बुलडोजर से हमला, लाठीचार्ज और पथराव: Ramji Lal Suman के घर पर करणी सेना का कहर
प्रमुख बिंदु-
आगरा: बुधवार को आगरा में उस समय हड़कंप मच गया, जब करणी सेना के आक्रोशित कार्यकर्ता बुलडोजर लेकर समाजवादी पार्टी (सपा) के राज्यसभा सांसद Ramji Lal Suman के आवास पर धावा बोलने पहुंचे। यह हमला सांसद के राज्यसभा में राणा सांगा को लेकर दिए गए विवादित बयान के विरोध में किया गया। पुलिस ने बुलडोजर को बाहर रोकने की कोशिश की, लेकिन कार्यकर्ता पीछे के गेट से अंदर घुस गए और जमकर तोड़फोड़ मचाई। गाड़ियों के शीशे तोड़े गए, कुर्सियां फेंकी गईं और आवास में भी नुकसान पहुंचाया गया। स्थिति को काबू करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज तक करना पड़ा।

क्या है पूरा मामला
यह पूरा मामला समाजवादी पार्टी (सपा) के राज्यसभा सांसद Ramji Lal Suman के एक बयान से शुरू हुआ। 21 मार्च 2025 को राज्यसभा में Ramji Lal Suman ने मेवाड़ के प्रसिद्ध शासक राणा सांगा को लेकर एक टिप्पणी की थी। उन्होंने कहा था, “अगर मुसलमानों को बाबर का वंशज कहा जाता है, तो हिंदुओं को राणा सांगा का वंशज क्यों नहीं कहा जाता? हम बाबर की आलोचना करते हैं, लेकिन राणा सांगा की आलोचना क्यों नहीं करते?” इस बयान में Ramji Lal Suman ने राणा सांगा को “गद्दार” कहकर संबोधित किया, जिसे राजपूत समाज और करणी सेना ने अपनी संस्कृति और इतिहास के खिलाफ अपमान माना। राणा सांगा को राजपूत समुदाय में एक वीर योद्धा और सम्मानित ऐतिहासिक शख्सियत के रूप में देखा जाता है, इसलिए इस बयान से भारी आक्रोश फैल गया।

कैसे शुरू हुआ हंगामा?
Ramji Lal Suman का यह बयान सामने आने के बाद से ही करणी सेना और राजपूत संगठनों में नाराजगी बढ़ने लगी। करणी सेना, जो खुद को राजपूत संस्कृति और सम्मान की रक्षक मानती है, उन्होंने इस बयान को अपने सम्पूर्ण समुदाय पर हमला माना। संगठन ने पहले ही सुमन के खिलाफ प्रदर्शन और कार्रवाई की चेतावनी दी थी। मंगलवार को भोपाल में सपा कार्यालय के बाहर भी करणी सेना ने विरोध प्रदर्शन किया था। इसके अलावा, कुछ नेताओं ने सुमन के खिलाफ इनाम की घोषणा तक कर दी थी, जिसमें उनके मुंह पर कालिख पोतने और जूते मारने वाले को 5 लाख रुपये देने की बात कही गई।
सुबह से ही करणी सेना के पदाधिकारी और सदस्य एत्मादपुर के कुबेरपुर में जमा हुए थे। दोपहर 12:15 बजे बुलडोजर पर सवार होकर वे सांसद रामजीलाल सुमन के आवास की ओर बढ़े। आगरा-दिल्ली हाईवे पर पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की, लेकिन कम पुलिस बल होने के कारण वे बैरियर तोड़ते हुए आगे बढ़ गए। वाटरवर्क्स समेत कई जगहों पर बैरियर लगाए गए, लेकिन दोपहर 1:30 बजे करणी सेना Ramji Lal Suman के संजय प्लेस स्थित एचआईजी फ्लैट्स पर पहुंच गई। पुलिस ने बुलडोजर को बाहर रोक लिया, लेकिन कुछ उग्र युवक जबरन अंदर घुस गए और तोड़-फोड़ मचाना शुरू कर दिया।
आक्रोशित कार्यकर्ताओं ने आवास के बाहर खड़ी सात-आठ गाड़ियों के शीशे तोड़ डाले और वहां रखी कुर्सियों को भी क्षतिग्रस्त कर दिया। घर के अंदर भी तोड़फोड़ की गई। पुलिस ने लाठियां भांजकर भीड़ को खदेड़ने की कोशिश की, लेकिन कार्यकर्ता नारेबाजी करते रहे।
क्या बोले बेटे रंजीत सुमन?
रंजीत सुमन ने कहा, “दो दिन से सोशल मीडिया पर धमकियां दी जा रही थीं कि हमारे घर पर हमला होगा। आज करणी सेना के लोग आए और उन्होंने हमला कर दिया। कई लोग घायल हुए हैं। पुलिस मौके पर मौजूद थी, लेकिन उनकी संख्या कम होने के कारण वे भी चोटिल हो गए।” उन्होंने इस घटना को कानून-व्यवस्था की विफलता करार दिया और सरकार से सख्त कार्रवाई की मांग की।

अखिलेश यादव ने क्या कहा था
राणा सांगा पर विवादित ब्यान पर बवाल बढ़ने पर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बयान जारी कर कहा था कि “हमारा उद्देश्य किसी ऐतिहासिक शख्सियत या समाज का अपमान करना नहीं था। सांसद (Ramji Lal Suman) ने सिर्फ इतिहास की एकपक्षीय व्याख्या का उदाहरण देना चाहा। सपा राणा सांगा की वीरता और राष्ट्रभक्ति पर सवाल नहीं उठा रही।” उन्होंने बीजेपी पर आरोप लगाया कि वह इतिहास का इस्तेमाल समाज को बांटने के लिए करती है। सुमन ने भी कहा कि उनका इरादा भावनाएं आहत करना नहीं था।
राणा अंशुमान सिंह यूनिफाइड भारत के एक उत्साही पत्रकार हैं, जो निष्पक्ष और प्रभावी ख़बरों के सन्दर्भ में जाने जाना पसंद करते हैं। वह सामाजिक मुद्दों, धार्मिक पर्यटन, पर्यावरण, महिलाओं के अधिकारों और राजनीति पर गहन शोध करना पसंद करते हैं। पत्रकारिता के साथ-साथ हिंदी-उर्दू में कविताएँ और ग़ज़लें लिखने के शौकीन राणा भारतीय संस्कृति और सामाजिक बदलाव के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।