प्रमुख बिंदु-
नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली (Delhi) के प्रसिद्ध कालकाजी मंदिर में शुक्रवार देर रात एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई, जहां प्रसाद को लेकर हुई मामूली बहस ने हिंसक रूप ले लिया। इस झगड़े में मंदिर के 35 वर्षीय सेवादार योगेंद्र सिंह की बेरहमी से पिटाई कर हत्या कर दी गई। सीसीटीवी फुटेज में पांच-छह लोगों का एक समूह योगेंद्र को लाठियों और लोहे की रॉड से पीटता दिखाई दे रहा है, जबकि वह जमीन पर बेसुध पड़े थे। इस घटना ने न केवल मंदिर की पवित्रता पर सवाल उठाए हैं, बल्कि दिल्ली में बढ़ती हिंसा को लेकर भी चिंता बढ़ा दी है। पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है, और बाकियों की तलाश जारी है।
प्रसाद की मांग बनी मौत का कारण
पुलिस के अनुसार, यह घटना शुक्रवार रात करीब 9:30 बजे कालकाजी मंदिर परिसर में हुई। कुछ लोग मंदिर में दर्शन के लिए आए थे और उन्होंने सेवादार योगेंद्र सिंह से चुन्नी प्रसाद की मांग की। योगेंद्र ने उनसे कुछ देर इंतजार करने को कहा, जिसके बाद बहस शुरू हो गई। बात इतनी बढ़ गई कि आरोपियों ने योगेंद्र पर लाठियों और लोहे की रॉड से हमला कर दिया।
सीसीटीवी फुटेज में दिख रहा है कि पांच-छह लोग योगेंद्र को बेरहमी से पीट रहे थे, जबकि आसपास के लोग सदमे में यह सब देख रहे थे। गंभीर रूप से घायल योगेंद्र को तुरंत एम्स ट्रॉमा सेंटर ले जाया गया, लेकिन इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। मंदिर के एक अन्य सेवादार राजू ने बताया कि आरोपी आक्रामक रवैये के साथ आए थे और पहले भी ऐसी हरकतें कर चुके थे।

15 साल से मंदिर की सेवा में थे योगेंद्र
मृतक योगेंद्र सिंह मूल रूप से उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले के रहने वाले थे। वह पिछले 14-15 सालों से कालकाजी मंदिर में सेवादार के रूप में कार्यरत थे। उनके परिवार में उनके पिता, जो एक प्लंबर हैं, एक भाई और दो बहनें हैं। योगेंद्र की मेहनत और समर्पण के लिए मंदिर में उनकी खासी पहचान थी। उनके अचानक इस तरह चले जाने से परिवार और मंदिर प्रबंधन में शोक की लहर है। एक अन्य सेवादार ने बताया कि योगेंद्र हमेशा भक्तों की सेवा में तत्पर रहते थे, लेकिन इस बार उनकी विनम्रता ही उनकी जान की दुश्मन बन गई।
एक आरोपी गिरफ्तार, बाकियों की तलाश
घटना की सूचना मिलते ही कालकाजी थाने की पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने तुरंत बिजली आपूर्ति बंद कराई और घायलों को अस्पताल पहुंचाया। मामले में भारतीय न्याय संहिता की धारा 103(1) (हत्या) और 3(5) (साझा इरादे) के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने एक आरोपी, 30 वर्षीय अतुल पांडे, जो दक्षिणपुरी का निवासी है, को मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया। स्थानीय लोगों ने उसे पकड़कर पुलिस के हवाले किया था।
पुलिस ने बताया कि बाकी आरोपियों की पहचान के लिए सीसीटीवी फुटेज की जांच की जा रही है, और उनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है। दिल्ली पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए जल्द से जल्द सभी दोषियों को पकड़ने का आश्वासन दिया है।
मंदिर में सुरक्षा पर सवाल
कालकाजी मंदिर में यह कोई पहली घटना नहीं है, जब सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठे हैं। हाल ही में नवरात्रि के दौरान मंदिर में करंट लगने से एक 17 वर्षीय छात्र की मौत हो गई थी और छह लोग घायल हुए थे। उस घटना के बाद दिल्ली हाई कोर्ट ने मंदिर प्रबंधन को श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए उचित इंतजाम करने के निर्देश दिए थे।
इस हत्या के बाद एक बार फिर मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठ रहे हैं। मंदिर में सीसीटीवी तो लगे हैं, लेकिन पर्याप्त सुरक्षा कर्मियों की कमी और भीड़ प्रबंधन की कमजोर व्यवस्था इस तरह की घटनाओं को बढ़ावा दे रही है। स्थानीय लोगों और श्रद्धालुओं ने मांग की है कि मंदिर में सुरक्षा बढ़ाई जाए और ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कड़े कदम उठाए जाएं।
राणा अंशुमान सिंह यूनिफाइड भारत के एक उत्साही पत्रकार हैं, जो निष्पक्ष और प्रभावी ख़बरों के सन्दर्भ में जाने जाना पसंद करते हैं। वह सामाजिक मुद्दों, धार्मिक पर्यटन, पर्यावरण, महिलाओं के अधिकारों और राजनीति पर गहन शोध करना पसंद करते हैं। पत्रकारिता के साथ-साथ हिंदी-उर्दू में कविताएँ और ग़ज़लें लिखने के शौकीन राणा भारतीय संस्कृति और सामाजिक बदलाव के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
