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क्राइम डेस्क: गुरुग्राम (Gurugram) के सेक्टर 57, सुशांत लोक फेज-2 में 10 जुलाई 2025 को एक सनसनीखेज घटना ने पूरे शहर को हिलाकर रख दिया। 25 वर्षीय नेशनल लेवल की टेनिस खिलाड़ी राधिका यादव (Radhika Yadav) की उनके पिता दीपक यादव ने कथित तौर पर गोली मारकर हत्या कर दी। यह वारदात गुरुग्राम में उनके घर में गुरुवार सुबह हुई। पुलिस ने दीपक यादव को हिरासत में ले लिया है और इस हत्याकांड की गहन जांच शुरू कर दी है। राधिका की हत्या ने न केवल खेल जगत, बल्कि पूरे समाज को स्तब्ध कर दिया है, क्योंकि वह एक होनहार टेनिस खिलाड़ी थीं, जिन्होंने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाई थी।

लोगों के तानों से त्रस्त होकर कर दी हत्या
पुलिस की प्रारंभिक पूछताछ में दीपक यादव ने कई चौंकाने वाले खुलासे किए। उन्होंने बताया कि उन्हें अपनी बेटी पर टेनिस खिलाड़ी होने पर गर्व था, लेकिन डेढ़ साल पहले कंधे की चोट के कारण राधिका को खेल छोड़ना पड़ा। इसके बाद, डेढ़ महीने पहले राधिका ने घर के पास एक टेनिस अकादमी शुरू की थी। दीपक ने बताया कि जब वह बाहर जाते थे, तो लोग उन्हें ताना मारते थे कि वह अपनी बेटी की कमाई खा रहे हैं। “लोग कहते थे, ‘तेरी बेटी अच्छा पैसा कमा रही है, तू तो मजे कर रहा है।’ ये बातें मुझे बहुत चुभती थीं,”
दीपक ने पुलिस को बताया। उन्होंने राधिका से कई बार अकादमी बंद करने को कहा, लेकिन वह नहीं मानी। पिछले 15 दिनों से इस बात को लेकर दोनों के बीच लगातार झगड़े हो रहे थे। गुरुवार सुबह भी इसी मुद्दे पर तीखी बहस हुई। राधिका ने कहा, “लोगों की बातों की मुझे परवाह नहीं। खेल ने मेरा करियर बनाया, इसमें पैसा कमाना गलत नहीं है।” गुस्से में आकर दीपक ने अपनी लाइसेंसी रिवॉल्वर से राधिका की पीठ पर तीन गोलियां मार दीं।

लाइसेंसी पिस्टल से राधिका पर चलाईं गोलियां
गुरुग्राम पुलिस के अनुसार, दीपक यादव ने अपनी लाइसेंसी पिस्टल से राधिका पर पांच गोलियां चलाईं, जिनमें से तीन उनकी पीठ पर लगीं। यह घटना सुबह करीब 10 बजे हुई, जब राधिका घर की पहली मंजिल पर थीं। पड़ोसियों ने गोलियों की आवाज सुनकर तुरंत पुलिस को सूचित किया। राधिका को गंभीर हालत में नजदीकी निजी अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उनकी मृत्यु हो गई।
पुलिस ने हत्या में इस्तेमाल हथियार जब्त कर लिया है और सेक्टर 56 पुलिस स्टेशन में भारतीय दंड संहिता की धारा 2(1) 2023 के तहत हत्या का मामला दर्ज किया गया है। पुलिस प्रवक्ता संदीप कुमार ने बताया, “आरोपी ने पूछताछ में हत्या की बात कबूल की है। हम फोरेंसिक और मनोवैज्ञानिक जांच के जरिए मामले की गहराई से पड़ताल कर रहे हैं।” घटना के समय घर में कोई अन्य परिवार वाला मौजूद नहीं था।

एक होनहार टेनिस खिलाड़ी थीं Radhika Yadav
राधिका यादव, जिनका जन्म 23 मार्च 2000 को हुआ था, हरियाणा की एक प्रतिभाशाली टेनिस खिलाड़ी थीं। ऑल इंडिया टेनिस एसोसिएशन (AITA) के अनुसार, उनकी सर्वश्रेष्ठ रैंकिंग्स में गर्ल्स अंडर-18 में 75, विमेंस डबल्स में 53 और विमेंस सिंगल्स में 35 शामिल हैं। वे अंतरराष्ट्रीय टेनिस महासंघ (ITF) सर्किट में भी सक्रिय थीं, जहां उनकी डबल्स रैंकिंग 113 थी।
राधिका ने कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट्स में हिस्सा लिया, जिनमें 2017 में ग्वालियर में ताइवानी खिलाड़ी ह्सिन-युआन शिह के खिलाफ मुकाबला शामिल है। डेढ़ साल पहले चोट के कारण खेल छोड़ने के बाद, उन्होंने टेनिस अकादमी शुरू कर युवा खिलाड़ियों को प्रशिक्षित करने का बीड़ा उठाया था। उनके कोच मनोज भारद्वाज ने कहा, “राधिका एक जुझारू खिलाड़ी और प्रेरणादायक व्यक्तित्व थीं। उनकी हत्या खेल जगत के लिए अपूरणीय क्षति है।”

दीपक यादव के बयान से पता चलता है कि समाज की रूढ़िगत सोच और ताने उनके लिए असहनीय हो गए थे। यह हत्याकांड न केवल राधिका के परिवार, बल्कि पूरे खेल समुदाय और समाज के लिए एक बड़ा झटका है। पुलिस इस मामले की गहन जांच कर रही है और फोरेंसिक रिपोर्ट के साथ-साथ दीपक की मानसिक स्थिति का आकलन भी कर रही है।
नोट: इस घटना की जाँच चल रही है, और जैसे-जैसे नई जानकारी सामने आएगी, इसे अपडेट किया जाएगा।

राणा अंशुमान सिंह यूनिफाइड भारत के एक उत्साही पत्रकार हैं, जो निष्पक्ष और प्रभावी ख़बरों के सन्दर्भ में जाने जाना पसंद करते हैं। वह सामाजिक मुद्दों, धार्मिक पर्यटन, पर्यावरण, महिलाओं के अधिकारों और राजनीति पर गहन शोध करना पसंद करते हैं। पत्रकारिता के साथ-साथ हिंदी-उर्दू में कविताएँ और ग़ज़लें लिखने के शौकीन राणा भारतीय संस्कृति और सामाजिक बदलाव के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
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