लू से बचने के लिए जरूरी उपाय और खान-पान की सलाह
प्रमुख बिंदु-
लाइफस्टाइल डेस्क (Unified Bharat): तेज गर्मी और लू (Heatwave) का प्रकोप देश के कई हिस्सों में शुरू हो चुका है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने मई 2025 के लिए कई राज्यों में हीटवेव अलर्ट जारी किया है, जिसमें उत्तर प्रदेश, ओडिशा, और झारखंड जैसे राज्य शामिल हैं। तापमान 39 डिग्री सेल्सियस को पार कर चुका है, और जून-जुलाई में यह और बढ़ सकता है।
एक अध्ययन के अनुसार, 2001 से 2019 के बीच भारत में लू से 19,693 मौतें हुई हैं, जो इसकी गंभीरता को दर्शाता है। लू न केवल असहज है, बल्कि यह हीट स्ट्रोक, डिहाइड्रेशन, और किडनी फेलियर जैसी जानलेवा समस्याएं भी पैदा कर सकती है। आइए जानते हैं कि लू से बचने के लिए क्या करें, क्या खाएं, और क्या न करें।
लू क्या है और यह क्यों खतरनाक है?
लू या हीटवेव तब होती है जब किसी क्षेत्र का तापमान सामान्य से बहुत अधिक बढ़ जाता है और तेज गर्म हवाएं कई दिनों तक चलती हैं। भारत में 40 डिग्री सेल्सियस से ऊपर का तापमान आमतौर पर लू की स्थिति माना जाता है। यह शरीर के थर्मोरेगुलेटरी सिस्टम को प्रभावित करती है, जो पसीने के जरिए तापमान नियंत्रित करता है।
जब शरीर का तापमान 40 डिग्री सेल्सियस (104°F) से अधिक हो जाता है, तो पसीना निकलना बंद हो सकता है, जिससे हीट स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है। इसके लक्षणों में चक्कर आना, सिरदर्द, उलझन, मांसपेशियों में ऐंठन, और गंभीर मामलों में बेहोशी या कोमा शामिल हैं। लंबे समय तक पानी की कमी रहने से किडनी, लिवर, और श्वसन तंत्र पर भी बुरा असर पड़ सकता है।

लू से बचने के लिए जरूरी उपाय
लू से बचाव के लिए कुछ आसान लेकिन प्रभावी उपाय अपनाए जा सकते हैं:
- हाइड्रेटेड रहें: दिन में 8-10 गिलास पानी पिएं, भले ही प्यास न लगे। नारियल पानी, नींबू पानी, छाछ, और ओआरएस जैसे इलेक्ट्रोलाइट्स से भरपूर पेय लें।
- सही कपड़े चुनें: हल्के रंग के, ढीले, और सूती कपड़े पहनें। ये गर्मी को कम अवशोषित करते हैं और त्वचा को सांस लेने में मदद करते हैं।
- धूप से बचें: दोपहर 12 से 3 बजे के बीच बाहर निकलने से बचें। अगर बाहर जाना जरूरी हो, तो छाता, टोपी, या गीला कपड़ा सिर पर रखें।
- ठंडा वातावरण बनाएं: घर में पर्दे बंद रखें ताकि धूप अंदर न आए। एसी या कूलर का उपयोग करें, लेकिन बाहर से आने पर तुरंत इसके सामने न बैठें।
- बच्चों और बुजुर्गों का ध्यान रखें: इनकी इम्यूनिटी कमजोर होती है, इसलिए इन्हें हाइड्रेटेड रखें और धूप में न निकलने दें।

हीटवेव में क्या खाएं?
लू से बचने के लिए डाइट में ठंडक देने वाले और हाइड्रेटिंग खाद्य पदार्थ शामिल करें:
- पानी से भरपूर फल: तरबूज, खरबूजा, संतरा, और अनार जैसे फल खाएं। ये न केवल हाइड्रेशन देते हैं, बल्कि एंटीऑक्सिडेंट्स से भी भरपूर होते हैं।
- सब्जियां: खीरा, ककड़ी, और टमाटर को सलाद के रूप में खाएं। पुदीने की पत्तियां जूस या चटनी में शामिल करें।
- सत्तू: यह देसी नुस्खा गर्मी में ठंडक देता है। इसे पानी में घोलकर मीठा या नमकीन बनाकर पिएं।
- हल्का भोजन: छोटे और हल्के भोजन खाएं, जैसे दही, सलाद, और हरी सब्जियां। ये पचाने में आसान होते हैं और शरीर को ठंडा रखते हैं।

इन चीजों से बचें
कुछ खाद्य पदार्थ और आदतें गर्मी में नुकसान पहुंचा सकती हैं:
- तला-भुना और जंक फूड: तैलीय भोजन और जंक फूड पचाने में मुश्किल होते हैं और शरीर में गर्मी बढ़ाते हैं।
- आइसक्रीम और ठंडा पानी: आयुर्वेद के अनुसार, बर्फ का पानी और आइसक्रीम पाचन अग्नि को कमजोर करते हैं, जिससे शरीर में गर्मी बढ़ सकती है।
- चाय, कॉफी, और शराब: ये निर्जनन (डिहाइड्रेशन) का कारण बनते हैं।
- अधिक प्रोटीन वाला भोजन: नॉनवेज और उच्च प्रोटीन वाले खाद्य पदार्थ कम खाएं, क्योंकि इन्हें पचाने में शरीर को ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है।

हाल की खबरें और विशेषज्ञ सलाह
IMD ने हाल ही में चेतावनी दी है कि इस साल अप्रैल से जून तक 10-12 दिन लू चल सकती है। विशेषज्ञों का कहना है कि बच्चों, बुजुर्गों, और गर्भवती महिलाओं को विशेष सावधानी बरतनी चाहिए। विशेषज्ञों के अनुसार, गर्मी में मांसपेशियों में ग्लाइकोजन की कमी और पसीने से डिहाइड्रेशन बढ़ सकता है। अगर लू के लक्षण जैसे अत्यधिक पसीना, चक्कर, या बेहोशी दिखें, तो तुरंत 108/102 पर कॉल करें या नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र जाएं।
लू से बचाव के लिए सावधानी, सही खान-पान, और हाइड्रेशन जरूरी हैं। हल्के कपड़े, पानी से भरपूर फल, और ठंडक देने वाले पेय आपकी सेहत को बनाए रख सकते हैं। गर्मी में तला-भुना और डिहाइड्रेटिंग पेय से बचें। अगर आपको या किसी और को लू के लक्षण दिखें, तो तुरंत चिकित्सक से संपर्क करें। इस गर्मी में सतर्क रहें और अपनी सेहत का ख्याल रखें!
यह लेख सामान्य जानकारी के लिए है। यूनिफाइड भारत आपको सलाह देता है कोई भी उपाय अपनाने से पहले अपने चिकित्सक से परामर्श अवश्य करें।

राणा अंशुमान सिंह यूनिफाइड भारत के एक उत्साही पत्रकार हैं, जो निष्पक्ष और प्रभावी ख़बरों के सन्दर्भ में जाने जाना पसंद करते हैं। वह सामाजिक मुद्दों, धार्मिक पर्यटन, पर्यावरण, महिलाओं के अधिकारों और राजनीति पर गहन शोध करना पसंद करते हैं। पत्रकारिता के साथ-साथ हिंदी-उर्दू में कविताएँ और ग़ज़लें लिखने के शौकीन राणा भारतीय संस्कृति और सामाजिक बदलाव के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।