Varanasi Gang Rape: वाराणसी के अलग-अलग इलाकों में सात दिनों तक हुई दरिंदगी
प्रमुख बिंदु-
Varanasi Gang Rape case: उत्तर प्रदेश के वाराणसी शहर से एक ऐसी दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जिसने इंसानियत को शर्मसार कर दिया है। एक 19 साल की युवती के साथ सात दिनों तक अलग-अलग जगहों पर गैंगरेप, नशीले पदार्थों का इस्तेमाल और ब्लैकमेलिंग की सनसनीखेज वारदात सामने आयी है। इस भयावह मामले में 23 लोगों पर सात दिनों तक गैंगरेप करने का आरोप लगा है, यह मामला तब प्रकाश में आया जब पीड़िता 4 अप्रैल को अपने घर लौटी और उसने अपने परिवार को अपनी आपबीती सुनाई।
पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए छह आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि बाकी फरार आरोपियों की तलाश जारी है। इस घटना ने पूरे शहर में हड़कंप मचा दिया है और समाज में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।

कैसे शुरू हुई यह भयावह घटना?
पीड़िता की मां ने लालपुर-पाण्डेयपुर थाने में अपनी बेटी के साथ हुई इस क्रूरता की विस्तृत शिकायत दर्ज की है। उनकी तहरीर के मुताबिक, यह दर्दनाक सिलसिला 29 मार्च 2025 से शुरू हुआ। उस दिन किशोरी अपनी एक दोस्त के घर गई थी, जहां से लौटते समय उसकी मुलाकात राज विश्वकर्मा नाम के युवक से हुई। राज ने उसे अपने कैफे में लेजाकर रात भर उसके साथ यौन शोषण किया। यहाँ से शुरू हुई दरिंदगी की कहानी अगले सात दिनों तक चलती रही, जिसमें एक के बाद एक कई युवकों ने किशोरी को अपना शिकार बनाया।

सात दिनों तक दर्दनाक हैवानियत
29 मार्च 2025 से शुरू हुई दरिंदगी वाराणसी के अलग-अलग इलाकों में सात दिनों तक चली।
30 मार्च को समीर नाम का युवक और उसका दोस्त किशोरी को बाइक पर बैठाकर हाईवे पर ले गए। वहाँ दोनों ने उसके साथ यौन शोषण किया और उसे डरा-धमकाकर छोड़ दिया।
31 मार्च को आयुष नाम के युवक और उसके पांच दोस्तों — सोहेल, दानिश, अनमोल, साजिद और जाहिर — ने कन्टिनेंटल कैफे में किशोरी को नशीला पदार्थ पिलाया और सामूहिक बलात्कार किया। किशोरी चिल्लाती रही लेकिन किसी ने एक ना सुनी। यह सिलसिला यहीं नहीं थमा।
1 अप्रैल को साजिद ने किशोरी को एक होटल में ले जाकर उसके साथ फिर दरिंदगी की। होटल में कुछ अज्ञात लोगों ने उस पर जबरन मसाज करवाने का दबाव बनाया और एक व्यक्ति ने उसका बलात्कार किया। उसी दिन इमरान नाम के शख्स ने उसे नशा देकर शोषण किया। शाम को साजिद अपने दोस्त अमन और जैब के साथ किशोरी को औरंगाबाद के एक गोदाम में ले गया, जहां फिर से सामूहिक दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया गया। इसके बाद किशोरी को किसी अनजान जगह पर छोड़ दिया, जहां से वो किसी तरह से सिगरा स्तिथ आईपी मॉल पहुंची।
2 अप्रैल को मॉल के पास से राज खान और उसके एक दोस्त ने किशोरी को अपने हुकुलगंज स्तिथ घर की छत पर लेजाकर नशे की हालत में उसका शारीरिक शोषण किया और बाद में उसे अस्सी घाट पर छोड़ दिया।
3 अप्रैल को जब किशोरी अपने सहेली के घर से लौट रही थी तभी दानिश, सोहेल, शोएब और कुछ अन्य युवकों ने एक बार फिर सामूहिक बलात्कार किया और उसे चौकाघाट पर फेंक गए। सात दिनों तक चली इस यातना के बाद 4 अप्रैल को किशोरी किसी तरह अपने घर पहुँची। डरी-सहमी हालत में उसने अपनी मां को सारी आपबीती सुनाई, जिसके बाद यह मामला पुलिस तक पहुँचा।
पुलिस की कार्रवाई
वरुणा जोन के डीसीपी चंद्रकांत मीना ने बताया कि पीड़िता की मां की शिकायत पर 6 अप्रैल को FIR दर्ज की गई। यह मामला भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 70(1) (गैंगरेप), 74 (शील भंग करना), 123 (हानिकारक पदार्थ देना), 126(2) (आवागमन में बाधा), 127(2) (गलत तरीके से बंद करना), और 351(2) (आपराधिक धमकी) के तहत दर्ज किया गया है। कैंट के एसीपी विदुष सक्सेना ने कहा कि प्रारंभिक जांच के बाद छह आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है, और आगे की कानूनी प्रक्रिया जारी है।

डीसीपी मीना ने यह भी बताया कि पीड़िता के परिवार ने 4 अप्रैल को उसकी गुमशुदगी की शिकायत दी थी, लेकिन उस दिन बलात्कार की कोई शिकायत नहीं की गई। 6 अप्रैल को शिकायत मिलने के बाद तुरंत कार्रवाई शुरू की गई। पुलिस की तीन टीमें बाकी आरोपियों की तलाश में छापेमारी कर रही हैं।
मां की गुहार: “मेरी बेटी को न्याय दो”
पीड़िता की मां ने अपनी शिकायत में बताया कि उनकी बेटी इस घटना से पूरी तरह टूट चुकी है। वह डर और सदमे में है और उसकी मानसिक हालत बेहद नाजुक हो गई है। उन्होंने सभी आरोपियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की मांग की है। मां का कहना है, “मेरी बेटी के साथ जो हुआ, वह किसी भी मां का सबसे बुरा सपना है। इन दरिंदों को सजा मिलनी चाहिए ताकि कोई और बेटी इस दर्द से न गुजरे।”
(सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के अनुसार, यौन उत्पीड़न के मामलों में पीड़िता की पहचान गोपनीय रखी गई है ताकि उसकी निजता सुरक्षित रहे।)
नोट: यह खबर अभी तक की उपलब्ध घटनाक्रम पर आधारित है। जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ेगी, नए तथ्य सामने आ सकते हैं।