टेस्ट पीड़िता के सैंपल से मिलान के लिए किया जाएगा। इसके आधार पर यह साबित होगा कि कौन-कौन इस अपराध में शामिल था।

पुलिस की चार्जशीट और गैंगस्टर एक्ट की तैयारी
पुलिस इस मामले में तेजी से कार्रवाई कर रही है। अगले 72 घंटों में सभी 12 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल करने की तैयारी है। चार्जशीट में पीड़िता का प्रारंभिक बयान, गवाहों और परिजनों के बयान, घटनास्थल का नक्शा, और वीडियो-फोटो जैसे साक्ष्य शामिल किए जाएंगे। इसके बाद, वरुणा जोन पुलिस आरोपियों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की योजना बना रही है। गैंगस्टर एक्ट के तहत आरोपियों के घरों की कुर्की या सीज की कार्रवाई भी हो सकती है।

(सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के अनुसार, यौन उत्पीड़न के मामलों में पीड़िता की पहचान गोपनीय रखी गई है ताकि उसकी निजता सुरक्षित रहे।)
नोट: यह खबर अभी तक की उपलब्ध घटनाक्रम पर आधारित है। जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ेगी, नए तथ्य सामने आ सकते हैं।