प्रमुख बिंदु-
Lucknow : उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम (UPSRTC) ने पितृपक्ष के अवसर पर श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए वाराणसी से बिहार के गया तक विशेष बस सेवा शुरू की है। यह सेवा बुधवार, 13 अगस्त 2025 से ट्रायल के तौर पर शुरू की गई है और इसका किराया ₹465 निर्धारित किया गया है। यदि ट्रायल सफल रहा और यात्रियों की मांग अच्छी रही, तो इसे नियमित रूप से संचालित किया जाएगा। यह पहल धार्मिक यात्रियों के लिए समय और संसाधनों की बचत करने वाला एक महत्वपूर्ण कदम है, जो पिंडदान, तर्पण और अन्य धार्मिक संस्कारों को आसान बनाएगी।
यात्रा विवरण और समय
यह विशेष बस सेवा वाराणसी के चौधरी चरण सिंह अंतरराज्यीय बस अड्डे से प्रतिदिन रात 8:00 बजे रवाना होगी और सुबह 4:00 बजे गया पहुंचेगी। वापसी में, बस गया से सुबह 8:00 बजे चलकर दोपहर 3:00 बजे वाराणसी लौटेगी। यह बस 295 किलोमीटर की दूरी तय करेगी, जो चंदौली, मोहनिया, कुदरा, सासाराम, औरंगाबाद, शेरघाटी और डोभी जैसे प्रमुख स्थानों से होकर गुजरेगी। यात्रा का समय लगभग 8 घंटे है, जो यात्रियों को तेज और सुविधाजनक कनेक्टिविटी प्रदान करता है।

किराया और बस की विशेषताएं
- किराया: ₹465 प्रति यात्री
- बस का प्रकार: BS-6 मानक वाली 52 सीटर बसें
- विशेषताएं: पर्यावरण के अनुकूल, आरामदायक सीटें और आधुनिक सुविधाएं
- सुरक्षा: GPS ट्रैकिंग और प्रशिक्षित ड्राइवरों के साथ सुरक्षित यात्रा
ये बसें चंदौली डिपो से संचालित की जा रही हैं और इनमें यात्रियों की सुरक्षा और आराम के लिए सभी आवश्यक इंतजाम किए गए हैं। BS-6 मानक वाली बसें न केवल पर्यावरण के लिए बेहतर हैं, बल्कि यात्रियों को सुखद अनुभव भी प्रदान करती हैं।
धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व
पितृपक्ष के दौरान, देशभर से लाखों श्रद्धालु गया में पिंडदान और तर्पण जैसे धार्मिक संस्कारों के लिए पहुंचते हैं। अब तक, श्रद्धालुओं को ट्रेनों या निजी वाहनों पर निर्भर रहना पड़ता था, जिससे समय और धन की बर्बादी होती थी। यह नई बस सेवा वाराणसी और गया के बीच सीधी कनेक्टिविटी प्रदान करती है, जिससे यात्रा किफायती, तेज और सुरक्षित हो जाएगी। यह सेवा न केवल धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देगी, बल्कि उत्तर प्रदेश और बिहार के बीच सांस्कृतिक और धार्मिक संबंधों को भी मजबूत करेगी।

ट्रायल और भविष्य की योजनाएं
UPSRTC के क्षेत्रीय प्रबंधक परशुराम पांडेय ने बताया कि यह सेवा प्रारंभिक रूप से ट्रायल के तौर पर शुरू की गई है। ट्रायल अवधि के दौरान, यात्रियों की प्रतिक्रिया, मांग और सेवा की सफलता का आकलन किया जाएगा। यदि रिस्पांस सकारात्मक रहा, तो इस सेवा को नियमित रूप से संचालित किया जाएगा। यह कदम सार्वजनिक परिवहन के क्षेत्र में एक नया मानक स्थापित करने की दिशा में उठाया गया है। पांडेय ने कहा, “हमारा उद्देश्य श्रद्धालुओं को उनके धार्मिक कर्तव्यों को पूरा करने में सहूलियत प्रदान करना है। यह सेवा यात्रियों के समय और संसाधनों की बचत करेगी।”
श्रद्धालुओं के लिए राहत
पितृपक्ष के दौरान गया में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ होती है। यह बस सेवा उन लोगों के लिए विशेष रूप से फायदेमंद होगी, जो वाराणसी और आसपास के क्षेत्रों से गया की यात्रा करते हैं। पहले, ट्रेनों में सीटों की कमी या निजी वाहनों की ऊंची लागत के कारण यात्रियों को परेशानी होती थी। अब, ₹465 के किफायती किराए पर यह सेवा एक सुगम और बजट-अनुकूल विकल्प प्रदान करती है।

UPSRTC बुकिंग और सुविधाएं
यात्री इस बस सेवा के लिए टिकट UPSRTC की आधिकारिक वेबसाइट (online.upsrtc.com) या तृतीय-पक्ष प्लेटफॉर्म्स जैसे redBus, MakeMyTrip और Paytm के माध्यम से बुक कर सकते हैं। ऑनलाइन बुकिंग प्रक्रिया आसान और सुविधाजनक है, जिसमें यात्री अपनी सीट चुन सकते हैं और रियल-टाइम बस ट्रैकिंग की सुविधा का लाभ उठा सकते हैं। इसके अलावा, बस स्टेशनों पर टिकट काउंटर और पूछताछ डेस्क भी उपलब्ध हैं।

UPSRTC की वाराणसी से गया विशेष बस सेवा धार्मिक यात्रियों के लिए एक क्रांतिकारी कदम है। यह सेवा न केवल यात्रा को आसान और किफायती बनाएगी, बल्कि पर्यावरण के अनुकूल BS-6 बसों के उपयोग से स्थायी परिवहन को भी बढ़ावा देगी। ट्रायल के सफल होने पर, यह सेवा नियमित रूप से संचालित हो सकती है, जो लाखों श्रद्धालुओं के लिए एक वरदान साबित होगी। यह पहल उत्तर प्रदेश सरकार और UPSRTC की ओर से धार्मिक पर्यटन और यात्री सुविधा को प्राथमिकता देने का एक सराहनीय प्रयास है।

बृहस्पति राज पांडेय यूनिफाइड भारत के एक विचारशील पत्रकार और लेखक हैं, जो खेल, शिक्षा और सामाजिक मुद्दों पर निष्पक्ष व प्रभावशाली लेखन के लिए जाने जाते हैं। सामाजिक और राजनीतिक विषयों पर उनकी गहरी पकड़ है। वह नीति-निर्माण, युवा उत्थान और खेल जगत पर विशेष ध्यान देते हैं। युवाओं की आवाज़ को मंच देने और सामाजिक बदलाव के लिए बृहस्पति सतत समर्पित हैं।