Varanasi Gang Rape case: इंस्टाग्राम चैट ने खोली पोल, SIT करेगी गहराई से जांच
प्रमुख बिंदु-
वाराणसी, 18 अप्रैल 2025 (Varanasi Gang Rape case): उत्तर प्रदेश के वाराणसी में एक 19 वर्षीय युवती द्वारा 23 लोगों पर सामूहिक बलात्कार का आरोप लगाने वाला मामला अब एक नया मोड़ ले चुका है। आरोपियों के परिवारों और कुछ सामाजिक संगठनों ने इस मामले को फर्जी बताते हुए पुलिस को सबूत पेश किए हैं, जिसमें युवती को कथित घटना की अवधि (29 मार्च से 4 अप्रैल) के दौरान स्वतंत्र रूप से घूमते और सोशल मीडिया पर सक्रिय देखा गया है। इस मामले की गहन जांच के लिए पुलिस ने एक 6 सदस्यीय विशेष जांच टीम (SIT) का गठन किया है, जिसकी अध्यक्षता एक DCP रैंक के अधिकारी करेंगे।

फर्जी आरोपों का दावा और सबूत
आरोपियों के परिवारों और समर्थकों ने पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल को एक ज्ञापन सौंपा, जिसमें कई महत्वपूर्ण सबूत प्रस्तुत किए गए। इनमें शामिल हैं:
- वीडियो और फोटोग्राफ: परिवारों ने वीडियो और तस्वीरें पेश कीं, जिनमें युवती को 29 मार्च से 4 अप्रैल के बीच वाराणसी के घाटों और अन्य सार्वजनिक स्थानों पर खुशमिजाज और स्वतंत्र रूप से घूमते हुए देखा गया। एक वीडियो में वह अपने कथित आरोपियों के साथ मोटरसाइकिल के पास चलती दिख रही है।
- सोशल मीडिया चैट: इंस्टाग्राम चैट के स्क्रीनशॉट दिखाए गए, जिनमें युवती ने कथित आरोपियों के साथ बातचीत की और एक कैफे में मिलने की बात कही। ये चैट कथित घटना की अवधि के दौरान की हैं।
- पैसे लेने का आरोप: परिवारों ने दावा किया कि युवती अथवा उसके परिवार ने कुछ लोगों से पैसे लेकर उनके नाम FIR से हटा दिए। अन्य अज्ञात आरोपियों से भी पैसे की मांग की जा रही है। एक परिजन ने बताया कि युवती ने एक तारीख को उनके घर पर ईद के मौके पर खाना खाया, जो कथित बलात्कार की अवधि के दौरान था।
- मेडिकल रिपोर्ट में खामियां: परिवारों ने सवाल उठाया कि यदि 23 लोगों ने युवती के साथ बलात्कार किया, तो मेडिकल जांच में कोई चोट या संघर्ष के निशान क्यों नहीं मिले। हालांकि, मेडिकल रिपोर्ट में युवती को हेपेटाइटिस बी होने की पुष्टि हुई, और उसका इलाज बीएचयू के सर सुंदरलाल अस्पताल में चल रहा है। उसका डीएनए भी जांच के लिए भेजा गया है।
- अवसरों का अभाव: परिजनों का कहना है कि युवती इस अवधि में कई बार स्वतंत्र थी और पुलिस चौकियों (जैसे अस्सी घाट और आईपी मॉल के पास) के आसपास थी, लेकिन उसने पुलिस या अपनी सहेली को घटना की जानकारी नहीं दी। उसका घर और सहेली का घर केवल 500 मीटर की दूरी पर है, फिर भी वह घर नहीं लौटी।
परिजनों ने यह भी बताया कि FIR में दर्ज घटनाओं की समयरेखा विरोधाभासी है। युवती ने दावा किया कि वह हुकुलगंज, नंदेसर, अस्सी घाट, आईपी मॉल, और सहेली के घर गई, लेकिन इन स्थानों पर उसने कोई मदद नहीं मांगी। परिवारों का कहना है कि ये सबूत इस मामले को संदिग्ध बनाते हैं और इसकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए।

घटना और प्रारंभिक जांच
युवती ने अपनी शिकायत में 29 मार्च से 4 अप्रैल 2025 तक 23 लोगों द्वारा सामूहिक दुष्कर्म का आरोप लगाया। पीड़िता की मां की शिकायत के आधार पर लालपुर-पांडेपुर थाने में 12 नामजद और 11 अज्ञात लोगों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया। पीड़िता का दावा है कि उसे नशीला पदार्थ देकर शहर के विभिन्न स्थानों, जैसे कैफे, होटल और गेस्ट हाउस में ले जाया गया, जहां उसके साथ हैवानियत की गई। पुलिस ने अब तक 14 लोगों को गिरफ्तार किया है।

SIT जांच और पुलिस का बयान
पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल ने कहा, “आरोपियों के परिवारों द्वारा पेश किए गए सबूतों के आधार पर, SIT इस पूरे मामले की दोबारा जांच करेगी और सभी दावों को सत्यापित करेगी।” SIT में एक महिला IPS अधिकारी (अतिरिक्त DCP रैंक), एक ACP, सर्विलांस प्रभारी, SOG प्रभारी, और एक इंस्पेक्टर रैंक का अधिकारी शामिल हैं। इस टीम को 30 दिनों के भीतर अपनी रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया गया है। तब तक अज्ञात आरोपियों की गिरफ्तारी पर रोक लगा दी गई है।
#WATCH | UP | On alleged gangrape case, Varanasi CP, Mohit Agrawal says, "On 6th April, an FIR was registered in which a 19-year-old woman alleged that a number of her friends raped her at separate locations on separate dates. The woman had accused a total of 23 people. In this… pic.twitter.com/ynmieCm7Sx
— ANI (@ANI) April 17, 2025
यह मामला अब तक केवल आरोप-प्रत्यारोप तक सीमित है। जहां युवती ने 23 लोगों पर गंभीर अपराध का आरोप लगाया है, वहीं आरोपियों के परिवारों ने इसे फर्जी बताते हुए सबूत पेश किए हैं। मेडिकल रिपोर्ट में चोटों का अभाव और युवती की सोशल मीडिया गतिविधियां इस मामले को जटिल बनाती हैं। SIT की जांच से ही यह स्पष्ट होगा कि सच्चाई क्या है। पुलिस ने सभी पक्षों से शांति बनाए रखने और जांच में सहयोग करने की अपील की है।

नोट: यह खबर अभी तक की उपलब्ध घटनाक्रम पर आधारित है। जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ेगी, नए तथ्य सामने आ सकते हैं।