प्रमुख बिंदु-
मुंबई, 28 नवंबर 2025(Market Today): आज का भारतीय शेयर बाजार उतार-चढ़ाव से भरा रहा और अंत में मामूली बढ़त के साथ बंद हुआ। BSE Sensex लगभग 13.7 अंक नीचे बंद हुआ, जबकि NSE Nifty 50 ने लगभग 10–15 अंकों की सीमित तेजी दर्ज की। शुरुआती घंटों में बाजार ने मजबूत शुरुआत की और दोनों प्रमुख इंडेक्स ने रिकॉर्ड स्तर भी छुए, लेकिन दोपहर के बाद बढ़ती मुनाफावसूली ने रफ्तार धीमी कर दी। निवेशक शाम को जारी होने वाले Q2 GDP डेटा को लेकर सतर्क दिखाई दिए, जिसका असर पूरे दिन के ट्रेडिंग मूड पर साफ नज़र आया।
घरेलू बाजार का रुझान (Market Today)
घरेलू बाजार पूरे सत्र में मिश्रित रुझान दिखाता रहा। जहां लार्ज-कैप शेयरों ने इंडेक्स को सपोर्ट दिया, वहीं मिड-कैप और स्मॉल-कैप शेयर दबाव में रहे। Sensex और Nifty मामूली बढ़त के साथ बंद हुए, लेकिन Nifty Midcap 100 और Nifty Smallcap 100 में क्रमशः 0.40% और 0.60% की गिरावट दर्ज की गई। रुपये में हल्की कमजोरी और कच्चे तेल की कीमतों में उतार-चढ़ाव का असर भी घरेलू बाजार पर दिखाई दिया।
इसके अलावा, घरेलू म्यूचुअल फंड्स की सीमित खरीदारी और बैंकिंग एवं FMCG सेक्टर में आई कमजोरी ने मार्केट की तेजी को सीमित कर दिया। हालांकि, मेटल और ऑटो सेक्टर ने अपेक्षाकृत सकारात्मक प्रदर्शन किया, जिससे बाजार को कुछ राहत मिलती रही।

क्यों रहा बाजार फ्लैट?
आज बाजार के शांत और सीमित दायरे में रहने के पीछे कई कारण रहे। सबसे बड़ा कारण था—शाम को जारी होने वाला GDP डेटा, जिसके बेहतर या कमजोर होने की आशंका को लेकर निवेशकों ने बड़े सौदों से दूरी बनाए रखी।
इसके साथ ही ग्लोबल मार्केट्स से भी कोई स्पष्ट दिशा नहीं मिली। अमेरिकी बाजारों में फेड की नई टिप्पणियों का इंतजार रहा, वहीं एशियाई बाजारों में चीनी अर्थव्यवस्था की धीमी गति को लेकर चिंता बनी रही। इसी वजह से भारतीय निवेशकों ने सुरक्षित रणनीति अपनाई और बाजार अंत में सीमित बढ़त के साथ बंद हुआ।

सेक्टरों का प्रदर्शन
आज मेटल सेक्टर सबसे मजबूत सेक्टरों में शामिल रहा, जहाँ JSW Steel और Tata Steel जैसे शेयरों में तेजी देखने को मिली। इंफ्रास्ट्रक्चर और ऊर्जा सेक्टरों में भी खरीदारी का रुझान रहा, जिसने बाजार को मजबूती दी।
इसके विपरीत बैंकिंग, FMCG और IT सेक्टरों में दबाव दिखा। खासकर HDFC बैंक और एशियन पेंट्स के शेयरों में कमजोरी ने इंडेक्स को नीचे खींचा। प्राइवेट बैंकिंग स्टॉक्स में हल्की बिकवाली का माहौल बना रहा, जिसके कारण बाजार के रुझान पर असर पड़ा।
Top Gainers
| कंपनी (Company) | सेक्टर (Sector) |
|---|---|
| Tata Steel | मेटल |
| JSW Steel | मेटल |
| NTPC | ऊर्जा |
Top Losers
| कंपनी (Company) | सेक्टर (Sector) |
|---|---|
| HDFC Bank | बैंकिंग |
| Asian Paints | FMCG / पेंट |
| Infosys | IT |
वैश्विक संकेत
वैश्विक बाजार का माहौल भी आज भारतीय Market के लिए मिश्रित संकेत लेकर आया। अमेरिकी बाजारों में निवेशक फेड की संभावित ब्याज दरों की घोषणा का इंतजार कर रहे थे, जिससे उनकी चाल सीमित रही। एशियाई बाजारों में चीनी आर्थिक गतिविधियों की मंदी ने नकारात्मक असर दिखाया।
इसके साथ ही अंतरराष्ट्रीय बाजार में क्रूड ऑयल की कीमतों में उतार-चढ़ाव जारी रहा, जिससे भारत जैसे आयातक देशों पर दबाव बना रहा। डॉलर के मजबूत होने से उभरती अर्थव्यवस्थाओं की मुद्रा पर हल्का दबाव दिखा, जिसका प्रभाव भारतीय रुपये पर भी पड़ा।

निवेशकों के लिए सलाह
शॉर्ट-टर्म ट्रेडर्स के लिए आज का दिन सतर्कता भरा रहा। बाजार में मौजूद वोलैटिलिटी को देखते हुए विशेषज्ञों ने कड़े स्टॉप-लॉस के साथ ट्रेडिंग करने की सलाह दी। IT और बैंकिंग जैसे कमजोर सेक्टरों में ट्रेडर्स को सावधानी बरतने की जरूरत है।
लॉन्ग-टर्म निवेशकों के लिए आज का उतार-चढ़ाव ज्यादा चिंता का विषय नहीं है। विशेषज्ञों का मानना है कि गुणवत्ता वाले स्टॉक्स में गिरावट आने पर खरीदारी का अवसर बन सकता है। GDP डेटा और वैश्विक संकेत आने वाले दिनों में बाजार की नई दिशा तय करेंगे।

आगे क्या होगा?
अगले कुछ दिनों में शेयर Market की दिशा कई महत्वपूर्ण आर्थिक संकेतकों पर निर्भर करेगी। सबसे पहले, आने वाला GDP डेटा निवेशकों की धारणा को सीधे प्रभावित करेगा। इसके साथ ही अमेरिकी रोजगार रिपोर्ट और फेड की नीति संबंधी टिप्पणियाँ भी वैश्विक बाजारों की चाल तय करेंगी, जिसका असर भारतीय Market पर दिखना तय है। वहीं, कच्चे तेल की कीमतों में उतार-चढ़ाव और विदेशी निवेशकों (FII) की खरीद-फरोख्त भी बाजार की गति को बदल सकती है। विशेषज्ञों की मानें तो इन सभी संकेतों को देखते हुए अगले सप्ताह बाजार में या तो तेज़ी देखने को मिल सकती है या फिर गिरावट का दबाव बढ़ सकता है, इसलिए निवेशकों को सतर्क रहना चाहिए।
आज का सत्र निवेशकों की सतर्कता के कारण सीमित दायरे में रहा। जहां शुरुआती तेजी ने सकारात्मक संकेत दिए, वहीं दोपहर बाद की मुनाफावसूली ने Market को संतुलित रखा। घरेलू और वैश्विक संकेत दोनों ही अनिश्चित रहे, इसलिए Market ने स्थिरता बनाए रखी। आने वाले GDP आंकड़े बाजार की अगली चाल के लिए काफी हद तक जिम्मेदार रहेंगे।
डिस्क्लेमर
यह बाज़ार रिपोर्ट केवल सामान्य जानकारी के लिए है। इसे निवेश सलाह न समझें। शेयर Market जोखिमों के अधीन है। निवेश करने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श अवश्य करें।


दिव्यांशु सिंह यूनिफाइड भारत के एक शोधपरक और तथ्य-संवेदनशील कंटेंट राइटर हैं, जो सरकारी नौकरियों, रक्षा समाचार और अंतरराष्ट्रीय संबंधों पर विशेषज्ञता रखते हैं। उनके लेख सरकारी परीक्षाओं, नियुक्तियों और नीतिगत बदलावों को सरलता से समझाते हैं, जो लाखों युवाओं के लिए भरोसेमंद सूचना का स्रोत हैं। रोजगार और सामाजिक स्थिरता के लिए सटीक जानकारी देने के साथ-साथ वह रक्षा और अंतरराष्ट्रीय राजनीति जैसे जटिल विषयों को सहज भाषा में प्रस्तुत करने के लिए समर्पित हैं।
