प्रमुख बिंदु-
नई दिल्ली, 29 जुलाई 2025: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को लोकसभा (Lok Sabha) में ऑपरेशन सिंदूर पर अपने बहुप्रतीक्षित भाषण में आतंकवाद के खिलाफ भारत की मजबूत नीति और सशस्त्र बलों की ताकत को दर्शाया। यह भाषण न केवल पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद के खिलाफ भारत की निर्णायक कार्रवाई का उत्सव था, बल्कि विपक्ष, खासकर कांग्रेस पर उनकी नकारात्मक और देश विरोधी मानसिकता के लिए करारा प्रहार भी था। ऑपरेशन सिंदूर, जो 22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में शुरू किया गया था, को पीएम मोदी ने भारत की आत्मनिर्भरता और सैन्य शक्ति का प्रतीक बताया। इस लेख में हम उनके भाषण के प्रमुख बिंदुओं को पांच खंडों में विस्तार से देखेंगे।
ऑपरेशन सिंदूर: आतंक के खिलाफ विजयोत्सव
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण की शुरुआत में इस संसद सत्र को “विजयोत्सव” करार दिया, जिसका अर्थ है आतंकवाद के मुख्यालयों का विनाश। उन्होंने कहा, “मैं भारत का पक्ष रखने के लिए यहाँ खड़ा हूँ और उन लोगों को आईना दिखाने के लिए जो इसे समझ नहीं पाते।” उन्होंने 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले का जिक्र किया, जिसमें 26 लोग मारे गए थे, और कहा कि ऑपरेशन सिंदूर आतंकवादियों और उनके आकाओं को करारा जवाब था। पीएम ने स्पष्ट किया कि भारत ने सिर्फ 22 मिनट में पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में आतंकी ठिकानों को नष्ट कर दिया, जिससे पूरी दुनिया में भारत की ताकत का डंका बजा।
मोदी ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर ने आतंक के सरपरस्तों को बेचैन कर दिया है। “आज आतंक के मास्टरमाइंड को नींद नहीं आती, क्योंकि वे जानते हैं कि भारत उन्हें ढूंढकर खत्म कर देगा। यह नया भारत है।” उन्होंने सशस्त्र बलों की तारीफ करते हुए कहा कि उन्हें पूरी छूट दी गई थी, जिसके परिणामस्वरूप आतंकियों को ऐसा सबक सिखाया गया कि पाकिस्तान के सैन्य ठिकाने “आईसीयू में हैं।”

परमाणु ब्लैकमेल के सामने नहीं झुकेगा भारत
प्रधानमंत्री ने पाकिस्तान के परमाणु हथियारों के दम पर दी जाने वाली धमकियों को खारिज करते हुए कहा कि भारत ने दुनिया को दिखा दिया कि वह किसी भी तरह के परमाणु ब्लैकमेल के सामने नहीं झुकेगा। उन्होंने बताया कि भारत ने ऑपरेशन सिंदूर में स्वदेशी ड्रोन्स और मिसाइलों का इस्तेमाल किया, जिसने पाकिस्तानी हथियारों की कमजोरी को उजागर कर दिया।
मोदी ने जोर देकर कहा कि ऑपरेशन सिंदूर ने “आत्मनिर्भर भारत” की ताकत को दुनिया के सामने प्रदर्शित किया। उन्होंने कहा, “हमारे ड्रोन और मिसाइलों ने पाकिस्तान के हथियारों की पोल खोल दी। अब आतंकी हमले करने वाले जानते हैं कि भारत उनके घर में घुसकर हिसाब बराबर करेगा।” उन्होंने यह भी बताया कि 9 मई को पाकिस्तान ने भारत पर 1,000 मिसाइलों और ड्रोन्स से हमला करने की कोशिश की, लेकिन भारत की वायु रक्षा प्रणाली ने उन्हें हवा में ही नष्ट कर दिया।

दुनिया के किसी देश ने रक्षा में कार्रवाई करने से नहीं रोका।
मोदी ने अपने भाषण में बताया कि संयुक्त राष्ट्र में केवल तीन देशों ने, पाकिस्तान को छोड़कर, ऑपरेशन सिंदूर का विरोध किया, जबकि बाकी दुनिया ने भारत का समर्थन किया। उन्होंने कहा, “कोई भी देश ने भारत को अपनी रक्षा में कार्रवाई करने से नहीं रोका।” उन्होंने 9 मई की रात को अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस के साथ अपनी बातचीत का जिक्र किया, जब वेंस ने पाकिस्तान के बड़े हमले की चेतावनी दी थी। मोदी ने जवाब दिया, “अगर पाकिस्तान हम पर हमला करेगा, तो हमारा जवाब और बड़ा होगा। हम गोलियों का जवाब तोपों से देंगे।”
हालांकि, उन्होंने कांग्रेस और विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि भारत के सैनिकों की वीरता को विश्व ने सराहा, लेकिन कांग्रेस ने इसका समर्थन नहीं किया। उन्होंने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा, “विपक्ष मेरे खिलाफ बयानबाजी करके सुर्खियां बटोर सकता है, लेकिन इससे देशवासियों का दिल नहीं जीता जा सकता।” उन्होंने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि वह पाकिस्तानी प्रचार का हिस्सा बन गई है और भारत की रक्षा नीतियों को कमजोर करने की कोशिश कर रही है।

कांग्रेस ने सर्जिकल स्ट्राइक का सबूत मांगा था
प्रधानमंत्री ने कांग्रेस की पुरानी नीतियों पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा सशस्त्र बलों के प्रति नकारात्मक रवैया अपनाया, चाहे वह करगिल विजय हो या ऑपरेशन सिंदूर। उन्होंने 2019 के बालाकोट हमले का जिक्र करते हुए कहा कि कांग्रेस ने तब सर्जिकल स्ट्राइक का सबूत मांगा था, लेकिन जब जनता का मूड देखा, तो दावा करने लगे कि उनकी सरकारों ने भी सर्जिकल स्ट्राइक की थीं।
मोदी ने कहा कि कांग्रेस ने रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता पर ध्यान नहीं दिया और विदेशी हथियारों पर निर्भरता बढ़ाई। उन्होंने अपनी सरकार के सुधारों का जिक्र करते हुए कहा कि पिछले एक दशक में रक्षा क्षेत्र में निजी कंपनियों और स्टार्टअप्स को बढ़ावा दिया गया, जिसमें युवा महिलाएं भी शामिल हैं। उन्होंने कहा, “हमारी सरकार ने चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ का पद बनाया और रक्षा उत्पादन को बढ़ावा दिया, जिसका परिणाम ऑपरेशन सिंदूर में देखने को मिला।”

सिंधु जल संधि कांग्रेस की सबसे बड़ी गलती
मोदी ने सिंधु जल संधि (Indus Water Treaty) को कांग्रेस की सबसे बड़ी गलती करार दिया। उन्होंने कहा कि जवाहरलाल नेहरू ने भारत से निकलने वाली नदियों का 80% पानी पाकिस्तान को दे दिया, जबकि भारत जैसे बड़े देश को केवल 20% पानी मिला। उन्होंने कहा, “यह संधि किसानों के हितों को नजरअंदाज करने वाली थी। हमने स्पष्ट कर दिया कि खून और पानी एक साथ नहीं बह सकते।”
अंत में, मोदी ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर और ऑपरेशन महादेव जैसे अभियान आतंकवाद के खिलाफ भारत की सख्त नीति को दर्शाते हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि जब तक पाकिस्तान आतंकी हमलों को बंद नहीं करता, भारत कार्रवाई करता रहेगा। उन्होंने ऑपरेशन महादेव का जिक्र किया, जिसमें पहलगाम हमले के मास्टरमाइंड समेत तीन आतंकियों को मार गिराया गया।


राणा अंशुमान सिंह यूनिफाइड भारत के एक उत्साही पत्रकार हैं, जो निष्पक्ष और प्रभावी ख़बरों के सन्दर्भ में जाने जाना पसंद करते हैं। वह सामाजिक मुद्दों, धार्मिक पर्यटन, पर्यावरण, महिलाओं के अधिकारों और राजनीति पर गहन शोध करना पसंद करते हैं। पत्रकारिता के साथ-साथ हिंदी-उर्दू में कविताएँ और ग़ज़लें लिखने के शौकीन राणा भारतीय संस्कृति और सामाजिक बदलाव के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।