पद्म पुरस्कार 2025: कला, खेल और सेवा में उत्कृष्टता के सितारे राष्ट्रपति भवन में चमके
प्रमुख बिंदु-
Padma Awards 2025- कौन कौन हुए पुरिस्कृत
नई दिल्ली — राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सोमवार को राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक भव्य समारोह में Padma Awards 2025 प्रदान किए। इस वर्ष, कला, खेल, सार्वजनिक सेवा और उद्योग के क्षेत्रों में असाधारण योगदान देने वाली अनेक हस्तियों को पद्म भूषण और पद्म श्री से सम्मानित किया गया। आइए जानते हैं किसे किस क्षेत्र में यह सम्मान मिला और उनके योगदान क्या रहे।
नंदमुरी बालकृष्णा: तेलुगु सिनेमा के दिग्गज

तेलुगु फिल्मों के सुपरस्टार और आंध्र प्रदेश के विधायक नंदमुरी बालकृष्णा को उनके सिनेमाई योगदान और सामाजिक कार्यों के लिए पद्म श्री से सम्मानित किया गया। बालकृष्णा न केवल कई सुपरहिट फिल्मों का हिस्सा रहे हैं, बल्कि उन्होंने कैंसर अस्पतालों के निर्माण में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उनकी संस्था ‘बसवतारकम इंडो अमेरिकन कैंसर हॉस्पिटल’ गरीबों के लिए इलाज उपलब्ध कराती है। उनके अभिनय में भारतीय संस्कृति और नायकत्व की विशेष झलक देखने को मिलती है।
अजीत कुमार: अभिनय और समाजसेवा का मेल

तमिल सुपरस्टार अजीत कुमार को पद्म श्री से नवाजा गया। अजीत न केवल अपने अभिनय के लिए प्रसिद्ध हैं, बल्कि वे एक पेशेवर रेसर और समाजसेवी भी हैं। वे शिक्षा और स्वास्थ्य जैसे क्षेत्रों में चुपचाप कई परोपकारी कार्य करते रहे हैं। उनकी गुमनाम दानवीरता और भारतीय सिनेमा में योगदान को देखते हुए उन्हें यह सम्मान दिया गया।
अरिजीत सिंह: दिलों के सुरों का जादूगर

भारत के सबसे प्रिय गायकों में शुमार अरिजीत सिंह को उनके संगीत जगत में असाधारण योगदान के लिए पद्म श्री प्रदान किया गया। अरिजीत ने बॉलीवुड में ‘तुम ही हो’, ‘चन्ना मेरेया’ और ‘केसरिया’ जैसे अनगिनत सुपरहिट गीत गाए हैं। उनकी आवाज में गहरी संवेदना और भारतीय श्रोताओं से सीधा जुड़ाव है, जिसने उन्हें देश-विदेश में ख्याति दिलाई।
शेखर कपूर: विश्व सिनेमा में भारतीय पहचान

अंतरराष्ट्रीय ख्यातिप्राप्त फिल्म निर्देशक शेखर कपूर को पद्म भूषण से सम्मानित किया गया। ‘मासूम’, ‘मिस्टर इंडिया’, और ऑस्कर-नामांकित फिल्म ‘एलिजाबेथ’ जैसी कृतियों के माध्यम से कपूर ने भारतीय और वैश्विक सिनेमा को एक नई दिशा दी। उनके निर्देशन में भारतीय संवेदनाओं और वैश्विक विषयों का सुंदर संयोजन देखने को मिलता है।
रिकी केज: भारतीय संगीत का विश्वदूत

Padma Awards 2025- ग्रैमी पुरस्कार विजेता संगीतकार रिकी केज को भी पद्म श्री से सम्मानित किया गया। रिकी केज ने पर्यावरण संरक्षण जैसे वैश्विक मुद्दों को संगीत के माध्यम से उठाया है। उनके एल्बम ‘डिवाइन टाइड्स’ ने भारत का नाम विश्व मंच पर गौरवान्वित किया है। उनकी रचनाओं में भारतीय लोक धुनों और समकालीन संगीत का अनूठा संगम देखने को मिलता है।
आर. अश्विन: क्रिकेट की पिच से राष्ट्रीय सम्मान तक

भारतीय क्रिकेट टीम के प्रमुख स्पिनर आर. अश्विन को पद्म श्री प्रदान किया गया। अश्विन ने टेस्ट क्रिकेट में 500 से अधिक विकेट लिए हैं और भारतीय टीम की कई ऐतिहासिक जीतों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उनकी विविधतापूर्ण गेंदबाजी शैली और रणनीतिक सूझबूझ ने उन्हें दुनिया के बेहतरीन गेंदबाजों में शुमार किया है।
पीआर श्रीजेश: हॉकी के किले के रक्षक

भारतीय हॉकी टीम के पूर्व गोलकीपर पीआर श्रीजेश को पद्म भूषण से सम्मानित किया गया। श्रीजेश ने टोक्यो ओलंपिक 2020 में भारत को हॉकी में कांस्य पदक दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। वे भारतीय हॉकी में नई ऊर्जा और आत्मविश्वास का प्रतीक बन गए हैं।
पंकज उधास: ग़ज़ल सम्राट का सम्मान

प्रख्यात ग़ज़ल गायक पंकज उधास को मरणोपरांत पद्म भूषण से सम्मानित किया गया। ‘चिट्ठी आई है’ जैसे अमर गीत गाकर उन्होंने ग़ज़ल को आम भारतीय के दिलों तक पहुँचाया। उनकी कोमल आवाज और दिल को छूने वाले बोल आज भी लोगों के दिलों में बसे हुए हैं।
सुषील मोदी: जनसेवा का अनुकरणीय उदाहरण

बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता सुषील मोदी को पद्म भूषण से सम्मानित किया गया। मोदी ने बिहार की राजनीति और वित्तीय सुधारों में महत्वपूर्ण योगदान दिया। विशेषकर जीएसटी परिषद में उनकी भूमिका को काफी सराहा गया।
ओसामु सुजुकी: भारत-जापान संबंधों का सेतु

सुजुकी मोटर कॉर्पोरेशन के ऑनरेरी चेयरमैन ओसामु सुजुकी को भारत में ऑटोमोबाइल सेक्टर में क्रांति लाने के लिए Padma Awards के पद्म भूषण प्रदान किया गया। उन्होंने मारुति सुजुकी के जरिए भारतीय मध्यम वर्ग को पहली कार का सपना साकार करने में मदद की, जिससे देश में औद्योगीकरण और रोजगार सृजन को नई गति मिली।
Padma Awards किसे मिलते हैं?
Padma Awards भारत सरकार द्वारा देश के नागरिकों को उनके विशिष्ट योगदान के लिए प्रदान किए जाते हैं। ये पुरस्कार तीन श्रेणियों में दिए जाते हैं: पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्म श्री।
- पद्म विभूषण उन व्यक्तियों को दिया जाता है जिन्होंने कला, साहित्य, विज्ञान, सार्वजनिक सेवा या अन्य किसी क्षेत्र में असाधारण और विशिष्ट योगदान दिया हो।
- पद्म भूषण उन व्यक्तियों को दिया जाता है जिन्होंने उल्लेखनीय सेवा की हो।
- पद्म श्री उन व्यक्तियों को दिया जाता है जिन्होंने किसी भी क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान किया हो।
Padma Awards भारतीय नागरिकों के साथ-साथ, भारत के लिए उल्लेखनीय कार्य करने वाले विदेशी नागरिकों को भी प्रदान किए जा सकते हैं। कला, साहित्य, शिक्षा, उद्योग, चिकित्सा, सामाजिक कार्य, विज्ञान, खेलकूद, सार्वजनिक मामलों सहित अनेक क्षेत्रों में कार्य करने वालों को नामांकित किया जाता है।
चयन की प्रक्रिया में योग्यता, सेवा की गुणवत्ता और उसका समाज पर पड़ने वाले प्रभाव को ध्यान में रखा जाता है। यह निर्णय भारत सरकार की उच्च स्तरीय समिति द्वारा गहन समीक्षा के बाद लिया जाता है। प्रत्येक वर्ष गणतंत्र दिवस के अवसर पर Padma Awards की घोषणा होती है, और बाद में राष्ट्रपति भवन में एक भव्य समारोह में इन्हें प्रदान किया जाता है।
समारोह की भव्यता
राष्ट्रपति भवन के दरबार हॉल में आयोजित इस समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह समेत कई केंद्रीय मंत्री और गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे। समारोह में भारत की विविधता, प्रतिभा और समर्पण का सुंदर चित्रण देखने को मिला। राष्ट्रपति मुर्मू ने Padma Awards विजेताओं को बधाई देते हुए कहा कि “इन व्यक्तित्वों ने अपने-अपने क्षेत्रों में श्रेष्ठता की मिसाल कायम की है और देश का गौरव बढ़ाया है।”
Padma Awards न केवल व्यक्तिगत उपलब्धियों का सम्मान करते हैं, बल्कि वे पूरे देश को यह संदेश भी देते हैं कि कड़ी मेहनत, समर्पण और समाज के प्रति सेवा भावना का हमेशा मूल्यांकन किया जाता है। इस वर्ष के विजेता — नंदमुरी बालकृष्णा से लेकर अजीत कुमार, अरिजीत सिंह, शेखर कपूर, आर अश्विन और अन्य — सभी ने अपने-अपने क्षेत्रों में प्रतिभा और प्रतिबद्धता का अद्भुत उदाहरण प्रस्तुत किया है।
Padma Awards के जरिए देश उन व्यक्तित्वों को सलाम करता है जिन्होंने अपने कार्यों से भारत की सांस्कृतिक, सामाजिक और वैश्विक छवि को सशक्त किया है। यह समारोह आने वाली पीढ़ियों को प्रेरणा देता है कि असाधारण योगदान के जरिए देश और समाज के विकास में भागीदार बना जा सकता है।
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अवि नमन यूनिफाइड भारत के एक विचारशील राजनीतिक पत्रकार और लेखक हैं, जो भारतीय राजनीति, नीति निर्माण और सामाजिक न्याय पर तथ्यपरक विश्लेषण के लिए जाने जाते हैं। उनकी लेखनी में गहरी समझ और नया दृष्टिकोण झलकता है। मीडियम और अन्य मंचों पर उनके लेख लोकतंत्र, कानून और सामाजिक परिवर्तन को रेखांकित करते हैं। अवि ने पत्रकारिता के बदलते परिवेश सहित चार पुस्तकों की रचना की है और सामाजिक-राजनीतिक जागरूकता के लिए समर्पित हैं।