Gold Price : सोने ने तोड़ा रिकॉर्ड, 24 कैरेट की कीमत पहली बार 1 लाख के पार; चांदी भी पहुंची 95,720 रुपये प्रति किलो
प्रमुख बिंदु-
New Delhi : घरेलू सर्राफा बाजार में सोमवार को सोने की कीमतों(Gold Price) ने इतिहास रच दिया। दिल्ली सर्राफा बाजार में 24 कैरेट सोना पहली बार 1,00,116 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर को पार कर गया, जिसमें 3% जीएसटी शामिल है। इंडियन बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन (IBJA) के अनुसार, 99.9% शुद्ध सोना 99,800 रुपये और 99.5% शुद्ध सोना 99,300 रुपये प्रति 10 ग्राम के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचा। इस बीच, चांदी की कीमतें भी 95,720 रुपये प्रति किलोग्राम (999 शुद्ध) तक उछलीं।

सोने में 2025 में 26.4% की तेजी
IBJA के मुताबिक, साल 2025 में सोने की कीमतों में अब तक 26.4% की वृद्धि दर्ज की गई है। 1 जनवरी 2025 से 99.9% शुद्ध सोना 20,850 रुपये प्रति 10 ग्राम महंगा हुआ है। वैश्विक अनिश्चितताओं, अमेरिका-चीन टैरिफ विवाद और कमजोर डॉलर ने सोने को सुरक्षित निवेश के रूप में और आकर्षक बना दिया है।
मार्केट एक्सपर्ट मयंक मोहन ने बताया कि वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताएं, टैरिफ तनाव और डॉलर की कमजोरी ने निवेशकों का रुझान सोने की ओर बढ़ाया है। वेडिंग सीजन में बढ़ती मांग ने भी कीमतों को नई ऊंचाई दी है।

MCX पर सोना और चांदी के रेट
MCX पर 22 अप्रैल सुबह 7 बजे सोना 97,352 रुपये प्रति 10 ग्राम (73 रुपये की बढ़ोतरी) और चांदी 97,275 रुपये प्रति किलोग्राम (238 रुपये की बढ़ोतरी) पर कारोबार कर रही थी। IBJA के अनुसार, 24 कैरेट सोना 97,560 रुपये और 22 कैरेट सोना 89,430 रुपये प्रति 10 ग्राम था।
प्रमुख शहरों में सोने-चांदी की कीमतें (22 अप्रैल 2025)
City | 24-Carat Gold (₹/10g) | 22-Carat Gold (₹/10g) | Silver (₹/kg) |
---|---|---|---|
Delhi | 94,260 | 90,310 | 95,380 |
Mumbai | 97,380 | 90,160 | 95,540 |
Chennai | 94,750 | 90,160 | 95,460 |
Kolkata | 94,350 | 90,160 | 95,820 |
Hyderabad | 97,540 | 90,210 | 95,690 |
Bengaluru | 94,460 | 90,160 | 95,620 |

विभिन्न कैरेट सोने की कीमतें
City | 24-Carat (₹/10g) | 22-Carat (₹/10g) | 18-Carat (₹/10g) |
---|---|---|---|
Delhi | 98,510 | 90,310 | 73,900 |
Mumbai | 98,360 | 90,160 | 73,770 |
Chennai | 98,360 | 90,160 | 74,610 |
Kolkata | 98,360 | 90,160 | 73,770 |
Ahmedabad | 98,410 | 90,210 | 73,810 |
Jaipur | 98,510 | 90,310 | 73,900 |
वेडिंग सीजन में बढ़ी मांग
वेडिंग सीजन के चलते सोने और चांदी की मांग में भारी उछाल देखा जा रहा है। सोने की कीमतों में लगातार तेजी से खरीदारी से पहले स्थानीय बाजारों में ताजा रेट चेक करना जरूरी है। विशेषज्ञों का मानना है कि वैश्विक और घरेलू कारकों के कारण सोने की कीमतें आने वाले दिनों में और बढ़ सकती हैं।

सोने की कीमतों में रिकॉर्ड तेजी के 10 प्रमुख कारण:
1. वैश्विक तनाव
इतिहास गवाह है कि जब भी दुनिया में तनाव बढ़ता है, सोने की कीमतें उछाल मारती हैं। वर्तमान में अमेरिका-चीन, रूस-पश्चिमी देशों और मध्य पूर्व में चल रहे विवादों ने डर का माहौल बनाया है। ऐसे में निवेशक सोने को सुरक्षित निवेश के रूप में देखते हैं, जिससे मांग बढ़ने के कारण कीमतें चढ़ रही हैं।
2. ग्लोबल इकॉनमी की सुस्ती
अमेरिका, चीन, जर्मनी और जापान जैसे बड़े देशों की अर्थव्यवस्थाएं सुस्त पड़ रही हैं, जिससे वैश्विक मंदी की आशंका बढ़ गई है। मंदी के डर से व्यवसाय प्रभावित हो सकते हैं, इसलिए लोग अपने पैसे को सुरक्षित रखने के लिए सोना खरीद रहे हैं।
3. बढ़ती महंगाई
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा कई देशों पर लगाए गए रेसिप्रोकल टैरिफ ने वैश्विक महंगाई को बढ़ाने का काम किया है। सोना महंगाई के खिलाफ एक मजबूत सुरक्षा कवच माना जाता है, जिससे इसकी मांग और कीमतें बढ़ रही हैं।
4. सेंट्रल बैंकों की सोने की खरीद
चीन, भारत, तुर्की और पोलैंड जैसे देशों के केंद्रीय बैंक बड़े पैमाने पर सोना खरीद रहे हैं। ये देश अमेरिकी डॉलर पर अपनी निर्भरता कम करना चाहते हैं और सोने को एक सुरक्षित विकल्प के रूप में देख रहे हैं।
5. डॉलर की कमजोरी
अमेरिकी डॉलर के मूल्य में गिरावट ने सोने की मांग को बढ़ाया है। जब डॉलर कमजोर होता है, तो विदेशी निवेशकों के लिए सोना खरीदना सस्ता पड़ता है, जिससे वैश्विक मांग में इजाफा हो रहा है।
6. आम लोगों का सोने में निवेश
शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव और बॉन्ड से कम रिटर्न के कारण आम लोग सोने के ETF (एक्सचेंज ट्रेडेड फंड) और फिजिकल गोल्ड में निवेश कर रहे हैं। इस बढ़ती मांग ने सोने की कीमतों को और ऊपर धकेला है।
7. ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने लगातार दो बार रेपो रेट में कटौती की है और अमेरिकी फेडरल रिजर्व के भी ब्याज दरों में कमी करने की संभावना है। कम ब्याज दरें सोने में निवेश को और आकर्षक बनाती हैं, क्योंकि इससे सोना रखने की लागत कम हो जाती है।
8. डॉलर पर निर्भरता कम करना
कई देश अमेरिकी डॉलर पर अपनी निर्भरता घटाने के लिए सोने को एक वैकल्पिक संपत्ति के रूप में देख रहे हैं। यह वैश्विक स्तर पर सोने की मांग को बढ़ा रहा है।
9. बैंकिंग सेक्टर में तनाव
भारत में कई बैंकों ने एफडी और सेविंग अकाउंट पर ब्याज दरों में कटौती की है। कम रिटर्न के कारण लोग सोने को एक बेहतर निवेश विकल्प मान रहे हैं, जिससे इसकी मांग बढ़ रही है।
10. सोने की सप्लाई में कमी
सोने की खदानों से उत्पादन घट रहा है, जबकि मांग लगातार बढ़ रही है। सप्लाई और डिमांड के बीच बढ़ता अंतर सोने की कीमतों में तेजी का एक बड़ा कारण है।