प्रमुख बिंदु-
नई दिल्ली, 24 नवंबर 2025(Market Today): आज भारतीय शेयर बाजार में जबरदस्त राजनीतिक-आर्थिक तथा वैश्विक आर्थिक परिदृश्यों का प्रभाव देखने को मिला। प्रमुख बेंचमार्क Nifty 50 और BSE Sensex दोनों ने आज गिरावट दर्ज की, जबकि देश-विदेश में मुद्रास्फीति, अमेरिकी मौद्रिक नीति व डॉलर के उतार-चढ़ाव ने निवेशकों की तटस्थता को बढ़ावा दिया।

भारतीय बाज़ार की स्थिति (Market Today)
आज सुबह सत्र में बाजार में हल्की तेजी थी, लेकिन जैसे-जैसे दिन आगे बढ़ा, बिकवाली का दबाव बढ़ा। Nifty 50 लगभग 0.42 % नीचे बंद हुआ। Sensex भी करीब 0.39 % की गिरावट के साथ बंद हुआ। बैंकिंग एवं वित्तीय सेक्टर में बिकवाली प्रमुख थी, वहीं टेक्नोलॉजी और आई टी शेयर कुछ चमके। निफ्टी बैंक इंडेक्स लगभग स्थिर रहा, लेकिन मिड-कैप एवं स्मॉल-कैप में दबाव मजबूत दिखा। विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPI) द्वारा बिकवाली की खबरें और अंतरराष्ट्रीय आर्थिक अनिश्चितताएँ मुख्य कारण बनीं। विश्लेषकों का कहना है कि बाजार इस समय बड़े रुझान से नहीं बल्कि सेक्टर एवं स्टॉक-विशिष्ट चालों से प्रभावित हो रहा है। एक शोधकर्ता ने बताया, “स्तर बहुत सतही है; अभी व्यापक मुद्रा प्रवाह नहीं दिखाई दे रहा।”

सेक्टर-वाइज प्रदर्शन
आज के कारोबार में सेक्टर-वार बड़ी असमानता देखने को मिली। बैंकिंग और फाइनेंस सेक्टर पर दबाव बना रहा, जबकि आईटी और फार्मा में हल्की मजबूती देखने को मिली। ऑटो सेक्टर में मुनाफावसूली के चलते गिरावट रही, वहीं FMCG शेयरों में स्थिरता दर्ज की गई। मेटल सेक्टर ग्लोबल कमोडिटी प्रेशर की वजह से लाल निशान में बंद हुआ। रियल एस्टेट और PSU बैंक इंडेक्स आज के कमजोर बाजार का मुख्य बोझ ढोते नज़र आए।

अंतरराष्ट्रीय बाजारों का मूड
दुनिया के अन्य प्रमुख बाजारों में भी मिश्रित संकेत दिखे। अमेरिकी Dow Jones Industrial Average और यूरोपीय FTSE 100 तथा DAX को आज हल्की बढ़त मिली — उदाहरण के लिए FTSE ने लगभग 0.19 % ऊँचाई दर्ज की। हालाँकि, अमेरिकी Federal Reserve के संभावित दर वृद्धि संकेत, डॉलर की मजबूती और चीन-एसिया से निर्यात जोखिम ने वैश्विक व्यापार माहौल को सतर्क बनाया। इससे उभरती अर्थव्यवस्थाओं के लिए विदेशी प्रवाह सीमित हो गया है और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में अनिश्चितता बढ़ गई है।

कीमती धातुओं में सुस्ती
कीमती धातुओं में भी आज कमजोरी देखी गई। Gold ने वैश्विक स्तर पर लगभग 0.6 % की गिरावट दर्ज की है USD/oz 4,062 पर बंद हुआ। भारत में 24 कैरट सोना 10 ग्राम के लिए ₹1,24,000 के आसपास रहा, जबकि Silver पर दबाव अधिक था, भारत में 1 किलोग्राम के लिए लगभग ₹1.54-1.60 लाख के स्तर पर रहा। विश्लेषक मान रहे हैं कि अमेरिकी डोलर की मजबूती, फेड के रेट कट की संभावना कम होने तथा आर्थिक सुधार के संकेतों ने इन दोनों धातुओं में निवेशकों को पीछे धकेला।

निवेशकों के लिए क्या हैं प्रमुख संकेत
- आरंभिक खरीदारी से सावधानी बरतें: भारतीय बाज़ार में अभी तक ट्रेंड अपरिभाषित है; लाभ लेने की प्रवृत्ति बढ़ी है।
- मूल्यांकन टॉप सेटेड हो सकते हैं: कुछ सेक्टर्स को पहले से ही अच्छा रेट मिला है, अब मीटिंग आधार पर चयन बेहतर रहेगा।
- मेटल्स में निमन जोखिम: सोना-चांदी अभी सपोर्ट खोज रही है; रिजर्व ऑफशोर डॉलर व चीन-अमेरिका तनाव इम्पैक्ट बना सकते हैं।
- वैश्विक संकेत महत्वपूर्ण: फेड नीति, डॉलर इंडेक्स, चीन आर्थिक डेटा तथा तेल-क्रूड कीमतें अगले कुछ सत्रों में मूड बनायेंगी।
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दिव्यांशु सिंह यूनिफाइड भारत के एक शोधपरक और तथ्य-संवेदनशील कंटेंट राइटर हैं, जो सरकारी नौकरियों, रक्षा समाचार और अंतरराष्ट्रीय संबंधों पर विशेषज्ञता रखते हैं। उनके लेख सरकारी परीक्षाओं, नियुक्तियों और नीतिगत बदलावों को सरलता से समझाते हैं, जो लाखों युवाओं के लिए भरोसेमंद सूचना का स्रोत हैं। रोजगार और सामाजिक स्थिरता के लिए सटीक जानकारी देने के साथ-साथ वह रक्षा और अंतरराष्ट्रीय राजनीति जैसे जटिल विषयों को सहज भाषा में प्रस्तुत करने के लिए समर्पित हैं।
