प्रमुख बिंदु-
पटना (Bihar), 1 जून 2025: बिहार की सियासत में एक बार फिर लालू प्रसाद यादव का परिवार चर्चा में है। राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के सुप्रीमो लालू यादव ने अपने बड़े बेटे तेज प्रताप यादव को पार्टी और परिवार से 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया है। इस सख्त फैसले के बाद तेज प्रताप ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पहली बार अपनी प्रतिक्रिया दी, जिसमें उन्होंने अपने माता-पिता लालू यादव और राबड़ी देवी के प्रति अपनी निष्ठा जताई और कुछ लोगों को “जयचंद” कहकर निशाना साधा। आखिर यह विवाद है क्या, और तेज प्रताप ने किसे “जयचंद” कहा? आइए, इस सियासी तूफान की पूरी कहानी जानते हैं।
विवाद की जड़: एक फेसबुक पोस्ट और हैकिंग का दावा
24 मई 2025 को तेज प्रताप यादव के फेसबुक अकाउंट से एक पोस्ट ने बिहार की राजनीति में भूचाल ला दिया। इस पोस्ट में तेज प्रताप ने अनुष्का यादव नाम की एक युवती के साथ अपनी तस्वीर साझा की और दावा किया कि वे दोनों पिछले 12 साल से रिलेशनशिप में हैं। पोस्ट में लिखा गया, “मैं तेज प्रताप यादव और मेरे साथ इस तस्वीर में अनुष्का यादव हैं। हम दोनों 12 साल से एक-दूसरे को जानते हैं और प्यार करते हैं।” इस पोस्ट ने न केवल सोशल मीडिया पर हलचल मचाई, बल्कि RJD के अंदर भी सनसनी फैल गई।

हालांकि, कुछ ही घंटों बाद तेज प्रताप ने पोस्ट हटाकर दावा किया कि उनका अकाउंट हैक हो गया था। उन्होंने X पर लिखा, “मेरे सोशल मीडिया अकाउंट को हैक कर मेरी तस्वीरों को एडिट किया गया। यह मेरे खिलाफ साजिश है।” इसके बावजूद, तस्वीरें और वीडियो वायरल हो गए, जिससे विवाद और गहरा गया।
लालू यादव का सख्त कदम
तेज प्रताप की इस हरकत से नाराज लालू प्रसाद यादव ने तत्काल कार्रवाई की। उन्होंने 25 मई को ऐलान किया कि तेज प्रताप को RJD और परिवार से 6 साल के लिए निष्कासित किया जाता है। लालू ने अपने बयान में कहा, “तेज प्रताप की गतिविधियां गैर-जिम्मेदाराना और पार्टी के मूल्यों के खिलाफ हैं। उनकी हरकतें सामाजिक न्याय के लिए हमारे संघर्ष को कमजोर करती हैं।” यह पहली बार है जब लालू ने अपने बेटे के खिलाफ इतना सख्त कदम उठाया है।

तेज प्रताप का इमोशनल जवाब
निष्कासन के बाद तेज प्रताप ने X पर अपने माता-पिता के लिए एक भावुक संदेश लिखा:
“मेरे प्यारे मम्मी-पापा… मेरी दुनिया बस आप दोनों में ही समाई है। आप मेरे लिए भगवान से बढ़कर हैं, और आपका हर आदेश मेरे लिए सर्वोपरि है। पापा, आप नहीं होते, तो ना ये पार्टी होती, और ना मेरे साथ राजनीति करने वाले कुछ जयचंद जैसे लालची लोग। बस आप दोनों हमेशा स्वस्थ और खुश रहें।”
तेज प्रताप ने सोशल मीडिया पर अपने पिता लालू यादव और मां राबड़ी देवी के लिए एक भावुक संदेश लिखा, जिसमें उन्होंने अपनी निष्ठा जताई और कुछ लोगों को “जयचंद” कहा। यह पहली बार है जब तेज प्रताप ने इस तरह की टिप्पणी की है। “जयचंद” शब्द का इस्तेमाल उन्होंने उन लोगों के लिए किया, जिन्हें वे अपने निष्कासन के लिए जिम्मेदार मानते हैं। हालांकि, उन्होंने किसी का नाम नहीं लिया, लेकिन माना जा रहा है कि यह टिप्पणी तेजस्वी यादव या RJD के कुछ अन्य नेताओं के लिए हो सकती है, जो तेज प्रताप के व्यवहार से असहमत थे।

तेज प्रताप का भविष्य
तेज प्रताप के निष्कासन के बाद उनके अगले कदम को लेकर अटकलें तेज हैं। कुछ का मानना है कि वे अपने पिता से सुलह की कोशिश करेंगे, जबकि अन्य का कहना है कि वे नया राजनीतिक संगठन बना सकते हैं। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के नजदीक होने के कारण यह विवाद RJD के लिए नई चुनौतियां खड़ी कर सकता है।
तेज प्रताप यादव का यह विवाद न केवल लालू परिवार, बल्कि बिहार की सियासत में भी एक बड़ा मुद्दा बन गया है। उनके इमोशनल संदेश और “जयचंद” जैसे शब्दों ने इस मामले को और रहस्यमयी बना दिया है। क्या तेज प्रताप इस संकट से उबर पाएंगे, या यह RJD के लिए एक बड़ा झटका साबित होगा? यह समय ही बताएगा।

राणा अंशुमान सिंह यूनिफाइड भारत के एक उत्साही पत्रकार हैं, जो निष्पक्ष और प्रभावी ख़बरों के सन्दर्भ में जाने जाना पसंद करते हैं। वह सामाजिक मुद्दों, धार्मिक पर्यटन, पर्यावरण, महिलाओं के अधिकारों और राजनीति पर गहन शोध करना पसंद करते हैं। पत्रकारिता के साथ-साथ हिंदी-उर्दू में कविताएँ और ग़ज़लें लिखने के शौकीन राणा भारतीय संस्कृति और सामाजिक बदलाव के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।