Premanand Maharaj ने लव मैरिज पर दिया संतुलित जवाब, कहा– ‘सम्मान और समझ से सुलझाएं मतभेद’
प्रमुख बिंदु-
Mathura : वृंदावन के प्रख्यात संत Premanand Maharaj की आध्यात्मिक शिक्षाएं और सहज सलाह देश-विदेश में लाखों भक्तों के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं। सोशल मीडिया पर उनके सत्संग के वीडियो युवाओं के बीच खासे लोकप्रिय हैं। हाल ही में एक सत्संग के दौरान, एक भक्त ने उनसे Love Marriage को लेकर सवाल पूछा, जिसमें माता-पिता की असहमति की समस्या थी। महाराज ने इस सवाल का जवाब न केवल प्रगतिशील दृष्टिकोण के साथ दिया, बल्कि माता-पिता और बच्चों दोनों को सांस्कारिक और आध्यात्मिक मार्गदर्शन भी प्रदान किया। उनके इस बयान ने समाज में एक नया संदेश दिया है।
भक्त का सवाल और महाराज का जवाब
एक युवा भक्त ने सत्संग में पूछा कि मैं लव मैरिज करना चाहता हूं, लेकिन मेरे माता-पिता सहमत नहीं हैं। मुझे क्या करना चाहिए? इस पर महाराज ने बड़े सहज और गहरे शब्दों में जवाब दिया। उन्होंने कहा कि आज का जमाना नया है। माता-पिता को यह समझना चाहिए कि अगर बच्चे उनकी अनुमति मांग रहे हैं, उनके पैर छू रहे हैं, तो उनका सम्मान करना चाहिए। बड़ा बनकर बात करने से आप अपना ही अपमान करा सकते हैं।
So sensible, please listen pic.twitter.com/yQik0ahYz5
— Prayag (@theprayagtiwari) June 10, 2025
महाराज ने माता-पिता को सलाह दी कि बच्चों के साथ झगड़ा या तनाव पैदा करने के बजाय, उनके प्रेम को समझें। उन्होंने कहा कि अगर लड़का और लड़की सच्चे प्रेम में हैं, तो इसमें लड़ाई-झगड़े की कोई जगह नहीं होनी चाहिए। माता-पिता को यह धमकी नहीं देनी चाहिए कि ‘अगर तुम इस शादी को करोगे, तो हम तुम्हारा त्याग कर देंगे।’ इसके बजाय, विवेक के साथ फैसला लें।
महाराज का यह बयान समाज में एक प्रगतिशील संदेश देता है। उन्होंने लव मैरिज को न तो पूरी तरह खारिज किया और न ही बिना सोच-विचार के समर्थन किया।

प्रेमानंद महाराज का माता-पिता के लिए सलाह
महाराज ने माता-पिता को सुझाव दिया कि वे लड़के या लड़की के परिवार से मिलें, उनके व्यवहार और इरादों को परखें। उन्होंने कहा कि लड़की से बात करें, यह सुनिश्चित करें कि कोई धोखा तो नहीं है। लड़के के परिवार से दो-चार बार मिलें, उसका आचरण देखें। अगर सब कुछ ठीक है, तो बच्चों का साथ दें। उन्होंने जोर देकर कहा कि माता-पिता को बच्चों के प्रेम का सम्मान करना चाहिए, लेकिन साथ ही यह भी देखना चाहिए कि बच्चे छल-कपट या आवेश में गलत निर्णय तो नहीं ले रहे।

बच्चों के लिए ब्रह्मचर्य और अनुमति का महत्व
युवाओं को संबोधित करते हुए महाराज ने ब्रह्मचर्य और माता-पिता की अनुमति पर विशेष जोर दिया। उन्होंने कहा कि शादी होने तक ब्रह्मचर्य का पालन करें। यह पवित्रता आपके रिश्ते को मजबूत बनाएगी। माता-पिता के चरणों में जाकर कहें, ‘हमने दोस्ती कर ली है और आजीवन साथ रहना चाहते हैं। आपका आशीर्वाद चाहिए।’ यह अनुमति लेना जरूरी है।
उन्होंने चेतावनी दी कि जो बच्चे माता-पिता की बात नहीं मानते और मनमानी करते हैं, वे बाद में दुखी ही रहते हैं। महाराज ने कहा कि आजकल के बच्चे बुद्धिमान हैं, लेकिन उनमें विवेक की कमी है। माता-पिता की सलाह को नजरअंदाज करने से रिश्तों में कड़वाहट आ सकती है।
Premanand Maharaj की लोकप्रियता
वृंदावन में राधा-कृष्ण की भक्ति में लीन Premanand Maharaj के सत्संग में फिल्मी सितारे, राजनेता और आम लोग शामिल होते हैं। उनकी सादगी और गहरे विचार युवाओं को आध्यात्मिकता की ओर आकर्षित करते हैं। सोशल मीडिया पर उनके वीडियो लाखों बार देखे जाते हैं, जहां वे रिश्तों, स्वास्थ्य और भक्ति जैसे विषयों पर मार्गदर्शन देते हैं।

Premanand Maharaj का Love Marriage पर यह बयान न केवल युवाओं और माता-पिता के बीच संवाद को बढ़ावा देता है, बल्कि समाज में प्रेम, सम्मान और पवित्रता के महत्व को भी रेखांकित करता है। उनकी सलाह है कि माता-पिता बच्चों का साथ दें, लेकिन विवेक के साथ और बच्चे माता-पिता की अनुमति और ब्रह्मचर्य का पालन करें।

बृहस्पति राज पांडेय यूनिफाइड भारत के एक विचारशील पत्रकार और लेखक हैं, जो खेल, शिक्षा और सामाजिक मुद्दों पर निष्पक्ष व प्रभावशाली लेखन के लिए जाने जाते हैं। सामाजिक और राजनीतिक विषयों पर उनकी गहरी पकड़ है। वह नीति-निर्माण, युवा उत्थान और खेल जगत पर विशेष ध्यान देते हैं। युवाओं की आवाज़ को मंच देने और सामाजिक बदलाव के लिए बृहस्पति सतत समर्पित हैं।