प्रमुख बिंदु-
आर्थिक डेस्क: नवरात्रि की धूम में बाजारों में भी उत्साह छा गया है, लेकिन खुशी के साथ एक झटका भी आया है। मंगलवार को सोने-चांदी (Gold-Silver) की कीमतों ने फिर से नया रिकॉर्ड तोड़ दिया। इंडिया बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन (IBJA) के मुताबिक, 10 ग्राम 24 कैरेट सोना ₹2,200 की छलांग लगाकर ₹1,16,200 पर पहुंच गया, जो अब तक का सबसे ऊंचा स्तर है। चांदी भी पीछे नहीं रही, ₹5,000 से ज्यादा बढ़कर ₹1,38,100 प्रति किलो ट्रेड कर रही है। नवरात्रि में गहने खरीदने वालों के लिए ये तेजी चिंता का विषय बन गई है।
आज नए रिकॉर्ड पर पहुंचा सोना-चांदी
आज दिल्ली, मुंबई, जयपुर जैसे प्रमुख शहरों में 24 कैरेट सोना ₹1,13,200 से ₹1,16,200 प्रति 10 ग्राम के बीच कारोबार कर रहा। 22 कैरेट सोना ₹1,03,810 के आसपास है, जबकि 18 कैरेट ₹87,000 के पार। चेन्नई और कोलकाता में भी यही ट्रेंड दिखा, जहां सोना ₹1,13,080 तक पहुंचा। चांदी के दामों में भी जोरदार उछाल आया, ₹1,38,100 प्रति किलो पर पहुंचकर ये 2011 के बाद के उच्चतम स्तर पर है। कल सोमवार को सोना ₹1,14,000 से ऊपर बंद हुआ था, लेकिन नवरात्रि की मांग और वैश्विक संकेतों से आज ये ₹2,000 से ज्यादा चढ़ गया। एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड्स (ETF) में भी निवेश बढ़ा है, जिसने कीमतों को बल दिया। विशेषज्ञों का कहना है कि ये तेजी अभी थमने वाली नहीं।

इस साल ₹40,000 से ज्यादा की बढ़ोतरी
2025 में सोना-चांदी की कीमतें रॉकेट की तरह चढ़ रही हैं। 31 दिसंबर 2024 को 10 ग्राम 24 कैरेट सोना ₹76,162 का था, जो अब ₹1,16,200 हो गया- यानी ₹40,038 की शानदार बढ़ोतरी। चांदी का सफर और रोमांचक रहा: साल शुरू में ₹86,017 प्रति किलो से शुरू होकर अब ₹1,38,100 पर पहुंची, जो ₹52,083 की छलांग है। ये बढ़ोतरी 40% से ज्यादा है, जो महंगाई और वैश्विक अनिश्चितता का नतीजा है।
वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल की रिपोर्ट के अनुसार, भारत में इस साल सोने की मांग 802 टन तक पहुंच गई, जो 2024 के मुकाबले 5% ज्यादा है। लेकिन 2025 के आखिर तक मांग 700-800 टन रहने का अनुमान है, क्योंकि ऊंचे दाम खरीदारों को रोक रहे हैं। फिर भी, शादियों और त्योहारों ने मांग को हवा दी है।

तेजी के पीछे छिपे 5 बड़े कारण
सोने-चांदी की ये उड़ान अचानक नहीं, बल्कि कई वैश्विक वजहों से है।
- अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ प्लान और व्यापार युद्ध के डर ने निवेशकों को सोने की सुरक्षित गोद में धकेल दिया।
- चीन और रूस जैसे देश अपने भंडार बढ़ा रहे हैं; सेंट्रल बैंक ने इस साल 900 टन सोना खरीदा।
- रूस-यूक्रेन युद्ध और मध्य पूर्व में तनाव से वैश्विक अस्थिरता बढ़ी, जिससे लोग सोने में शरण ले रहे।
- फेडरल रिजर्व की ब्याज दरें घटने (25 बेसिस पॉइंट कट) और चिपचिपाती महंगाई ने सोने को आकर्षक बना दिया।
- डॉलर के मुकाबले रुपया कमजोर हुआ, जिससे आयातित सोना महंगा पड़ रहा। सिल्वर के लिए इंडस्ट्रियल डिमांड (सोलर पैनल, EVs) भी बड़ा फैक्टर है, जो इसकी कीमत को 43% ऊपर ले गई।

एक्सपर्ट्स की भविष्यवाणी
विशेषज्ञों का मानना है कि ये तेजी अभी बरकरार रहेगी। केडिया एडवाइजरी के डायरेक्टर अजय केडिया कहते हैं, “जियो-पॉलिटिकल टेंशन और टैरिफ से सोने को सपोर्ट मिल रहा। इस साल अंत तक 10 ग्राम सोना ₹1,15,000 से ₹1,20,000 तक जा सकता है।” चांदी के लिए ₹1,40,000 प्रति किलो का लक्ष्य है। जेपी मॉर्गन रिसर्च के अनुसार, ग्लोबल गोल्ड $3,800 प्रति औंस (लगभग ₹1,18,000 भारतीय मूल्य) छू सकता है। HSBC और UBS जैसे बैंक भी $3,700-$3,800 का पूर्वानुमान दे रहे। हालांकि, अगर फेड रेट कट धीमा पड़े तो मामूली गिरावट संभव, लेकिन कुल मिलाकर बुलिश ट्रेंड। नवरात्रि और दिवाली से मांग और चढ़ सकती है।

सोना खरीदें तो ये टिप्स अपनाएं
ऊंचे दामों में सोना खरीदना जोखिम भरा हो सकता है, लेकिन स्मार्ट तरीके से निवेश करें। सबसे पहले, हमेशा BIS हॉलमार्क वाला सोना लें- ये 6 अंकों का HUID कोड (जैसे AZ4524) के साथ आता है, जो शुद्धता की गारंटी देता। बिना हॉलमार्क के सोना बिक्री पर बैन है। दूसरा, वजन और कीमत कई सोर्स से चेक करें, जैसे IBJA वेबसाइट या MCX। 24 कैरेट सबसे शुद्ध है, लेकिन ज्वेलरी के लिए 22 कैरेट बेहतर। मेकिंग चार्ज और GST जोड़कर कुल खर्च निकालें। अगर निवेश कर रहे हैं, तो SIP या ETF पर विचार करें। याद रखें, छोटी मात्रा में खरीदें और लंबे समय के लिए होल्ड करें- ये महंगाई के खिलाफ ढाल है।
राणा अंशुमान सिंह यूनिफाइड भारत के एक उत्साही पत्रकार हैं, जो निष्पक्ष और प्रभावी ख़बरों के सन्दर्भ में जाने जाना पसंद करते हैं। वह सामाजिक मुद्दों, धार्मिक पर्यटन, पर्यावरण, महिलाओं के अधिकारों और राजनीति पर गहन शोध करना पसंद करते हैं। पत्रकारिता के साथ-साथ हिंदी-उर्दू में कविताएँ और ग़ज़लें लिखने के शौकीन राणा भारतीय संस्कृति और सामाजिक बदलाव के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।