प्रमुख बिंदु-
पटना, 8 जुलाई 2025: बिहार की राजधानी पटना में 4 जुलाई 2025 की रात को हुए व्यवसायी गोपाल खेमका (Gopal Khemka) हत्याकांड ने पूरे राज्य में सनसनी मचा दी थी। गांधी मैदान इलाके में अपने घर के बाहर गोपाल खेमका को बाइक सवार हमलावरों ने गोलियों से भून दिया था। इस सनसनीखेज मामले की गुत्थी अब पटना पुलिस ने लगभग सुलझा ली है।
पुलिस ने ताबड़तोड़ कार्रवाई करते हुए मुख्य शूटर उमेश यादव और मास्टरमाइंड अशोक साव को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि हथियार सप्लायर विकास उर्फ राजा को मुठभेड़ में मार गिराया है। इस हत्याकांड के पीछे व्यावसायिक रंजिश और जमीन विवाद की बात सामने आ रही है। बिहार पुलिस के डीजीपी विनय कुमार ने मंगलवार, 8 जुलाई 2025 को प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस मामले का पूरा खुलासा करने की बात कही है।

सुपारी, शूटर और हथियार
पुलिस जांच में पता चला कि गोपाल खेमका की हत्या के लिए 10 लाख रुपये की सुपारी दी गई थी, जिसमें से शूटर उमेश यादव को 1 लाख रुपये एडवांस में मिले थे। उमेश, जो कुख्यात गैंगस्टर अजय वर्मा का करीबी शूटर बताया जा रहा है, ने हत्या को अंजाम दिया। उसे हथियार विकास उर्फ राजा ने मुहैया कराया था, जो अवैध हथियारों का कारोबार करता था। पुलिस ने उमेश की निशानदेही पर मालसलामी इलाके में छापेमारी की और उसे गिरफ्तार किया। उमेश के पास से हत्या में इस्तेमाल की गई बाइक, एक पिस्तौल, 80 कारतूस, दो मोबाइल फोन और 1 लाख रुपये नकद बरामद हुए।
इसके बाद, पुलिस ने उदयगिरी अपार्टमेंट के फ्लैट नंबर 601 में छापेमारी कर मास्टरमाइंड अशोक साव को हिरासत में लिया। अशोक साव, जो पहले सरिया का कारोबारी था और अब बिल्डर है, ने कथित तौर पर इस हत्या की साजिश रची थी। पुलिस को शक है कि यह हत्या व्यावसायिक रंजिश और जमीन विवाद से जुड़ी है। अजय वर्मा से पूछताछ में और खुलासे हो सकते हैं।

मुठभेड़ में ढेर हुआ हथियार सप्लायर
8 जुलाई की सुबह करीब 2:45 बजे, पटना के मालसलामी थाना क्षेत्र में दमरिया घाट के पास पुलिस और विकास उर्फ राजा के बीच मुठभेड़ हुई। पुलिस के अनुसार, राजा ने पुलिस पर गोली चलाई, जिसके जवाब में पुलिस ने भी फायरिंग की, जिसमें राजा मारा गया। घटनास्थल से एक पिस्तौल, गोलियां और खोखे बरामद हुए। राजा का शव पोस्टमॉर्टम के लिए नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल भेजा गया।
इस मुठभेड़ ने स्थानीय लोगों में हलचल मचा दी, और राजा की मां घटनास्थल पर अपने बेटे की लाश देखकर बेहोश हो गई। पुलिस का दावा है कि राजा लंबे समय से अवैध हथियारों की सप्लाई में शामिल था और कई आपराधिक मामलों में वांछित था। पुलिस ने बताया कि राजा का आपराधिक रिकॉर्ड लंबा था, जिसमें हत्या और लूट जैसे गंभीर अपराध शामिल थे। इस कार्रवाई से क्षेत्र में अपराधियों के बीच दहशत फैल गई है।

जेडीयू-भाजपा ने की पुलिस की तारीफ
इस हत्याकांड ने बिहार में कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाए थे, लेकिन पुलिस की तेज कार्रवाई ने इस मामले को जल्दी सुलझाने में मदद की। जेडीयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन ने पुलिस की तारीफ करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में अपराधियों को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा, “पुलिस ने इस मामले को लगभग सुलझा लिया है, और सभी दोषियों को सजा मिलेगी।”
दूसरी ओर, बीजेपी प्रवक्ता नीरज कुमार ने दावा किया कि उमेश यादव का किसी प्रभावशाली राजनेता से कनेक्शन हो सकता है, जिसकी जांच चल रही है। पुलिस ने बेऊर जेल में बंद गैंगस्टर अजय वर्मा से भी पूछताछ की, जिसके इशारे पर यह साजिश रची गई थी। इस मामले में और खुलासे की उम्मीद है, क्योंकि पुलिस अन्य संदिग्धों की तलाश में जुटी है।

राणा अंशुमान सिंह यूनिफाइड भारत के एक उत्साही पत्रकार हैं, जो निष्पक्ष और प्रभावी ख़बरों के सन्दर्भ में जाने जाना पसंद करते हैं। वह सामाजिक मुद्दों, धार्मिक पर्यटन, पर्यावरण, महिलाओं के अधिकारों और राजनीति पर गहन शोध करना पसंद करते हैं। पत्रकारिता के साथ-साथ हिंदी-उर्दू में कविताएँ और ग़ज़लें लिखने के शौकीन राणा भारतीय संस्कृति और सामाजिक बदलाव के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।