प्रमुख बिंदु-
Ex-DGP Son Death: मोहम्मद मुस्तफा के बेटे अकील अख्तर की अचानक मौत के बाद उनके पुराने वीडियो ने सनसनी फैला दी, जिसमें उन्होंने परिवार पर गंभीर आरोप लगाए थे। अब इस मामले में एफआईआर दर्ज हो गई है, और जांच तेज हो गई है। क्या यह ओवरडोज की मौत थी या कुछ और? आइए विस्तार से जानते हैं।
मौत की रात क्या हुआ?
16 अक्टूबर 2025 की रात पंचकूला के सेक्टर-4 में स्थित एमडीसी आवास में अकील अख्तर (35) को उनके परिवार वालों ने बेहोश पाया। परिवार के सदस्यों ने बताया कि शाम करीब 9 बजे उन्हें बेसुध हालत में देखा गया। फौरन उन्हें सेक्टर-6 के सिविल अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। शुरूआती जांच में पुलिस को लगा कि मौत दवाओं की ओवरडोज से हुई हो सकती है, क्योंकि परिवार ने यही बयान दिया था। पोस्टमॉर्टम के बाद शव को उनके पैतृक गांव सहारनपुर ले जाया गया, जहां 17 अक्टूबर को अंतिम संस्कार किया गया।
अकील एक वकील थे और पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट में प्रैक्टिस करते थे। उनके दो बच्चे हैं- एक बेटा और एक बेटी। मौत की खबर सुनकर कांग्रेस नेता अमरिंदर सिंह राजा वारिंग समेत कई राजनीतिक हस्तियों ने शोक जताया। लेकिन जल्द ही मामला पलट गया, जब अकील का पुराना वीडियो वायरल हो गया। इस वीडियो ने मौत को संदिग्ध बना दिया और पुलिस को कार्रवाई के लिए मजबूर कर दिया। पड़ोसी शमशुद्दीन की शिकायत पर अब हत्या और साजिश का केस दर्ज हो चुका है।

वीडियो में क्या बोले अकील?
मौत से करीब दो महीने पहले, 27 अगस्त 2025 को अकील ने अपने सोशल मीडिया पर एक 16 मिनट 11 सेकंड का वीडियो अपलोड किया था। इसमें उन्होंने परिवार पर बेहद गंभीर आरोप लगाए। अकील ने कहा कि उन्होंने डेढ़ साल पहले अपनी पत्नी और पिता के बीच अवैध संबंधों का पता लगाया था। उन्होंने दावा किया कि शादी के एक साल बाद 2018 में उन्होंने दोनों को एक साथ देखा, लेकिन पिता भाग गए।
वीडियो में अकील ने आगे कहा कि परिवार वाले उन्हें मारने की साजिश रच रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि उन्हें झूठे केस में फंसाने की कोशिश की गई, और एक बार पुलिस ने उन्हें हिरासत में लिया भी। “मुझे डिटेन कराया गया, मेंटली प्रेशर डाला जा रहा है। वे कहते हैं कि तेरा कैरेक्टर स्टेब्लिश कर देंगे,” अकील ने वीडियो में बताया। उन्होंने अपनी बहन पर भी आरोप लगाए कि वह घर छोड़कर किसी के साथ भाग गई थी, और परिवार उसकी शादी के खिलाफ था।
सबसे चौंकाने वाला आरोप था- “मेरी पत्नी की शादी मुझसे नहीं, मेरे डैड से हुई है।” अकील ने कहा कि शादी की पहली रात पत्नी ने उन्हें छुआ तक नहीं, और बाद में झगड़े हुए। उन्होंने यह भी बताया कि उन्हें जबरन रिहेब सेंटर में रखा गया, जबकि वे नशे में नहीं थे। “मेरी गैस एजेंसी है, लेकिन पैसे मुझे नहीं देते। कहते हैं तू नशा कर लेगा,” अकील ने रोते हुए कहा। वीडियो में उन्होंने डायरी का जिक्र किया, जिसमें सुसाइड नोट जैसी बातें थीं। इस वीडियो ने मौत के बाद सवाल खड़े कर दिए कि क्या अकील की मौत नैचुरल थी या साजिश का नतीजा?

FIR दर्ज: परिवार के सदस्य बने आरोपी
मौत के बाद वीडियो वायरल होने पर पड़ोसी शमशुद्दीन ने पंचकूला पुलिस कमिश्नर को शिकायत दी। उन्होंने दावा किया कि अकील की पत्नी और पिता के बीच अवैध संबंध थे, और इसमें पूर्व मंत्री रजिया सुल्ताना भी शामिल थीं। शिकायत के आधार पर एमडीसी थाने में धारा 103(1) और 61 बीएनएस के तहत केस दर्ज किया गया।
आरोपियों में पूर्व DGP मोहम्मद मुस्तफा, उनकी पत्नी रजिया सुल्ताना, बेटी और बहू शामिल हैं। पुलिस का कहना है कि वीडियो में लगाए आरोपों की जांच की जा रही है। शुरूआती रिपोर्ट में ओवरडोज का जिक्र था, लेकिन अब हत्या की साजिश की एंगल से जांच हो रही है। पुलिस ने शमशुद्दीन के बयान रिकॉर्ड किए हैं, और परिवार से पूछताछ की तैयारी है। सहारनपुर से लौटने के बाद मुस्तफा से पूछताछ हो सकती है। क्या यह केस राजनीतिक रंग लेगा? क्योंकि मुस्तफा और रजिया कांग्रेस से जुड़े हैं।

मोहम्मद मुस्तफा का बैकग्राउंड
मोहम्मद मुस्तफा 1985 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। वे मूल रूप से उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले के हरडा गांव के रहने वाले हैं। पंजाब पुलिस में DGP रहते हुए वे कैप्टन अमरिंदर सिंह के करीबी थे, लेकिन बाद में विवाद हुए। उन्होंने अमरिंदर पर DGP पद से हटाने की साजिश का आरोप लगाया और सुप्रीम कोर्ट तक गए। 2021 में रिटायरमेंट के बाद वे कांग्रेस में सक्रिय हुए और नवजोत सिंह सिद्धू के सलाहकार बने।
उनकी पत्नी रजिया सुल्ताना चन्नी सरकार में कैबिनेट मंत्री रहीं। 2022 के विधानसभा चुनाव में वे मलेरकोटला से हार गईं। मुस्तफा को पांच वीरता पुरस्कार मिल चुके हैं। उनकी बहू को पंजाब वक्फ बोर्ड का चेयरपर्सन बनाया गया था, जो विवादों में रहा। परिवार राजनीति और पुलिस की दुनिया में जाना-माना है, लेकिन अब यह मौत का मामला उनकी साख पर सवाल उठा रहा है।

पुलिस अब पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है। क्या मौत ओवरडोज से हुई या जहर से? वीडियो की फॉरेंसिक जांच होगी। अकील की डायरी और फोन रिकॉर्ड्स खंगाले जा रहे हैं। परिवार ने अभी कोई बयान नहीं दिया। कांग्रेस नेताओं ने शोक जताया है, लेकिन केस पर चुप्पी साधी है।
राणा अंशुमान सिंह यूनिफाइड भारत के एक उत्साही पत्रकार हैं, जो निष्पक्ष और प्रभावी ख़बरों के सन्दर्भ में जाने जाना पसंद करते हैं। वह सामाजिक मुद्दों, धार्मिक पर्यटन, पर्यावरण, महिलाओं के अधिकारों और राजनीति पर गहन शोध करना पसंद करते हैं। पत्रकारिता के साथ-साथ हिंदी-उर्दू में कविताएँ और ग़ज़लें लिखने के शौकीन राणा भारतीय संस्कृति और सामाजिक बदलाव के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
