प्रमुख बिंदु-
Lucknow/Varanasi : उत्तर प्रदेश की आध्यात्मिक राजधानी काशी इस बार Dev Deepawali को ‘क्लीन काशी, ग्रीन काशी, डिवाइन काशी’ की थीम के साथ भव्य रूप से सजाने की तैयारी में जुटी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर पर्यटन एवं संस्कृति विभाग ने युद्धस्तर पर तैयारियां शुरू कर दी हैं।
Dev Deepawali पर नमो घाट से अस्सी घाट तक स्मार्ट लाइटिंग, फ्लोरल डेकोरेशन, लेजर शो, ग्रीन आतिशबाजी और थीम आधारित इंस्टालेशन के साथ काशी एक बार फिर दिव्यता और भक्ति का अनुपम दृश्य प्रस्तुत करेगी। पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि घाटों से गलियों तक स्वच्छता, सुरक्षा और सुव्यवस्था पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है, ताकि श्रद्धालु और पर्यटक बिना किसी असुविधा के इस पावन पर्व का आनंद ले सकें।

मुख्यमंत्री की समीक्षा और निर्देश
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने Dev Deepawali की तैयारियों की समीक्षा बैठक में स्पष्ट निर्देश दिए कि आयोजन ‘क्लीन काशी, ग्रीन काशी, डिवाइन काशी’ की भावना को साकार करे। उन्होंने घाटों, गलियों और प्रमुख मार्गों की सफाई, सजावट, यातायात प्रबंधन, पार्किंग, बैरिकेडिंग, शटल सेवाएं, विद्युत आपूर्ति और चिकित्सा व्यवस्था पर विशेष ध्यान देने को कहा। सीएम ने जोर दिया कि यह आयोजन जनसहयोग, सामाजिक समरसता और राष्ट्रीय गौरव का प्रतीक बने। स्थानीय कलाकारों, विद्यालयों, स्वयंसेवी संस्थाओं, महिला समूहों और धर्माचार्यों की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित की जाए।

घाटों पर भव्य सजावट और आयोजन
पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि चेत सिंह घाट पर प्रतिदिन तीन बार 25 मिनट का प्रोजेक्शन सहित लेजर शो आयोजित होगा। काशी विश्वनाथ घाट और चेत सिंह घाट के बीच रेत की सैंड आर्ट इंस्टालेशन लगाई जाएगी। काशी विश्वनाथ धाम घाट के सामने 10 मिनट का ग्रीन फायरक्रैकर शो होगा, जिसमें संगीत और लेजर शो भी शामिल होंगे। नमो घाट और अस्सी घाट पर पारंपरिक कारीगरों द्वारा बनाए गए मिट्टी के दीये और इको-फ्रेंडली सजावट से घाट रोशन होंगे। सभी घाटों पर स्मार्ट लाइटिंग, फ्लोरल डेकोरेशन और थीम आधारित इंस्टालेशन लगाए जाएंगे। गंगा तट पर सांस्कृतिक प्रस्तुतियां, पारंपरिक संगीत, क्राफ्ट प्रदर्शनी और ग्रीन आतिशबाजी पर्यटकों को आकर्षित करेंगी।

स्वच्छता और सुरक्षा व्यवस्था
Dev Deepawali पर ‘क्लीन काशी’ की थीम को ध्यान में रखते हुए प्रत्येक घाट पर पर्याप्त सफाई कर्मी तैनात किए गए हैं। घाटों, गलियों और प्रमुख मार्गों की नियमित सफाई सुनिश्चित की जा रही है। सुरक्षा के लिए ड्रोन और सीसीटीवी मॉनिटरिंग की व्यवस्था की गई है। 24×7 कंट्रोल रूम और कमांड सेंटर से सीसीटीवी फीड की निरंतर निगरानी होगी। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए पर्याप्त शौचालय, पेयजल व्यवस्था, चिकित्सीय सहायता और प्राथमिक उपचार केंद्र स्थापित किए जा रहे हैं। घाटों के समीप आपातकालीन नौका और एम्बुलेंस सेवाएं उपलब्ध रहेंगी। नाविकों को लाइफ जैकेट, पंजीकरण टैग और निर्धारित रूट की जानकारी दी गई है।

यातायात और सुविधाएं
Dev Deepawali के तहत यातायात प्रबंधन के लिए विशेष योजना बनाई गई है। पार्किंग, बैरिकेडिंग और शटल सेवाओं की व्यवस्था की जा रही है ताकि जाम या अव्यवस्था न हो। विद्युत आपूर्ति निर्बाध रहे, इसके लिए अतिरिक्त जेनरेटर और बैकअप की व्यवस्था की गई है। श्रद्धालुओं और पर्यटकों की सुविधा के लिए सूचना केंद्र, गाइड और स्वयंसेवक तैनात किए जाएंगे।

काशी की आध्यात्मिक पहचान
पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने कहा कि Dev Deepawali अब केवल धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि काशी की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक पहचान बन चुका है। जब गंगा के जल में हजारों दीपों का प्रतिबिंब झिलमिलाएगा, तो पूरा वाराणसी ‘हर हर गंगे’ के जयघोष से गूंज उठेगा। उन्होंने बताया कि यह आयोजन काशी को भारत के पर्यटन मानचित्र का ध्रुवतारा बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

Dev Deepawali 2025 काशी की दिव्यता, स्वच्छता और हरित भावना का प्रतीक बनेगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में पर्यटन विभाग की तैयारियां इसे विश्व स्तरीय आयोजन बनाने की दिशा में हैं। घाटों से गलियों तक रोशनी, सुरक्षा और सुव्यवस्था के साथ काशी एक बार फिर विश्व को अपनी आध्यात्मिक चमक दिखाएगी। यह आयोजन न केवल श्रद्धालुओं को भक्ति का अनुभव देगा, बल्कि पर्यटन को भी बढ़ावा देगा।

बृहस्पति राज पांडेय यूनिफाइड भारत के एक विचारशील पत्रकार और लेखक हैं, जो खेल, शिक्षा और सामाजिक मुद्दों पर निष्पक्ष व प्रभावशाली लेखन के लिए जाने जाते हैं। सामाजिक और राजनीतिक विषयों पर उनकी गहरी पकड़ है। वह नीति-निर्माण, युवा उत्थान और खेल जगत पर विशेष ध्यान देते हैं। युवाओं की आवाज़ को मंच देने और सामाजिक बदलाव के लिए बृहस्पति सतत समर्पित हैं।
