कहा 3-4 लोग मिलकर कर रहे हैं साजिश
प्रमुख बिंदु-
पटना, 24 जून 2025: बिहार की सियासत में एक बार फिर हलचल मच गई है, जब राष्ट्रीय जनता दल (RJD) सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे और हसनपुर विधानसभा सीट के विधायक तेज प्रताप यादव (Tej Pratap Yadav) ने अपनी जान को खतरा होने का दावा किया है। 23 जून 2025 को पटना में मीडिया से बात करते हुए तेज प्रताप ने कहा कि उनकी पार्टी RJD से निकाले जाने के पीछे 4-5 लोगों की साजिश है। उन्होंने बिहार सरकार से अपनी सुरक्षा बढ़ाने की मांग की और जनता से न्याय की गुहार लगाई। यह पहली बार था जब तेज प्रताप ने अपने निष्कासन पर खुलकर बात की।
सुरक्षा की मांग और जान का खतरा
तेज प्रताप ने अपनी सुरक्षा को लेकर गहरी चिंता जताई। उन्होंने कहा, “मैं अभी असुरक्षित महसूस कर रहा हूँ। मेरे दुश्मन हर जगह हैं। मेरी जान को खतरा है, और मैं बिहार सरकार से अपील करता हूँ कि मेरी सुरक्षा बढ़ाई जाए।” उन्होंने यह भी दावा किया कि कुछ लोग उनकी निजी जिंदगी को बर्बाद करने की कोशिश कर रहे हैं, जिसे वह बर्दाश्त नहीं करेंगे।
#WATCH पटना, बिहार: बिहार के पूर्व मंत्री और निलंबित राजद नेता तेज प्रताप यादव ने कहा, "अभी मैं असुरक्षित महसूस कर रहा हूं। मैं सरकार से अपील करता हूं कि मेरी सुरक्षा बढ़ाई जाए। हमारे दुश्मन हर जगह लगे हुए हैं… मेरी जान को खतरा है।" pic.twitter.com/Qnec6WV0U6
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 23, 2025
उनके इस बयान ने बिहार की नीतीश कुमार सरकार पर सवाल उठाए हैं, खासकर तब जब हाल ही में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के आवास के पास गोलीबारी की घटना हुई थी। तेजस्वी ने इसे बिहार में बिगड़ती कानून-व्यवस्था का सबूत बताते हुए सरकार की आलोचना की थी। तेज प्रताप की सुरक्षा की मांग इस संदर्भ में और भी महत्वपूर्ण हो जाती है।
RJD से निष्कासन और पारिवारिक विवाद
तेज प्रताप को उनके पिता और RJD सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने 25 मई 2025 को पार्टी और परिवार से छह साल के लिए निष्कासित कर दिया था। लालू ने तेज प्रताप के व्यवहार को ‘गैर-जिम्मेदाराना’ और सामाजिक मूल्यों के खिलाफ बताया था। पार्टी सूत्रों के अनुसार, यह कार्रवाई तेज प्रताप के एक फेसबुक पोस्ट के बाद की गई, जिसमें उन्होंने अनुष्का यादव नाम की महिला के साथ 12 साल के रिश्ते का दावा किया था। हालांकि, बाद में तेज प्रताप ने पोस्ट हटाते हुए दावा किया कि उनका अकाउंट हैक हो गया था।

इस निष्कासन के बाद तेज प्रताप ने पहली बार मीडिया से खुलकर बात की और कहा, “जिस तरीके से प्रकरण हुआ, किन लोगों के माध्यम से साजिश करके मुझे पार्टी से निकाला गया, ये बिहार की पूरी जनता ने देखा। पूरी जनता मेरा स्वभाव जानती है, इसी का गलत फायदा उठाकर मुझे कुछ लोगों ने दबाने की कोशिश की। तेज प्रताप यादव दबने वाला नहीं है। मैं कुछ लोग जो वहां बैठे हैं उन्हें चुनौती देता हूं। मैं अब जनता के बीच जाऊंगा, जनता न्याय करेगी। मेरे निजी जीवन पर लोगों ने सवाल किया। ये कोई बर्दाश्त नहीं करेगा…”।
#WATCH पटना, बिहार: बिहार के पूर्व मंत्री और निलंबित राजद नेता तेज प्रताप यादव ने कहा, "जिस तरीके से प्रकरण हुआ, किन लोगों के माध्यम से साजिश करके मुझे पार्टी से निकाला गया, ये बिहार की पूरी जनता ने देखा। पूरी जनता मेरा स्वभाव जानती है, इसी का गलत फायदा उठाकर मुझे कुछ लोगों ने… pic.twitter.com/XSRKZ3kLff
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 23, 2025
तेजस्वी को आशीर्वाद, लेकिन RJD पर निशाना
तेज प्रताप ने अपने छोटे भाई और RJD के मुख्यमंत्री पद के दावेदार तेजस्वी यादव के प्रति नरम रुख दिखाया। उन्होंने कहा, “मैं अपने परिवार या तेजस्वी के खिलाफ कोई गलत भावना नहीं रखता। मेरी शुभकामनाएँ तेजस्वी के साथ हैं कि वह बिहार के मुख्यमंत्री बनें।” हालांकि, उन्होंने RJD के कुछ नेताओं पर साजिश रचने का आरोप लगाया और कहा कि वह जल्द ही इन लोगों को बेनकाब करेंगे।
#WATCH पटना, बिहार: बिहार के पूर्व मंत्री तेज प्रताप यादव ने कहा, "…मुझे संगठन, परिवार, पार्टी हर तरीके से निकाल दिया गया हैं। मैंने कभी किसी के लिए गलत नहीं सोचा है। हमेशा माता-पिता का सम्मान किया है। तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री बने ये एक बड़े भाई का आशीर्वाद है। मेरा पूरा सहयोग… pic.twitter.com/Q3sDzrLN7d
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 23, 2025
तेज प्रताप ने यह भी स्पष्ट किया कि वह नई पार्टी बनाने की अटकलों को खारिज करते हैं। उन्होंने कहा, “चुनाव लड़ने के लिए पार्टी बनाना जरूरी नहीं। मैं बिहार की जनता के बीच जाऊँगा और न्याय माँगूँगा। कोई मुझे रोक नहीं सकता।”
निजी जीवन पर विवाद
तेज प्रताप का निजी जीवन हमेशा से चर्चा में रहा है। मई 2018 में उनकी शादी पूर्व मुख्यमंत्री दरोगा प्रसाद राय की पौत्री ऐश्वर्या राय से हुई थी, लेकिन पाँच महीने बाद ही उन्होंने तलाक के लिए अर्जी दाखिल कर दी थी। हाल के फेसबुक पोस्ट ने उनके निजी जीवन को फिर से सुर्खियों में ला दिया, जिसके बाद लालू प्रसाद ने कड़ा कदम उठाया।

बिहार की सियासत पर असर
तेज प्रताप का यह बयान और उनकी सुरक्षा की मांग बिहार की सियासत में नया मोड़ ला सकती है। विधानसभा चुनाव नजदीक होने के कारण RJD के भीतर और बाहर इस मुद्दे पर चर्चा तेज हो गई है। तेजस्वी यादव ने हाल ही में ‘नया बिहार’ का नारा देकर अपनी योजनाएँ जनता के सामने रखी हैं, लेकिन तेज प्रताप का यह प्रकरण पार्टी की एकता पर सवाल उठा रहा है।

तेज प्रताप की मांग और उनके बयानों ने बिहार सरकार के सामने एक नई चुनौती पेश की है। अब यह देखना बाकी है कि नीतीश सरकार उनकी सुरक्षा को लेकर क्या कदम उठाती है और तेज प्रताप अपने अगले कदम में क्या रणनीति अपनाते हैं।

राणा अंशुमान सिंह यूनिफाइड भारत के एक उत्साही पत्रकार हैं, जो निष्पक्ष और प्रभावी ख़बरों के सन्दर्भ में जाने जाना पसंद करते हैं। वह सामाजिक मुद्दों, धार्मिक पर्यटन, पर्यावरण, महिलाओं के अधिकारों और राजनीति पर गहन शोध करना पसंद करते हैं। पत्रकारिता के साथ-साथ हिंदी-उर्दू में कविताएँ और ग़ज़लें लिखने के शौकीन राणा भारतीय संस्कृति और सामाजिक बदलाव के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।