Glenn Maxwell retires from ODIs: 13 साल के एक विस्फोटक और बेमिसाल ODI करियर की कहानी

Glenn Maxwell

ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट में विस्फोटक बल्लेबाज़ों की कभी कमी नहीं रही है, लेकिन जब बात वनडे क्रिकेट में आक्रामकता, अनोखे शॉट्स और असंभव से मैच जीतने की आती है, तो Glenn Maxwell का नाम सबसे ऊपर आता है। इस खिलाड़ी ने सिर्फ ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट प्रेमियों ही नहीं, बल्कि दुनियाभर के क्रिकेट फैंस को अपनी अनोखी बल्लेबाज़ी से मंत्रमुग्ध किया है।

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Glenn Maxwell ने 2012 में अपना वनडे डेब्यू किया था, और जल्द ही उन्होंने अपनी धाक जमा ली। 2025 तक आते-आते, वह ऑस्ट्रेलिया के सबसे मूल्यवान वनडे खिलाड़ियों में से एक बन चुके हैं — ऐसे खिलाड़ी जो अकेले दम पर मैच का रुख पलट सकते हैं।

एक साहसी बल्लेबाज़ की दस्तक

Glenn Maxwell ने 25 अगस्त 2012 को श्रीलंका के खिलाफ अपना वनडे डेब्यू किया। शुरुआत में वह एक उपयोगी ऑलराउंडर के रूप में टीम में शामिल हुए, लेकिन जल्दी ही उनकी बल्लेबाज़ी की ताक़त ने उन्हें ऑस्ट्रेलिया का मैच विनर बना दिया।

उन्होंने दिखा दिया कि वह सिर्फ एक हिटर नहीं, बल्कि परिस्थिति के अनुसार खेलने वाले खिलाड़ी भी हैं। वह नंबर 4 से लेकर नंबर 7 तक कभी भी बल्लेबाज़ी करने को तैयार रहते हैं, और जरूरत पड़ने पर गेंदबाज़ी व फील्डिंग से भी योगदान देते हैं।

Glenn Maxwell के करियर की झलकियाँ: यादगार पारियाँ और ऐतिहासिक क्षण

1. 2015 वर्ल्ड कप (ऑस्ट्रेलिया): 51 गेंदों में शतक बनाम श्रीलंका

यह पारी Glenn Maxwell की पहचान बन गई। 2015 वर्ल्ड कप में, उन्होंने श्रीलंका के खिलाफ केवल 51 गेंदों में शतक ठोका — उस समय वनडे क्रिकेट में यह तीसरा सबसे तेज शतक था। उन्होंने 102 रन मात्र 53 गेंदों पर बनाए, जिसमें 10 चौके और 4 छक्के शामिल थे। यह पारी ऑस्ट्रेलिया की वर्ल्ड कप जीत की नींव में एक महत्वपूर्ण ईंट साबित हुई।

2. 2023 वर्ल्ड कप (भारत): बनाम अफगानिस्तान – 201 रन, एक ऐतिहासिक चमत्कार

Glenn Maxwell की सबसे महान पारी शायद यह थी जब उन्होंने 2023 के वर्ल्ड कप में अफगानिस्तान के खिलाफ 201 रन बनाए। ऑस्ट्रेलिया 91/7 पर था, और जीत लगभग नामुमकिन लग रही थी। लेकिन Glenn Maxwell ने पीठ में ऐंठन और पैर में जकड़न के बावजूद हार नहीं मानी और वनडे क्रिकेट के इतिहास की सबसे बड़ी व्यक्तिगत पारियों में से एक खेली। यह ODI इतिहास की पहली डबल सेंचुरी थी जिसमें खिलाड़ी ने बैक स्पैज़म के साथ पूरा खेला।

यह पारी क्रिकेट की किताबों में “मैक्सवेल का चमत्कार” के रूप में दर्ज हो गई।

3. 2020 बनाम भारत – 90 रन (55 गेंदों पर) & 63 रन (29 गेंदों पर)

भारत के खिलाफ घरेलू सीरीज़ में Glenn Maxwell ने लगातार दो मैचों में तूफानी पारियाँ खेलीं। वह डेथ ओवरों के स्पेशलिस्ट साबित हुए। खास बात यह रही कि उन्होंने ज्यादातर रन हार्दिक पंड्या, जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद शमी जैसे गेंदबाज़ों के खिलाफ बनाए। उनकी बल्लेबाज़ी के चलते ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 2-1 से हराया।

4. 2019 वर्ल्ड कप: बनाम इंग्लैंड – 46 गेंदों में 60 रन और रन-आउट से मोड़ दिया मैच

Glenn Maxwell सिर्फ बल्ले से ही नहीं, फील्डिंग से भी मैच पलट सकते हैं। 2019 वर्ल्ड कप में इंग्लैंड के खिलाफ मैच में उन्होंने जोस बटलर को डायरेक्ट हिट से रन आउट कर मैच का पूरा रुख बदल दिया। इससे पहले उन्होंने बल्ले से भी तेज़ अर्धशतक जड़ा था। इस मैच ने दिखाया कि Glenn Maxwell एक 3D खिलाड़ी हैं – बल्लेबाज़, गेंदबाज़ और फील्डर।

ऑलराउंड योगदान: सिर्फ बल्ला नहीं, गेंद और फील्डिंग से भी कमाल

Glenn Maxwell एक शानदार ऑफ स्पिन गेंदबाज़ भी हैं। उन्होंने वनडे करियर में 60+ विकेट लिए हैं, जिनमें कई बार उन्होंने बीच के ओवरों में रन रोकने और ब्रेकथ्रू दिलाने का काम किया। उनके पास कई बार गेंदबाज़ी से भी मैच बदलने की क्षमता रही है। फील्डिंग में वह ऑस्ट्रेलिया के सबसे तेज और फुर्तीले फील्डरों में गिने जाते हैं। चाहे डीप मिडविकेट पर कैच हो या थ्रो से रन आउट — मैक्सी हर विभाग में फिट हैं।

Glenn Maxwell की शैली: जोखिम से भरी लेकिन ज़िम्मेदारी से लैस

Glenn Maxwell का खेलने का अंदाज पारंपरिक नहीं है। वह रिवर्स स्वीप, स्विच हिट, ड्रैग शॉट, और स्लॉग स्वीप को बड़े आत्मविश्वास से खेलते हैं। कई बार उन्हें गैर-जिम्मेदार खिलाड़ी भी कहा गया, लेकिन समय ने साबित किया कि यही आक्रामकता ऑस्ट्रेलिया को जीत दिलाती रही। उन्होंने कठिन परिस्थितियों में भी मैच जिताए — वह कभी भी दबाव से नहीं घबराए।

प्रशंसा और विरासत

मैक्सवेल की बल्लेबाज़ी की प्रशंसा सिर्फ ऑस्ट्रेलिया में ही नहीं, भारत, इंग्लैंड, पाकिस्तान, बांग्लादेश जैसे देशों में भी होती है। क्रिकेट के कई दिग्गजों ने उन्हें “मोस्ट फियरलेस प्लेयर” कहा है। विराट कोहली ने एक बार कहा था, “मैक्सवेल को रोकना असंभव होता है अगर वह सेट हो जाए। वह किसी भी लक्ष्य को आसान बना सकते हैं।”

एक विस्फोटक अध्याय का सुनहरा योगदान

ग्लेन मैक्सवेल का वनडे करियर उस प्रकार का नहीं रहा जिसमें हर बार स्थिरता हो, लेकिन यह करियर कुछ ऐसे क्षणों से भरा पड़ा है जो कभी नहीं भूलाए जा सकते। उन्होंने कई बार “मैच फिनिशर” के रूप में खुद को साबित किया और वह खिलाड़ियों की उस दुर्लभ श्रेणी में आते हैं जो अकेले दम पर मैच पलट सकते हैं।

मैक्सवेल का ODI करियर एक प्रेरणा है — जोश, जुनून, और जादू का मेल। चाहे वह 2015 का वर्ल्ड कप हो या 2023 की डबल सेंचुरी — जब भी मैदान पर “मैक्सी शो” चला, दर्शकों को रोमांच की पराकाष्ठा देखने को मिली।

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