अहमदाबाद त्रासदी के बाद DGCA का कड़ा कदम
प्रमुख बिंदु-
अहमदाबाद, 13 जून 2025: अहमदाबाद में Air India की लंदन जा रही फ्लाइट AI171 के भयावह हादसे ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। इस दुखद घटना के बाद भारत के नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने तत्काल प्रभाव से बड़ा फैसला लिया है। DGCA ने एयर इंडिया को आदेश दिया है कि वह अपने सभी Boeing 787 Dreamliner विमानों की गहन सुरक्षा जांच करे। यह कदम यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए उठाया गया है।
DGCA का सख्त आदेश: 15 जून से लागू होगी विशेष जांच प्रक्रिया
DGCA ने एयर इंडिया को निर्देश दिया है कि 15 जून 2025 की मध्यरात्रि (00:00 बजे) से भारत से उड़ान भरने वाले सभी Boeing 787-8 और 787-9 Dreamliner विमानों के लिए एक बार की विशेष जांच प्रक्रिया अनिवार्य रूप से लागू की जाए। इस जांच में कई महत्वपूर्ण तकनीकी पहलुओं पर ध्यान दिया जाएगा, जिनमें शामिल हैं:
- फ्यूल पैरामीटर मॉनिटरिंग: विमान के ईंधन प्रणाली की गहन जांच।
- कैबिन एयर कंप्रेसर सिस्टम: केबिन के वायु दबाव और गुणवत्ता की जांच।
- इलेक्ट्रॉनिक इंजन कंट्रोल टेस्ट: इंजन के इलेक्ट्रॉनिक नियंत्रण प्रणाली की कार्यक्षमता।
- इंजन फ्यूल एक्टुएटर ऑपरेशन: ईंधन आपूर्ति प्रणाली की जांच।
- ऑयल और हाइड्रोलिक सिस्टम: तेल और हाइड्रोलिक प्रणालियों की सर्विसिंग।
- टेकऑफ पैरामीटर्स की समीक्षा: उड़ान से पहले सभी तकनीकी मापदंडों की गहन जांच।
इसके अतिरिक्त, DGCA ने ‘फ्लाइट कंट्रोल इंस्पेक्शन’ को ट्रांजिट निरीक्षण का हिस्सा बनाने और इसे अगले आदेश तक जारी रखने का निर्देश दिया है। साथ ही, अगले दो सप्ताह के भीतर पावर एश्योरेंस चेक्स को अनिवार्य किया गया है।

पिछले तकनीकी खराबियों की समीक्षा का आदेश
DGCA ने एयर इंडिया को पिछले 15 दिनों में Boeing Dreamliner विमानों में सामने आई सभी दोहराव वाली तकनीकी खराबियों (snags) की समीक्षा करने और संबंधित मेंटेनेंस कार्यों को तुरंत पूरा करने का आदेश दिया है। यह कदम सुनिश्चित करेगा कि कोई भी छोटी-मोटी तकनीकी खामी भविष्य में बड़ा खतरा न बन जाए।
विशेषज्ञों का मानना है कि DGCA का यह निर्णय न केवल एयर इंडिया की सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करेगा, बल्कि यात्रियों के बीच विश्वास भी बहाल करेगा। एक वरिष्ठ विमानन विशेषज्ञ ने कहा, “यह एक स्वागतयोग्य कदम है। अहमदाबाद हादसे ने कई सवाल खड़े किए हैं, और इस तरह की जांच से संभावित जोखिमों को कम किया जा सकता है।”

Boeing Dreamliner की सुरक्षा पर सवाल
Boeing 787 Dreamliner, जिसे 2011 में लॉन्च किया गया था, को इसकी ईंधन दक्षता और शांत संचालन के लिए जाना जाता है। यह पहली बार है जब इस मॉडल का कोई विमान दुर्घटनाग्रस्त हुआ है। हालांकि, पिछले कुछ वर्षों में बोइंग की सुरक्षा और उत्पादन प्रक्रियाओं पर कई सवाल उठे हैं, विशेषकर एक व्हिसलब्लोअर के दावों के बाद, जिसमें कहा गया था कि 787 के कुछ हिस्सों को ठीक से जोड़ा नहीं गया है।
DGCA के इस फैसले को बोइंग और एयर इंडिया के लिए एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। कुछ विशेषज्ञों का कहना है कि सरकार पूरे Boeing 787 बेड़े को जांच पूरी होने तक अस्थायी रूप से ग्राउंड करने पर भी विचार कर रही है।

अहमदाबाद हादसा: एक भयावह त्रासदी
12 जून 2025 को अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से लंदन गैटविक के लिए उड़ान भरने वाली एयर इंडिया की फ्लाइट AI171, एक Boeing 787-8 Dreamliner, टेकऑफ के कुछ ही मिनटों बाद तेजी से नीचे गिर गई। यह विमान एक रिहायशी इलाके में स्थित बी.जे. मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल परिसर से टकरा गया, जिसके बाद यह आग के गोले में तब्दील हो गया। इस हादसे में 242 यात्रियों और चालक दल के सदस्यों में से 241 की मौत हो गई, जबकि एक ब्रिटिश नागरिक, रमेश विश्वासकुमार, चमत्कारिक रूप से बच गया। हादसे में जमीन पर मौजूद कई लोगों की भी जान चली गई, जिससे मृतकों की कुल संख्या 265 हो गई।

हादसे की जांच के लिए भारत का विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) सक्रिय है, जिसमें यूके की एयर एक्सीडेंट्स इन्वेस्टिगेशन ब्रांच (AAIB) और बोइंग के विशेषज्ञ भी शामिल हैं। प्रारंभिक जांच में इंजन, फ्लैप्स, और लैंडिंग गियर पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है।
DGCA का यह निर्णय न केवल तात्कालिक सुरक्षा उपायों को लागू करता है, बल्कि भविष्य में ऐसी त्रासदियों को रोकने के लिए एक मजबूत ढांचा भी तैयार करता है। एयर इंडिया ने बयान जारी कर कहा है कि वह DGCA के निर्देशों का पालन कर रही है और यात्रियों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही है। अहमदाबाद हादसे ने विमानन उद्योग को गहरे सदमे में डाल दिया है। अब सभी की नजरें जांच के नतीजों और DGCA के अगले कदमों पर टिकी हैं।

राणा अंशुमान सिंह यूनिफाइड भारत के एक उत्साही पत्रकार हैं, जो निष्पक्ष और प्रभावी ख़बरों के सन्दर्भ में जाने जाना पसंद करते हैं। वह सामाजिक मुद्दों, धार्मिक पर्यटन, पर्यावरण, महिलाओं के अधिकारों और राजनीति पर गहन शोध करना पसंद करते हैं। पत्रकारिता के साथ-साथ हिंदी-उर्दू में कविताएँ और ग़ज़लें लिखने के शौकीन राणा भारतीय संस्कृति और सामाजिक बदलाव के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।