प्रमुख बिंदु-
मुंबई: क्या आपने कभी सोचा है कि शॉपिंग करते वक्त फोन निकालने की झंझट से कैसे निजात पाई जाए? लेंसकार्ट (Lenskart) ने इस सवाल का जवाब दे दिया है। ग्लोबल फिनटेक फेस्टिवल (GFF) 2025 में कंपनी ने अपने आगामी ‘बी कैमरा’ स्मार्टग्लासेस में डायरेक्ट UPI पेमेंट की सुविधा की घोषणा की है। यह नया इनोवेशन न सिर्फ पेमेंट को आसान बनाएगा, बल्कि डिजिटल इंडिया को नई ऊंचाई देगा। आईपीओ की तैयारी में लगी लेंसकार्ट के इस कदम से वियरेबल टेक्नोलॉजी का बाजार और गर्म हो गया है।
फिनटेक फेस्टिवल में लॉन्च का ऐलान
ग्लोबल फिनटेक फेस्टिवल 2025, जो मुंबई में आयोजित हो रहा है, भारत के फिनटेक सेक्टर का सबसे बड़ा मंच है। यहां लेंसकार्ट के चेयरमैन, सीईओ और को-फाउंडर पेयूष बंसल ने स्टेज पर यह बड़ा ऐलान किया। उन्होंने कहा, “स्मार्ट ग्लासेस की भूमिका हमारी जिंदगी में लगातार बदल रही है। पेमेंट हमारी रोजमर्रा की जिंदगी का अहम हिस्सा है। चश्मे के कैमरे में पेमेंट को एकीकृत करके हम इसे पूरी तरह सहज बनाना चाहते हैं।”
यह घोषणा तब आई जब भारत का UPI सिस्टम दुनिया भर में डिजिटल पेमेंट का नया मानक बन चुका है। नेशनल पेमेंट्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) के UPI सर्कल फीचर को अपनाते हुए लेंसकार्ट पहली कंपनी बन गई है, जो स्मार्टग्लासेस से सीधे पेमेंट की सुविधा देगी। बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि यह कदम लेंसकार्ट को आईपीओ से पहले मजबूत पोजिशन दिलाएगा, क्योंकि कंपनी पहले से ही चश्मों के बाजार में 40 फीसदी से ज्यादा शेयर रखती है।

कैसे काम करेगा UPI इंटीग्रेशन
सबसे रोचक हिस्सा तो यह फीचर का तरीका है। यूजर्स को बस चश्मे के कैमरे से क्यूआर कोड स्कैन करना होगा। फिर, वॉयस कमांड से ही पेमेंट पूरा हो जाएगा। न फोन निकालने की जरूरत, न पिन डालने की। एनपीसीआई के UPI सर्कल के जरिए चश्मा सीधे यूजर के बैंक अकाउंट से जुड़ेगा, जो पूरी तरह सुरक्षित होगा।
मान लीजिए आप बाजार में हैं और चाय की दुकान पर बिल चुकाना है। चश्मे से क्यूआर स्कैन करें, बोलें “पेमेंट कन्फर्म”, और हो गया! यह फीचर बायोमेट्रिक वॉयस ऑथेंटिकेशन पर आधारित है, जो हैकिंग के खतरे को न्यूनतम रखता है। लेंसकार्ट के अनुसार, यह तकनीक यूजर्स को फोन-फ्री लाइफस्टाइल की ओर ले जाएगी। विशेषज्ञ बताते हैं कि UPI ट्रांजेक्शन अब महीने में 14 अरब से ज्यादा हो चुके हैं, और ऐसे इनोवेशन से यह संख्या और बढ़ेगी।

स्मार्टग्लासेस की खासियतें: कैमरा, एआई और भी बहुत कुछ
‘बी कैमरा’ स्मार्टग्लासेस सिर्फ पेमेंट डिवाइस नहीं, बल्कि एक पूरा पैकेज है। इसमें ऑन-द-गो पॉइंट-ऑफ-व्यू (पीओवी) कैमरा लगा है, जो वीडियो रिकॉर्डिंग और लाइव स्ट्रीमिंग को आसान बनाता है। बिल्ट-इन एआई फीचर्स यूजर को रीयल-टाइम ट्रांसलेशन, ऑब्जेक्ट रिकग्निशन और नेविगेशन जैसी सुविधाएं देंगे।
डिजाइन की बात करें तो ये लाइटवेट चश्मे हैं, जो रोजमर्रा के इस्तेमाल के लिए परफेक्ट हैं। बैटरी लाइफ 8 घंटे तक की है, और वाटर-रेसिस्टेंट भी। लेंसकार्ट का दावा है कि ये चश्मे 5,000 रुपये से शुरू होंगे, जो मार्केट में मौजूद अन्य स्मार्टग्लासेस से किफायती हैं। इसके अलावा, कंपनी एआई-पावर्ड हेल्थ ट्रैकिंग जैसे फीचर्स भी जोड़ने की योजना बना रही है, जो आंखों की सेहत पर नजर रखेंगे।

लॉन्च और बाजार पर असर
लेंसकार्ट ने बताया कि ‘बी कैमरा’ स्मार्टग्लासेस अगले कुछ महीनों में बाजार में उतरेंगे। शुरुआत में सीमित एडिशन लॉन्च होगा, जो जल्द ही सभी लेंसकार्ट स्टोर्स और ऑनलाइन उपलब्ध हो जाएगा। आईपीओ से पहले यह प्रोडक्ट कंपनी की वैल्यूएशन को 5 अरब डॉलर तक पहुंचा सकता है।
वहीं, इंडस्ट्री एनालिस्ट्स का कहना है कि यह इनोवेशन वियरेबल मार्केट को नया आयाम देगा। गूगल ग्लास और एप्पल विजन प्रो जैसे ग्लोबल प्रोडक्ट्स के बीच लenskart का यह कदम भारत-केंद्रित समाधान साबित होगा। लेकिन चुनौतियां भी हैं—प्राइवेसी कंसर्न्स और बैटरी लाइफ को लेकर। कंपनी ने इनका समाधान सुरक्षित एन्क्रिप्शन और अपडेटेड सॉफ्टवेयर से करने का वादा किया है। कुल मिलाकर, यह लॉन्च डिजिटल पेमेंट की दुनिया में एक नया अध्याय जोड़ेगा, जहां चश्मा आपका वॉलेट बनेगा।
राणा अंशुमान सिंह यूनिफाइड भारत के एक उत्साही पत्रकार हैं, जो निष्पक्ष और प्रभावी ख़बरों के सन्दर्भ में जाने जाना पसंद करते हैं। वह सामाजिक मुद्दों, धार्मिक पर्यटन, पर्यावरण, महिलाओं के अधिकारों और राजनीति पर गहन शोध करना पसंद करते हैं। पत्रकारिता के साथ-साथ हिंदी-उर्दू में कविताएँ और ग़ज़लें लिखने के शौकीन राणा भारतीय संस्कृति और सामाजिक बदलाव के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
