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Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की सरगर्मियां तेज हो गई हैं। आज पटना के होटल मौर्या में महागठबंधन ने बड़ा ऐलान किया है। राजद नेता तेजस्वी यादव को गठबंधन का मुख्यमंत्री पद का चेहरा घोषित किया गया। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक गहलोत ने इसकी घोषणा की, जिसमें वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी को उपमुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बनाया गया। गठबंधन ने एनडीए से सवाल किया कि उनका सीएम फेस कौन है? यह घोषणा चुनावी जंग को और रोचक बना रही है, जहां बेरोजगारी और विकास जैसे मुद्दे छाए हुए हैं।
महागठबंधन की एकजुटता
महागठबंधन की संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में सात दलों के 14 नेता शामिल हुए। आरजेडी, कांग्रेस, वीआईपी, सीपीआई(एमएल) समेत अन्य पार्टियों ने एक मंच पर आकर अपनी एकता दिखाई। अशोक गहलोत ने कहा कि तेजस्वी यादव का नाम स्वाभाविक था, क्योंकि राहुल गांधी समेत सभी नेताओं के मन में यही था। उन्होंने बताया कि सरकार बनने पर मुकेश सहनी उपमुख्यमंत्री होंगे और पिछड़े वर्गों से एक से अधिक डिप्टी सीएम बनाए जाएंगे। यह कदम पिछड़े और अल्पसंख्यक समुदायों को लुभाने की रणनीति लगती है।
प्रेस कॉन्फ्रेंस करीब 50 मिनट चली, जिसमें हर दल के नेता ने बोलकर गठबंधन की मजबूती पर जोर दिया। तेजस्वी ने कहा कि सभी का भरोसा जताने के लिए शुक्रिया, और वे इस विश्वास पर खरा उतरेंगे। उन्होंने वादा किया कि 20 महीने में वे वो काम कर दिखाएंगे, जो एनडीए ने 20 साल में नहीं किया।

तेजस्वी के तीखे हमले
तेजस्वी यादव ने एनडीए सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि बिहार सबसे गरीब राज्य है, जहां उद्योग नहीं हैं और लोग पलायन कर रहे हैं। प्रति व्यक्ति आय में बिहार फिसड्डी है, बिना रिश्वत काम नहीं होता और विभाग अफसर चला रहे हैं। उन्होंने घोटालों, पुल गिरने और पटना में अपराध का जिक्र किया। तेजस्वी ने कहा कि एनडीए के पास कोई एजेंडा या मैनिफेस्टो नहीं है, वे सिर्फ महागठबंधन की नकल कर रहे हैं।
उन्होंने वादा किया कि हर परिवार में सरकारी नौकरी होगी और नया बिहार बनाएंगे। उन्होंने खुद को इतना ईमानदार बताया कि अगर उनकी परछाई भी गलत करेगी, तो सजा दिलाएंगे। सीपीआई(एमएल) के दीपांकर भट्टाचार्य ने कहा कि बिहार संविधान की रक्षा के लिए तैयार है और “वोट चोर, गद्दी छोड़” का नारा साकार होगा। आरजेडी के अब्दुल बारी सिद्दीकी ने एनडीए पर संविधान कमजोर करने का आरोप लगाया। ऑल इंडिया पान महासंघ के आईपी गुप्ता ने कहा कि उनका समाज महागठबंधन को पूरा समर्थन देगा।

एनडीए को चुनौती
गहलोत ने एनडीए से सीधा सवाल किया कि उनका सीएम फेस कौन है? उन्होंने कहा कि सिर्फ नीतीश कुमार के नेतृत्व में चुनाव लड़ने का कहना काफी नहीं, साफ ऐलान करें। तेजस्वी ने दावा किया कि अमित शाह कई बार कह चुके हैं कि नीतीश सीएम नहीं बनेंगे और जेडीयू के नेता भाजपा के लिए काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि चुनाव बाद एनडीए जेडीयू को खत्म कर देगा। भाजपा ने जवाब में तंज कसा कि प्रेस कॉन्फ्रेंस में सिर्फ तेजस्वी की फोटो थी, राहुल गांधी को जगह नहीं मिली।
चुनाव दो चरणों में 6 और 11 नवंबर को होंगे, नतीजे 23 नवंबर को आएंगे। महागठबंधन की यह घोषणा जहां गठबंधन को मजबूत कर रही है, वहीं एनडीए पर दबाव बढ़ा रही है। बेरोजगारी, किसान और युवाओं की चिंता चुनाव का मुख्य मुद्दा बनी हुई है। पूरे देश की नजर बिहार पर है, जहां लोकसभा चुनाव में भाजपा को 240 सीटों पर रोका गया था। तेजस्वी ने उसमें भी कमाल किया था, जैसा गहलोत ने कहा।

देश के गंभीर हालात पर चिंता
अशोक गहलोत ने देश के गंभीर हालात पर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि लोग नहीं जानते देश किस दिशा में जाएगा और लोकतंत्र सिर्फ मुखौटा रह गया है। बिहार चुनाव पर पूरे देश की नजर है, क्योंकि यहां से बदलाव की लहर उठ सकती है। महागठबंधन ने संदेश दिया कि वे संविधान बचाने और रोजगार देने के लिए एकजुट हैं। तेजस्वी ने कहा कि एनडीए थके लोग हैं, जो सिर्फ कुर्सी चाहते हैं, बिहार को आगे नहीं बढ़ाना। चुनाव में बीएसपी और एआईएमआईएम जैसी पार्टियां भी टक्कर दे रही हैं, जिससे मुकाबला त्रिकोणीय हो सकता है। यह चुनाव बिहार की दिशा तय करेगा।
राणा अंशुमान सिंह यूनिफाइड भारत के एक उत्साही पत्रकार हैं, जो निष्पक्ष और प्रभावी ख़बरों के सन्दर्भ में जाने जाना पसंद करते हैं। वह सामाजिक मुद्दों, धार्मिक पर्यटन, पर्यावरण, महिलाओं के अधिकारों और राजनीति पर गहन शोध करना पसंद करते हैं। पत्रकारिता के साथ-साथ हिंदी-उर्दू में कविताएँ और ग़ज़लें लिखने के शौकीन राणा भारतीय संस्कृति और सामाजिक बदलाव के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
