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सिटी डेस्क, लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ (Lucknow) में एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जहां एक महिला ने ज्योतिषी सुभाशीष मुखर्जी उर्फ दादा एस्ट्रोलॉजर पर गंभीर आरोप लगाए हैं। पीड़िता का दावा है कि इस तथाकथित ज्योतिषी ने झूठी भविष्यवाणियों और नशीले पदार्थों का इस्तेमाल कर न केवल उसका पति से तलाक करवाया, बल्कि उसका शारीरिक और मानसिक शोषण भी किया। इतना ही नहीं, उसने अलीगंज के आर्य समाज मंदिर में जबरन शादी रचाई और बाद में गहने और नकदी लेकर फरार हो गया। इस मामले में चिनहट थाने में मुकदमा दर्ज हो चुका है, और पुलिस जांच में जुट गई है।
भविष्यवाणी के जाल में फंसी महिला
लखनऊ के चिनहट थाना क्षेत्र के सुरेंद्रनगर की रहने वाली एक महिला ने अपनी शिकायत में बताया कि नवंबर 2022 में उसकी मुलाकात मानस विहार, घोड़े वाला मंदिर के पास रहने वाले सुभाशीष मुखर्जी उर्फ दादा एस्ट्रोलॉजर से हुई। सुभाशीष ने ज्योतिष विद्या के नाम पर महिला को अपने प्रभाव में लिया और भविष्यवाणी के बहाने उसे मानसिक रूप से भ्रमित किया।
उसने दावा किया कि महिला का वैवाहिक जीवन खतरे में है और उसका तलाक ही एकमात्र रास्ता है। इस झूठी भविष्यवाणी का सहारा लेकर उसने महिला का अपने पति से तलाक करवा दिया। इसके बाद, आने वाले सभी रिश्तों को गलत बताकर ठुकरवाता रहा और यह दावा किया कि उसकी शादी 50 साल से अधिक उम्र के व्यक्ति से होनी तय है।
नशीला पदार्थ देकर शारीरिक शोषण
पीड़िता के अनुसार, सुभाशीष ने एक दिन लौंग-फूल में नशीला पदार्थ मिलाकर प्रसाद के रूप में उसे खिलाया, जिससे वह बेहोशी की स्थिति में पहुंच गई। इस स्थिति का फायदा उठाकर आरोपी ने उसके साथ शारीरिक शोषण किया। इसके बाद, 28 नवंबर 2022 को सुभाशीष ने बहाने से उसे अलीगंज स्थित आर्य समाज मंदिर ले जाकर जबरन शादी कर ली। इस शादी में पीड़िता के किसी भी परिजन या रिश्तेदार की मौजूदगी नहीं थी। शादी के बाद सुभाशीष ने पीड़िता को लगातार शारीरिक, मानसिक और आर्थिक रूप से प्रताड़ित करना शुरू कर दिया।
ब्लैकमेलिंग और दहेज की मांग
शादी के कुछ ही समय बाद सुभाशीष की असलियत सामने आई। उसने पीड़िता से पैसे और आभूषणों की मांग शुरू कर दी। मना करने पर वह गाली-गलौज और मारपीट करता था। इतना ही नहीं, उसने अश्लील फोटो और वीडियो वायरल करने की धमकी देकर पीड़िता को ब्लैकमेल करना शुरू किया।
पीड़िता को बाद में पता चला कि सुभाशीष पहले से शादीशुदा था और उसकी पत्नी की कोरोना काल में मृत्यु हो चुकी थी। उसकी एक बेटी भी है, जो बेंगलुरु में रहती है, लेकिन उसने यह जानकारी छिपाई थी। पीड़िता ने यह भी आरोप लगाया कि सुभाशीष नौकरानियों के साथ अनुचित व्यवहार करता था। विरोध करने पर वह उन पर चोरी जैसे झूठे आरोप लगाकर नौकरी से निकाल देता था। यह व्यवहार उसकी क्रूर मानसिकता को दर्शाता है।
गहने चुराकर फरार
पीड़िता ने बताया कि दोनों कुछ समय के लिए बरेली में रह रहे थे। 16 जनवरी 2025 की रात सुभाशीष ने उससे झगड़ा किया और अगले दिन, 17 जनवरी 2025 को वह घर छोड़कर फरार हो गया। इस दौरान वह पीड़िता के कपड़े और बहुमूल्य आभूषण भी चुराकर ले गया। बाद में पता चला कि वह बरेली से लखनऊ लौट आया है। पीड़िता ने इसकी शिकायत चिनहट थाने में दर्ज कराई, जिसके आधार पर पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता की धारा 85, 115(2), 351(3), 352 और दहेज प्रतिषेध अधिनियम 1961 की धारा 3 और 4 के तहत मुकदमा दर्ज किया है।

पुलिस की कार्रवाई
चिनहट थाने के इंस्पेक्टर दिनेश मिश्रा ने बताया कि पीड़िता की तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और मामले की जांच शुरू हो चुकी है। पुलिस सुभाशीष मुखर्जी की तलाश में संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही है। इस मामले ने लखनऊ में हड़कंप मचा दिया है और लोग ज्योतिषियों के नाम पर होने वाली ऐसी धोखाधड़ी से सावधान रहने की सलाह दे रहे हैं।
राणा अंशुमान सिंह यूनिफाइड भारत के एक उत्साही पत्रकार हैं, जो निष्पक्ष और प्रभावी ख़बरों के सन्दर्भ में जाने जाना पसंद करते हैं। वह सामाजिक मुद्दों, धार्मिक पर्यटन, पर्यावरण, महिलाओं के अधिकारों और राजनीति पर गहन शोध करना पसंद करते हैं। पत्रकारिता के साथ-साथ हिंदी-उर्दू में कविताएँ और ग़ज़लें लिखने के शौकीन राणा भारतीय संस्कृति और सामाजिक बदलाव के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।