IAF Chief का पलटवार: पाक के दावे झूठे, अगली लड़ाई में 15 कम विमान मानकर तैयारी करें

IAF Chief

New Delhi : भारतीय वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल अमर प्रीत सिंह (IAF Chief) ने शुक्रवार को 93वें वायुसेना दिवस के अवसर पर नई दिल्ली में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में पाकिस्तान के ऑपरेशन सिंदूर के दौरान 15 भारतीय लड़ाकू विमानों को मार गिराने के दावों को खारिज करते हुए इन्हें “मनोहर कहानियां” करार दिया। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के पास अपने दावों का कोई सबूत नहीं है, जबकि भारत ने पाकिस्तानी ठिकानों पर किए गए हमलों की तस्वीरें साझा की थीं। IAF Chief ने तंज कसते हुए कहा कि यदि पाकिस्तान ऐसा मानता है, तो अगली लड़ाई में वे भारत के पास 15 कम विमान मानकर तैयारी करें।

WhatsApp Channel Join Now
Instagram Profile Join Now

कथा युद्ध पर सवाल और IAF Chief का जवाब

प्रेस कॉन्फ्रेंस में एक पत्रकार ने सवाल उठाया, “क्या भारत ऑपरेशन सिंदूर में पाकिस्तान के खिलाफ कथा युद्ध हार गया, खासकर लड़ाकू विमानों को गिराने के दावों को लेकर? IAF Chief ने इस सवाल का जवाब हल्के हास्य के साथ दिया कि यदि वे सोचते हैं कि उन्होंने मेरे 15 जेट गिराए हैं, तो उन्हें ऐसा ही सोचने दें। मैं उम्मीद करता हूं कि वे इससे संतुष्ट हैं और अगली जंग में मेरी इन्वेंटरी में 15 कम विमानों का हिसाब लगाएंगे। मैं इस पर क्या कहूं? मैं आज भी नहीं बताऊंगा कि क्या हुआ, कितना नुकसान हुआ या कैसे हुआ। उन्हें खुद पता लगाने दें।

IAF Chief ने आगे कहा कि क्या आपने कभी कोई तस्वीर देखी जिसमें हमारे किसी एयरबेस पर हमला हुआ हो, कोई हैंगर नष्ट हुआ हो? हमने उनके ठिकानों की कई तस्वीरें दिखाईं, लेकिन उन्होंने एक भी तस्वीर नहीं दिखाई। उनकी कहानी ‘मनोहर कहानियां’ है। उन्हें खुश रहने दें, उन्हें भी अपनी जनता को चेहरा बचाने के लिए कुछ तो दिखाना है।

IAF Chief

ऑपरेशन सिंदूर को भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में आतंकी ठिकानों को नष्ट करने के लिए शुरू किया था। यह ऑपरेशन पहलगाम हमले का जवाब था, जिसने देश को झकझोर दिया था। भारत ने इस ऑपरेशन में सटीक हमले किए और इसके सबूत साझा किए, जबकि पाकिस्तान के दावों को बिना सबूत के प्रचार के रूप में देखा गया। सिंह ने कहा कि ये दावे केवल अपनी जनता को गुमराह करने और अपनी साख बचाने की कोशिश हैं।

AMCA और नए लड़ाकू विमानों की खरीद

IAF Chief ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्नत मध्यम लड़ाकू विमान (AMCA) की प्रगति पर भी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि AMCA का पहला उड़ान परीक्षण 2028 में होने की उम्मीद है और इसे 2035 तक वायुसेना में शामिल किया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह समयसीमा हासिल की जा सकती है, या शायद इससे बेहतर भी। तकनीकी जरूरतें स्पष्ट हैं, और हमें पता है कि क्या चाहिए और कहां से मिलेगा।

उन्होंने रूस के Su-57 और फ्रांस के राफेल जैसे विकल्पों पर भी चर्चा की। राफेल को पहले MMRCA कॉन्ट्रैक्ट में सबसे उपयुक्त पाया गया था, लेकिन अंतिम निर्णय भारत की जरूरतों, तकनीकी हस्तांतरण और ‘मेक इन इंडिया’ के तहत स्वतंत्र निर्माण की स्वतंत्रता पर आधारित होगा। सिंह ने कहा कि जो डिज़ाइन हाउस तकनीक दे और भारत में निर्माण के लिए तैयार हो, उसे चुना जाएगा।

IAF Chief

खैबर पख्तूनख्वा में आतंकी ठिकाने

पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में आतंकी संगठनों के मुख्यालय स्थापित होने की खबरों पर IAF Chief ने कहा कि भारत के पास खुफिया जानकारी होने पर गहरे ठिकानों पर सटीक हमले करने की क्षमता है। उन्होंने कहा कि हमारी क्षमता वही रहेगी। अगर हमें सटीक जानकारी मिलती है, तो हम उनके ठिकानों को नष्ट कर सकते हैं।

IAF Chief मार्शल अमर प्रीत सिंह का यह बयान न केवल पाकिस्तान के दावों को खारिज करता है, बल्कि भारत की सैन्य ताकत और रणनीतिक आत्मविश्वास को भी दर्शाता है। ऑपरेशन सिंदूर में भारत ने अपनी तकनीकी और सैन्य श्रेष्ठता साबित की और IAF Chief के बयान ने इसे और मजबूत किया। AMCA और नए लड़ाकू विमानों की खरीद के साथ, भारत अपनी वायुसेना को वैश्विक स्तर पर और सशक्त बनाने की दिशा में अग्रसर है। यह बयान वायुसेना दिवस के अवसर पर देशवासियों के लिए प्रेरणादायक है और भविष्य की चुनौतियों के लिए तैयार रहने का संदेश देता है।

KTM बाइक्स अब सबसे ज्यादा सस्ती Logitech MX Master 4 लॉन्च! अनुराग कश्यप की क्राइम-ड्रामा वाली 9 फिल्में जो दिमाग हिला दे! BMW खरीदने का सुनहरा मौका Best Adventure Bike Home Loan लेने से पहले करें ये 7 जरूरी काम, नहीं होंगे कभी भी परेशान!