Raja Raghuvanshi Murder: सोनम के भाई गोविंद राजा के परिवार के साथ मिलकर लड़ेगा न्याय की जंग
प्रमुख बिंदु-
इंदौर: मेघालय हनीमून हत्याकांड में रोज नए मोड़ आ रहे हैं। राजा रघुवंशी (Raja Raghuvanshi) की हत्या की साजिश रचने वाली उनकी पत्नी सोनम रघुवंशी (Sonam Raghuwanshi) ने पुलिस के सामने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। इस बीच, एक भावनात्मक मुलाकात में राजा की मां उमा देवी ने सोनम के भाई गोविंद रघुवंशी (Govind Raghuwanshi) को माफ कर दिया। दोनों परिवार अब मिलकर सोनम और अन्य आरोपियों को सजा दिलाने की लड़ाई लड़ेंगे।

भाई गोविंद ने राजा की मां से मांगी माफी
बुधवार को गोविंद रघुवंशी राजा के घर पहुंचा। जैसे ही उसने राजा की मां उमा देवी को देखा, वह उनके पैरों में गिर पड़ा और फूट-फूटकर रोने लगा। उमा देवी भी अपने आंसुओं को नहीं रोक पाईं। मीडिया से बातचीत में उमा ने कहा, “गोविंद अपनी बहन की करतूत से शर्मिंदा और गुस्से में है। उसने वादा किया कि वह हमारे साथ मिलकर सोनम को सजा दिलवाएगा।” गोविंद ने कहा, “अगर मेरी बहन दोषी है, तो उसे फांसी मिलनी चाहिए। सारे सबूत यही बता रहे हैं कि सोनम ने राजा की हत्या करवाई।”
गोविंद मंगलवार को इंदौर पहुंचा और सीधे राजा के घर गया। उमा ने बताया, “हमने गोविंद को माफ कर दिया, क्योंकि उसे साजिश की कोई जानकारी नहीं थी। अब हम सभी मिलकर न्याय की लड़ाई लड़ेंगे।” गोविंद ने राजा के परिवार के साथ कानूनी स्तर पर इंसाफ की लड़ाई में साथ देने का भरोसा दिलाया।

हत्याकांड की साजिश: सोनम और प्रेमी राज कुशवाहा मास्टरमाइंड
पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि सोनम ने अपने प्रेमी राज कुशवाहा के साथ मिलकर राजा की हत्या की साजिश रची। दोनों ने तीन कॉन्ट्रैक्ट किलर्स—आकाश, आनंद, और विशाल—को हायर किया। हत्या के लिए गुवाहाटी से ऑनलाइन एक दाव (छोटी कुल्हाड़ी) मंगवाया गया। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के मुताबिक, राजा के सिर पर दो गहरे घाव मिले, जो इसी हथियार से किए गए।
सोनम ने हनीमून के टिकट खुद बुक किए और राजा को मेघालय ले गई। पुलिस को शक है कि वापसी का टिकट जानबूझकर नहीं बुक किया गया, क्योंकि हत्या के बाद भागने की योजना थी। सोनम ने हनीमून के दौरान राज कुशवाहा के साथ चैटिंग की और हत्यारों के साथ अपनी लाइव लोकेशन शेयर की।

17 दिन की फरारी: गाजीपुर में गिरफ्तार
23 मई को हत्या के बाद सोनम शिलांग से वाराणसी और फिर गाजीपुर पहुंची। वह नेपाल भागने की फिराक में थी, लेकिन राज कुशवाहा की गिरफ्तारी के बाद उसे गाजीपुर के एक ढाबे से गिरफ्तार किया गया। ढाबा मालिक साहिल यादव ने बताया कि सोनम रात 1 बजे ढाबे पर पहुंची और अपने भाई गोविंद को फोन किया। गोविंद ने पुलिस को उसकी लोकेशन दी, जिसके बाद उसे गिरफ्तार किया गया।

SIT के 20 अहम सवाल जो खोलेंगे हत्याकांड के राज
मेघालय पुलिस की SIT अब सोनम रघुवंशी, राज कुशवाहा, और तीन कॉन्ट्रैक्ट किलर्स—आकाश, आनंद, और विशाल—से आमने-सामने पूछताछ करेगी। ये सवाल साजिश की परतें खोलने में अहम होंगे:
- क्या सोनम और राज ने मिलकर हत्या की पूरी योजना बनाई थी?
- हनीमून की प्लानिंग कब और कैसे बनी?
- वापसी के टिकट क्यों नहीं बुक किए गए?
- सोनम का राज कुशवाहा से कब और कैसे संपर्क हुआ?
- हनीमून के दौरान सोनम राज से चैटिंग क्यों कर रही थी?
- लाइव लोकेशन हत्यारों के साथ क्यों शेयर की गई?
- मावलखियात में दिखे तीन लोगों के बारे में क्या जानकारी है?
- गाइड अल्बर्ट की सेवाएं लेने से क्यों इनकार किया गया?
- क्या सोनम और राज ने मिलकर तीनों हत्यारों को हायर किया?
- कॉन्ट्रैक्ट किलर्स से किसने और कैसे संपर्क किया?
- हत्यारों को कितनी रकम दी गई और किसने दी?
- मेघालय को ही हत्या के लिए क्यों चुना गया?
- राज कुशवाहा खुद मेघालय क्यों नहीं आया?
- हत्या के बाद सोनम 17 दिन तक कहां-कहां रही?
- फरारी के दौरान सोनम को छिपने में किसने मदद की?
- राजा की घड़ी और फोन मिले, लेकिन गहने क्यों गायब हैं?
- हत्या में इस्तेमाल हथियार कहां से और कैसे मिला?
- क्या सोनम ने राजा को जबरन मेघालय चलने के लिए मजबूर किया?
- शादी में सोनम खुश क्यों नहीं दिख रही थी?
- अगर सोनम शादी नहीं करना चाहती थी, तो मना क्यों नहीं किया?
राजा की मां उमा देवी ने कहा, “सोनम को अगर राजा के साथ नहीं रहना था, तो वह शादी से मना कर सकती थी। मेरे बेटे की हत्या की क्या जरूरत थी?” इस केस ने पूरे देश को झकझोर दिया है। अब राजा का परिवार और गोविंद मिलकर कानूनी लड़ाई लड़ेंगे, ताकि सोनम और अन्य आरोपियों को कड़ी सजा मिले।
राणा अंशुमान सिंह यूनिफाइड भारत के एक उत्साही पत्रकार हैं, जो निष्पक्ष और प्रभावी ख़बरों के सन्दर्भ में जाने जाना पसंद करते हैं। वह सामाजिक मुद्दों, धार्मिक पर्यटन, पर्यावरण, महिलाओं के अधिकारों और राजनीति पर गहन शोध करना पसंद करते हैं। पत्रकारिता के साथ-साथ हिंदी-उर्दू में कविताएँ और ग़ज़लें लिखने के शौकीन राणा भारतीय संस्कृति और सामाजिक बदलाव के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।