हमले के बाद भी नहीं रुका कश्मीर का जादू: पर्यटकों ने जताया भरोसा
प्रमुख बिंदु –
पहलगाम, जम्मू-कश्मीर: आतंकी हमले (Pahalgam Terror Attack) के पांच दिन बाद, पहलगाम की सैरगाह फिर से पर्यटकों की चहल-पहल से गुलजार होने लगी है। 22 अप्रैल 2025 को हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की जान चली गई थी, जिसके बाद यह खूबसूरत पर्यटन स्थल सुनसान हो गया था। लेकिन रविवार को, देश-विदेश के पर्यटकों ने साहस और आत्मविश्वास के साथ पहलगाम की सड़कों पर वापसी की, जिससे स्थानीय लोगों में भी उम्मीद की किरण जगी।

हमले के बाद बदला माहौल, फिर भी नहीं टूटी हिम्मत
22 अप्रैल को बाइसरण घास के मैदान में आतंकवादियों ने अचानक हमला बोल दिया था। पाइन के जंगलों से निकलकर आतंकियों ने पर्यटकों पर अंधाधुंध गोलीबारी की, जिसमें 25 भारतीय और एक नेपाली नागरिक की मौत हो गई। इस हमले ने पहलगाम को, जिसे “लिटिल स्विट्जरलैंड” कहा जाता है, हिला दिया था। हमले के बाद, जहां रोजाना 5,000 से 7,000 पर्यटक आते थे, वहां केवल 100 के करीब लोग ही नजर आए। स्थानीय लोग, जिनकी आजीविका पर्यटन पर निर्भर है, बेरोजगारी के डर से सहम गए थे।
हालांकि, हमले के कुछ ही दिनों बाद प्रशासन ने पहलगाम को पर्यटकों के लिए फिर से खोल दिया। बाइसरण घास का मैदान अभी बंद है, लेकिन बाकी इलाकों में पर्यटकों की आवाजाही शुरू हो गई है। रविवार को पहलगाम की सड़कों पर पर्यटकों की भीड़ ने सामान्य स्थिति की ओर इशारा किया।

पर्यटकों का साहस: “ऐसा कहीं भी हो सकता है”
देश-विदेश से आए पर्यटकों ने न केवल पहलगाम की प्राकृतिक सुंदरता की तारीफ की, बल्कि सुरक्षा को लेकर भी भरोसा जताया। गुजरात के सूरत से आए एक पर्यटक ने कहा, “… हमें कश्मीर बहुत पसंद है। हमें उन साथी पर्यटकों के लिए बहुत दुख है जिन्होंने आतंकी हमले में अपनी जान गंवाई। पहलगाम में सामान्य गतिविधियां चल रही हैं। चिंता की कोई बात नहीं है। सेना, सरकार और स्थानीय लोग हमारे साथ हैं और हमारी सुरक्षा सुनिश्चित कर रहे हैं… घटना के बाद हम डर गए थे, हम तुरंत वापस जाना चाहते थे, लेकिन स्थानीय लोगों और सेना ने हमें प्रेरित किया और हमने अपनी यात्रा जारी रखी…”
#WATCH | J&K | Tourists continue to arrive in Pahalgam.
— ANI (@ANI) April 27, 2025
Mohammad Anas, a tourist from Gujarat's Surat, says, "… We like it here in Kashmir. We feel sorry for our fellow tourists who lost their lives in the terrorist attack. Usual business is on here in Pahalgam. There is… pic.twitter.com/JsBDd6ZlwR
विदेशी पर्यटकों ने भी बेझिझक पहलगाम की गलियों में सैर की। क्रोएशिया से आए पर्यटक ने न्यूज एजेंसी ANI को बताया, “यह मेरा कश्मीर में 10वां दौरा है और हर बार यह शानदार लगता है। मेरे लिए यह दुनिया में नंबर एक है। लोग बहुत नरम दिल और मेहमाननवाज हैं। मैं पूरी तरह सुरक्षित महसूस करता हूं, कोई डर नहीं।”
#WATCH | J&K | Tourists continue to arrive in Pahalgam.
— ANI (@ANI) April 27, 2025
A tourist from Croatia says, "… Its my 10th time in Kashmir and every time it's fantastic. For me, Kashmir is the number 1 destination in the world… My group is very happy. I have brought people from Croatia and Serbia… pic.twitter.com/86bBqYIsjb
क्रोएशिया से आए एक पर्यटक ने कहा, “हम यहां 3-4 दिनों से हैं और हमें बहुत सुरक्षित महसूस हो रहा है। आपका देश बहुत खूबसूरत है, और हमें कोई समस्या नहीं हुई। कश्मीर सुंदर और सुरक्षित है… लोग बहुत दयालु हैं। सब कुछ बहुत अलग है… हम 13 लोगों का समूह हैं… हमें कश्मीर पहुंचने से एक दिन पहले इस घटना के बारे में पता चला था। फिर भी हम यहां आए। हमें सुरक्षित महसूस हो रहा है…”
#WATCH | J&K | Tourists continue to arrive in Pahalgam.
— ANI (@ANI) April 27, 2025
A tourist from Croatia says, "We have been here for 3-4 days and we are feeling very safe. Your country is very beautiful, and we have not had any problems. Kashmir is beautiful and safe… People are very kind. Everything… pic.twitter.com/rDfEPc6qhA
वहीं, एक अन्य क्रोएशियाई पर्यटक ने हमले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “मुझे कोई डर नहीं लगा। यह नियमित रूप से नहीं होता। अगर डरना है तो घर पर ही रहें, लेकिन वहां भी ऐसा हो सकता है। यह हर जगह होता है। दुनिया में अब कोई सुरक्षित जगह नहीं है।”
#WATCH | J&K | Tourists continue to arrive in Pahalgam.
— ANI (@ANI) April 27, 2025
A tourist from Croatia says, "… I felt wonderful here. I made so many friends here. People are very welcoming… It's not easy to hear something like that… I didn't feel any fear. I didn't feel uncomfortable… Its not… pic.twitter.com/jYtnovCdqJ
स्थानीय लोगों में जगी उम्मीद
हमले के बाद पहलगाम की पर्यटन आधारित अर्थव्यवस्था ठप हो गई थी। एक स्थानीय शेफ ने ANI को बताया, “मैं 30 साल से पहलगाम में होटल में शेफ हूं। मैंने कभी इतना बड़ा हादसा नहीं देखा। मेरी आजीविका पर्यटन पर निर्भर है।” लेकिन अब पर्यटकों की वापसी ने स्थानीय लोगों को राहत दी है। होटल मालिकों ने छूट और मुफ्त भोजन की पेशकश शुरू की है, ताकि पर्यटकों को आकर्षित किया जा सके।
#WATCH | J&K | On Pahalgam tourism industry in a crisis following the #PahalgamTerroristAttack, a local chef says, "I have been working as a chef in a hotel in Pahalgam for the last 30 years. I have never seen such a huge incident in Pahalgam. I am poor, and my livelihood depends… pic.twitter.com/Gi96AVuAir
— ANI (@ANI) April 24, 2025
प्रशासन की सख्ती और भविष्य की उम्मीद
हमले के बाद, जम्मू-कश्मीर पुलिस ने तीन संदिग्धों के स्केच जारी किए, जिनमें दो पाकिस्तानी नागरिक, हाशिम मूसा और अली भाई, और एक स्थानीय, अब्दुल हुसैन थोकर शामिल हैं। इनकी गिरफ्तारी के लिए 20 लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया है। साथ ही, सुरक्षा बलों ने आतंकियों के कई ठिकानों को नष्ट किया और उनके घरों को ढहाया है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हमले की निंदा करते हुए कहा, “हम आतंकवादियों को दुनिया के किसी भी कोने में ढूंढकर सजा देंगे।” जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने भी कहा कि इस कायरतापूर्ण हमले के पीछे के लोग बख्शे नहीं जाएंगे।
पहलगाम की यह वापसी न केवल पर्यटकों के साहस को दर्शाती है, बल्कि यह भी दिखाती है कि भारत का स्वर्ग कहे जाने वाले कश्मीर की खूबसूरती और मेहमाननवाजी पर आतंक का साया ज्यादा देर तक नहीं रह सकता।
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राणा अंशुमान सिंह यूनिफाइड भारत के एक उत्साही पत्रकार हैं, जो निष्पक्ष और प्रभावी ख़बरों के सन्दर्भ में जाने जाना पसंद करते हैं। वह सामाजिक मुद्दों, धार्मिक पर्यटन, पर्यावरण, महिलाओं के अधिकारों और राजनीति पर गहन शोध करना पसंद करते हैं। पत्रकारिता के साथ-साथ हिंदी-उर्दू में कविताएँ और ग़ज़लें लिखने के शौकीन राणा भारतीय संस्कृति और सामाजिक बदलाव के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।