जून का जादू: भारतीय क्रिकेट ने 3 बार ICC ट्रॉफी पर किया कब्जा!
प्रमुख बिंदु-
खेल डेस्क, यूनिफाइड भारत: भारतीय क्रिकेट प्रशंसकों के लिए जून का आखिरी हफ्ता हमेशा लकी (Lucky) रहा है। यह वह समय है जब भारत ने क्रिकेट के मैदान पर इतिहास रचा और तीन बार ICC की प्रतिष्ठित ट्रॉफी अपने नाम की। 29 जून 2025 को भारतीय क्रिकेट प्रेमी टी20 वर्ल्ड कप 2024 की जीत की पहली सालगिरह मना रहे हैं, जब रोहित शर्मा की कप्तानी में भारत ने साउथ अफ्रीका को रोमांचक फाइनल में हराया था। लेकिन यह पहली बार नहीं था जब जून का आखिरी हफ्ता भारत के लिए लकी साबित हुआ। आइए, देखते हैं कि कैसे भारत ने जून में तीन बार ICC ट्रॉफी जीतकर दुनिया को अपनी ताकत दिखाई।
1983: कपिल देव का ऐतिहासिक कारनामा
पहली ICC ट्रॉफी की कहानी
25 जून 1983 को लॉर्ड्स के मैदान पर भारतीय क्रिकेट ने वह करिश्मा किया, जिसने पूरी दुनिया को चौंका दिया। कपिल देव की कप्तानी में भारत ने ताकतवर वेस्टइंडीज को 43 रनों से हराकर पहली बार वनडे वर्ल्ड कप अपने नाम किया। यह भारत की पहली ICC ट्रॉफी थी, जिसने भारतीय क्रिकेट को वैश्विक मंच पर स्थापित किया।
भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए केवल 183 रन बनाए थे, जो एक कमजोर स्कोर माना जा रहा था। लेकिन कपिल देव, मोहिंदर अमरनाथ और मदन लाल की शानदार गेंदबाजी ने वेस्टइंडीज को 140 रनों पर समेट दिया। कपिल देव का लॉर्ड्स की बालकनी में ट्रॉफी उठाने वाला पल आज भी हर भारतीय क्रिकेट प्रशंसक के दिल में बस्ता है। इस जीत ने न केवल भारत को विश्व चैंपियन बनाया, बल्कि देश में क्रिकेट के प्रति जुनून को भी जन्म दिया।

2013: धोनी का जादू, चैंपियंस ट्रॉफी की जीत
दूसरी बार जून में चमकी ट्रॉफी
23 जून 2013 को, महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में भारत ने इंग्लैंड के ब against चैंपियंस ट्रॉफी जीतकर एक और इतिहास रचा। बारिश से प्रभावित इस फाइनल में भारत ने इंग्लैंड को 5 रनों से हराया। यह मैच 20-20 ओवर का कर दिया गया था, जिसमें भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 129 रन बनाए।
इशांत शर्मा और रविचंद्रन अश्विन की शानदार गेंदबाजी ने इंग्लैंड को 124 रनों पर रोक दिया। धोनी की शांत कप्तानी और रणनीतिक फैसलों ने भारत को यह खिताब दिलाया। यह भारत की दूसरी चैंपियंस ट्रॉफी थी (पहली 2002 में श्रीलंका के साथ साझा की गई थी) और जून के आखिरी हफ्ते में भारत की दूसरी ICC ट्रॉफी। इस जीत ने धोनी को भारत के सबसे सफल कप्तानों में शुमार कर दिया।

2024: रोहित शर्मा ने खत्म किया 11 साल का सूखा
टी20 वर्ल्ड कप में भारत का जलवा
29 जून 2024 को बारबाडोस के केंसिंग्टन ओवल में भारत ने साउथ अफ्रीका को 7 रनों से हराकर दूसरी बार टी20 वर्ल्ड कप जीता। यह जीत इसलिए भी खास थी क्योंकि भारत ने 11 साल बाद ICC ट्रॉफी का सूखा खत्म किया। रोहित शर्मा की कप्तानी में भारत ने पूरे टूर्नामेंट में अजेय रहकर यह खिताब अपने नाम किया।
फाइनल में भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 7 विकेट पर 176 रन बनाए, जिसमें विराट कोहली की 76 रनों की पारी अहम रही। साउथ अफ्रीका को आखिरी 30 गेंदों में 30 रन चाहिए थे, लेकिन जसप्रीत बुमराह, हार्दिक पांड्या और अर्शदीप सिंह की शानदार गेंदबाजी ने मैच को भारत की ओर मोड़ दिया। सूर्यकुमार यादव का डेविड मिलर का शानदार कैच इस मैच का टर्निंग पॉइंट रहा। इस जीत के बाद रोहित शर्मा, विराट कोहली और रविंद्र जडेजा ने टी20 इंटरनेशनल से संन्यास ले लिया, जिससे यह पल और भी भावुक हो गया।

हालांकि जून 2025 में कोई ICC ट्रॉफी नहीं जीती गई, लेकिन मार्च 2025 में रोहित शर्मा की कप्तानी में भारत ने न्यूजीलैंड को हराकर चैंपियंस ट्रॉफी 2025 जीती। यह जीत भी उसी जोश और जुनून का प्रतीक थी, जो जून के आखिरी हफ्ते की जीतों में देखने को मिला। दुबई में खेले गए फाइनल में भारत ने शानदार प्रदर्शन करते हुए यह खिताब अपने नाम किया।
जून क्यों है खास?
जून का आखिरी हफ्ता भारतीय क्रिकेट के लिए इसलिए खास है क्योंकि इस दौरान भारत ने तीन बार (1983, 2013 और 2024) ICC ट्रॉफी जीती। ये जीतें न केवल भारत की क्रिकेटिंग ताकत को दर्शाती हैं, बल्कि यह भी दिखाती हैं कि कैसे भारतीय टीम ने दबाव में शानदार प्रदर्शन किया। कपिल देव, महेंद्र सिंह धोनी और रोहित शर्मा जैसे कप्तानों ने इन जीतों के साथ भारतीय क्रिकेट को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया।

भारतीय क्रिकेट का गौरवशाली इतिहास
भारत ने अब तक पांच प्रमुख ICC टूर्नामेंट जीते हैं:
- 1983: वनडे वर्ल्ड कप (कपिल देव)
- 2007: टी20 वर्ल्ड कप (महेंद्र सिंह धोनी)
- 2011: वनडे वर्ल्ड कप (महेंद्र सिंह धोनी)
- 2013: चैंपियंस ट्रॉफी (महेंद्र सिंह धोनी)
- 2024: टी20 वर्ल्ड कप (रोहित शर्मा)
इसके अलावा, भारत ने 2002 में श्रीलंका के साथ चैंपियंस ट्रॉफी साझा की थी और 2025 में एक बार फिर चैंपियंस ट्रॉफी जीती। भारत ने सात बार एशिया कप (1984, 1988, 1990-91, 1995, 2010, 2016, 2018) और 1985 में विश्व चैंपियनशिप ऑफ क्रिकेट भी जीती।

प्रशंसकों के लिए जून
जून का आखिरी हफ्ता भारतीय क्रिकेट प्रशंसकों के लिए उत्सव का समय है। 1983 की जीत ने क्रिकेट को भारत में एक धर्म बना दिया, 2013 ने धोनी के नेतृत्व में नई पीढ़ी को प्रेरित किया, और 2024 की जीत ने रोहित शर्मा की कप्तानी में भारत को फिर से विश्व चैंपियन बनाया। यह महीना भारतीय क्रिकेट के गौरव और जुनून का प्रतीक बन चुका है।
जून का आखिरी हफ्ता भारतीय क्रिकेट के इतिहास में स्वर्णिम अक्षरों में लिखा गया है। तीन ICC ट्रॉफी (1983, 2013, और 2024) जीतकर भारत ने दिखाया कि वह क्रिकेट की दुनिया में एक ताकतवर शक्ति है। कपिल देव, धोनी और रोहित शर्मा जैसे कप्तानों ने न केवल ट्रॉफी जीती, बल्कि लाखों प्रशंसकों के दिलों में भी जगह बनाई। जैसे-जैसे भारतीय क्रिकेट नई ऊंचाइयों को छू रहा है, जून का आखिरी हफ्ता हमेशा हमें उन सुनहरे पलों की याद दिलाता रहेगा।
राणा अंशुमान सिंह यूनिफाइड भारत के एक उत्साही पत्रकार हैं, जो निष्पक्ष और प्रभावी ख़बरों के सन्दर्भ में जाने जाना पसंद करते हैं। वह सामाजिक मुद्दों, धार्मिक पर्यटन, पर्यावरण, महिलाओं के अधिकारों और राजनीति पर गहन शोध करना पसंद करते हैं। पत्रकारिता के साथ-साथ हिंदी-उर्दू में कविताएँ और ग़ज़लें लिखने के शौकीन राणा भारतीय संस्कृति और सामाजिक बदलाव के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।