प्रमुख बिंदु-
पटना, बिहार: केंद्र सरकार के हालिया जीएसटी सुधारों ने देश में सियासी तूफान खड़ा कर दिया है। खास तौर पर बीड़ी पर टैक्स कम करने के फैसले को लेकर केरल कांग्रेस के एक सोशल मीडिया पोस्ट ने बिहार में राजनीतिक विवाद को जन्म दे दिया। पोस्ट में लिखा गया, “बीड़ी और बिहार दोनों ‘B’ से शुरू होते हैं। अब इन्हें पाप नहीं माना जा सकता।” इस बयान ने बीजेपी और जेडीयू को हमलावर कर दिया, जिन्होंने इसे बिहार और बिहारियों का अपमान करार दिया। विवाद बढ़ने पर केरल कांग्रेस ने पोस्ट हटा लिया, लेकिन तब तक यह सोशल मीडिया पर वायरल हो चुका था। आइए, इस विवाद के हर पहलू को विस्तार से समझते हैं।
जीएसटी सुधार
केंद्र सरकार ने हाल ही में जीएसटी ढांचे में बड़े बदलाव किए हैं। जीएसटी परिषद की 56वीं बैठक में 12% और 28% के टैक्स स्लैब को हटाकर केवल दो स्लैब, 5% और 18% लागू करने का फैसला लिया गया। इस सुधार के तहत तंबाकू उत्पादों जैसे सिगरेट, सिगार और पान मसाला पर जीएसटी को 28% से बढ़ाकर 40% कर दिया गया।
हालांकि, बीड़ी पर टैक्स को 28% से घटाकर 18% कर दिया गया, और बीड़ी बनाने में इस्तेमाल होने वाले तेंदू पत्ते पर टैक्स 5% कर दिया गया। ये नई दरें 1 जनवरी 2026 से लागू होंगी। सरकार का कहना है कि यह कदम आम लोगों को राहत देने और बीड़ी उद्योग को बढ़ावा देने के लिए उठाया गया है, जो कई ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार का साधन है। लेकिन विपक्ष ने इसे बिहार विधानसभा चुनाव से जोड़कर सियासी रंग दे दिया।
केरल कांग्रेस का विवादित पोस्ट
केरल कांग्रेस ने जीएसटी सुधारों की आलोचना करते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक पोस्ट शेयर किया, जिसमें तंबाकू उत्पादों पर टैक्स की नई दरों का चार्ट था। पोस्ट में लिखा गया, “बीड़ी और बिहार दोनों ‘B’ से शुरू होते हैं। अब इन्हें पाप नहीं माना जा सकता।”

इस बयान को बीजेपी और जेडीयू ने बिहार की पहचान और सम्मान पर हमला बताया। बीजेपी प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा, “कांग्रेस ने एक बार फिर अपनी बिहार विरोधी मानसिकता दिखाई है। बिहार को बीड़ी से जोड़ना निंदनीय है।” वहीं, बिहार के डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने इसे “कांग्रेस का असली चरित्र” करार देते हुए कहा कि यह बिहार के साथ-साथ पूरे देश का अपमान है। केरल कांग्रेस ने विवाद बढ़ने के बाद पोस्ट डिलीट कर लिया, लेकिन तब तक यह मुद्दा सोशल मीडिया पर छा चुका था।
बीजेपी और जेडीयू का तीखा पलटवार
बीजेपी और जेडीयू नेताओं ने इस मुद्दे को बिहार की अस्मिता से जोड़कर कांग्रेस पर तीखा हमला बोला। जेडीयू सांसद संजय झा ने X पर लिखा, “B से सिर्फ बीड़ी नहीं, बुद्धि भी होती है, जो कांग्रेस के पास नहीं है। बिहार वह भूमि है जहां मां सीता प्रकट हुईं, भगवान बुद्ध को ज्ञान मिला, और संपूर्ण क्रांति ने कांग्रेस की तानाशाही को उखाड़ फेंका।” उन्होंने कहा कि बिहार की जनता इस अपमान का जवाब “वोट की चोट” से देगी।
बिहार बीजेपी अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने कहा, “कांग्रेस की मानसिकता बिहार को छोटा दिखाने की रही है।” डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा ने इसे “मां भारती का अपमान” बताया और कार्रवाई की मांग की। जेडीयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव से जवाब मांगा, पूछते हुए कि क्या बिहार को बीड़ी का पर्याय मानना उचित है।
बिहार में सियासी माहौल
यह विवाद ऐसे समय में उभरा है जब बिहार में विधानसभा चुनाव नजदीक हैं। बीजेपी और जेडीयू इसे चुनावी मुद्दा बनाने की तैयारी में हैं। बीजेपी का कहना है कि कांग्रेस बार-बार बिहार की भावनाओं को ठेस पहुंचा रही है, जैसा कि हाल ही में पीएम मोदी की मां के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी के मामले में देखा गया।

27 अगस्त को दरभंगा में राहुल गांधी की “वोटर अधिकार यात्रा” के दौरान मंच से दी गई गालियों ने भी विवाद खड़ा किया था, जिसके जवाब में बीजेपी ने 4 सितंबर को बिहार बंद बुलाया था। राजद प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने पलटवार करते हुए कहा कि बीजेपी असल मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए ऐसे विवादों को हवा देती है। लेकिन बिहार की जनता इस मुद्दे को लेकर गुस्से में है, और इसका असर आगामी चुनावों में देखने को मिल सकता है।
राणा अंशुमान सिंह यूनिफाइड भारत के एक उत्साही पत्रकार हैं, जो निष्पक्ष और प्रभावी ख़बरों के सन्दर्भ में जाने जाना पसंद करते हैं। वह सामाजिक मुद्दों, धार्मिक पर्यटन, पर्यावरण, महिलाओं के अधिकारों और राजनीति पर गहन शोध करना पसंद करते हैं। पत्रकारिता के साथ-साथ हिंदी-उर्दू में कविताएँ और ग़ज़लें लिखने के शौकीन राणा भारतीय संस्कृति और सामाजिक बदलाव के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
