प्रमुख बिंदु-
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री जन धन योजना (PMJDY) ने पिछले एक दशक में करोड़ों गरीबों को बैंकिंग की मुख्यधारा से जोड़ा है, लेकिन अब 10 करोड़ से ज्यादा खाताधारकों के लिए अलर्ट है। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) के नियमों के तहत, 2014-15 में खोले गए इन खातों की केवाईसी (नो योर कस्टमर) वैधता 10 साल की है। 30 सितंबर तक री-KYC न कराने पर खाता निष्क्रिय हो सकता है, जिससे सरकारी योजनाओं की सब्सिडी और लेन-देन ठप हो जाएंगे। सरकार ने पूरे देश में विशेष कैंप लगाए हैं, लेकिन समय तेजी से निकल रहा है। आइए, जानते हैं इसकी पूरी डिटेल्स।
PMJDY की 11 साल में चार गुना उछाल
PMJDY को 28 अगस्त 2014 को लॉन्च किया गया था, जो वित्तीय समावेशन का एक बड़ा मिशन है। आरंभ में बिना किसी न्यूनतम बैलेंस के जीरो बैलेंस अकाउंट खोलने की सुविधा ने लाखों असेवित लोगों को आकर्षित किया। आंकड़ों पर नजर डालें तो योजना की सफलता साफ झलकती है। 2015 में मात्र 14.72 करोड़ अकाउंट थे, जो 2025 तक बढ़कर 56.55 करोड़ हो चुके हैं। यह चार गुना से ज्यादा की वृद्धि है।
साल | अकाउंट्स की संख्या (करोड़ में) |
---|---|
2015 | 14.72 |
2017 | 28.17 |
2019 | 35.27 |
2021 | 42.20 |
2023 | 48.65 |
2025 | 56.55 |
ये आंकड़े वित्त मंत्रालय के अनुसार हैं, जो दिखाते हैं कि योजना ने ग्रामीण और शहरी गरीबों को डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (डीबीटी) से जोड़ दिया। हालांकि, अब चुनौती है पुराने खातों की री-KYC। विशेषज्ञों का कहना है कि यह प्रक्रिया धोखाधड़ी रोकने और अकाउंट्स को सुरक्षित रखने के लिए अनिवार्य है।

री-KYC क्यों जरूरी?
री-KYC एक सरल प्रक्रिया है जिसमें खाताधारक अपनी पुरानी जानकारी जैसे नाम, पता, फोटो और संपर्क विवरण अपडेट करते हैं। आरबीआई के दिशानिर्देशों के मुताबिक, कम जोखिम वाले खातों (जैसे जनधन) के लिए हर 10 साल में यह अपडेट अनिवार्य है। इसका मुख्य उद्देश्य बैंकिंग सिस्टम को मजबूत बनाना और फर्जी लेन-देन रोकना है।
योजना के तहत खोले गए लगभग 10.5 करोड़ अकाउंट्स अब इसकी जद में हैं, जो 2014 के मिशन मोड में खुले थे। अगर अपडेट न किया गया, तो अकाउंट इनऑपरेटिव हो जाएगा। हिमाचल प्रदेश जैसे राज्यों में 25% अकाउंट पहले से ही निष्क्रिय हैं, जहां जीरो बैलेंस की समस्या प्रमुख है। वित्तीय विशेषज्ञों का मानना है कि री-KYC न केवल सुरक्षा बढ़ाती है, बल्कि खाताधारकों को नई सुविधाओं जैसे मल्टीपल नॉमिनी रजिस्ट्रेशन का लाभ भी देती है।
1.7 लाख जगहों पर अपडेट
सरकार ने जुलाई 2025 से ‘नेशनवाइड फाइनेंशियल इंक्लूजन सैचुरेशन कैंपेन’ शुरू किया है, जो 30 सितंबर तक चलेगा। सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक ग्राम पंचायत स्तर पर कैंप लगा रहे हैं, जहां बैंक कर्मचारी घर-घर जाकर री-KYC करा रहे हैं। अब तक 1.7 लाख से ज्यादा कैंप आयोजित हो चुके हैं और लाखों लोगों ने अपडेट कर लिया है।
आरबीआई डिप्टी गवर्नर स्वामीनाथन जानकीरामन ने कहा, “यह कैंप न केवल री-KYC पर फोकस कर रहे हैं, बल्कि पीएम जीवन ज्योति बीमा योजना, पीएम सुरक्षा बीमा योजना और अटल पेंशन योजना में भी नामांकन करा रहे हैं।” विभिन्न बैंकों जैसे एसबीआई, पीएनबी और कनारा बैंक ने डिजिटल चैनलों को भी सक्रिय किया है। उदाहरण के तौर पर, एसबीआई में नेट बैंकिंग से ही केवाईसी अपडेट हो सकती है।

न करने पर क्या होगा?
री-KYC न कराने के गंभीर परिणाम हो सकते हैं। खाता निष्क्रिय हो जाएगा, जिससे एटीएम से पैसे निकालना, शॉपिंग या सरकारी सब्सिडी जैसे गैस, पेंशन प्राप्त करना मुश्किल हो जाएगा। बैंक ट्रांजेक्शन पर पाबंदी लगा सकते हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार, अगर खाते में पहले से कोई ट्रांजेक्शन न हो, तो यह पहले ही इनऑपरेटिव माना जाता है। ऐसे में री-KYC के बिना सक्रिय करना असंभव। विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि देरी न करें, क्योंकि 30 सितंबर के बाद प्रक्रिया जटिल हो सकती है।
जनधन खाते के फायदे
PMJDY खाता गरीबों के लिए वरदान साबित हुआ है। जीरो बैलेंस पर खुलने वाला यह अकाउंट रुपे डेबिट कार्ड के साथ आता है, जिस पर 2 लाख रुपये का दुर्घटना बीमा कवर है। खाताधारक 10,000 रुपये तक का ओवरड्राफ्ट ले सकते हैं। डीबीटी से सीधी सब्सिडी, बचत पर ब्याज और बीमा-पेंशन योजनाओं का लिंकेज इसे खास बनाता है। आरबीआई के अनुसार, रुपे कार्ड पर न्यूनतम एक ट्रांजेक्शन करने से बीमा क्लेम वैलिड होता है।

कौन खोल सकता है और कैसे?
यह खाता हर वयस्क नागरिक खोल सकता है, खासकर जिनके पास पहले से कोई अकाउंट न हो। जरूरी दस्तावेज हैं: आधार कार्ड (या वोटर आईडी, ड्राइविंग लाइसेंस), पता प्रमाण (राशन कार्ड, बिजली बिल) और पासपोर्ट साइज फोटो। नजदीकी बैंक शाखा, पोस्ट ऑफिस या बैंक मित्र (बीसी) पर जाकर फॉर्म भरें। कई बैंक अब ऑनलाइन सुविधा भी दे रहे हैं। योजना के तहत, खाता खोलने पर तुरंत रुपे कार्ड जारी होता है।
PMJDY ने वित्तीय सशक्तिकरण की नई इबारत लिखी है, लेकिन री-KYC जैसे अपडेट इसे जीवंत रखते हैं। अगर आपका खाता पुराना है, तो आज ही नजदीकी कैंप या बैंक पहुंचें। समय रहते कदम उठाएं, वरना अवसर हाथ से निकल सकता है।
राणा अंशुमान सिंह यूनिफाइड भारत के एक उत्साही पत्रकार हैं, जो निष्पक्ष और प्रभावी ख़बरों के सन्दर्भ में जाने जाना पसंद करते हैं। वह सामाजिक मुद्दों, धार्मिक पर्यटन, पर्यावरण, महिलाओं के अधिकारों और राजनीति पर गहन शोध करना पसंद करते हैं। पत्रकारिता के साथ-साथ हिंदी-उर्दू में कविताएँ और ग़ज़लें लिखने के शौकीन राणा भारतीय संस्कृति और सामाजिक बदलाव के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।