“आजाद हैं, आजाद ही रहेंगे”: 15 साल की उम्र में अंग्रेजों को ललकारने वाले चंद्रशेखर आजाद की क्रांतिकारी गाथा
23 जुलाई 2025 को भारत एक बार फिर उस वीर सपूत को याद करता है, जिसका नाम सुनते ही देशभक्ति की लहर हर दिल में दौड़ पड़ती है। चंद्रशेखर आजाद (Chandra Shekhar Azad), एक ऐसा नाम, जो स्वतंत्रता की ज्वाला का प्रतीक है। उनकी कहानी केवल वीरता और बलिदान की नहीं, बल्कि एक ऐसे युवा…
