प्रमुख बिंदु-
बरेली: उत्तर प्रदेश के बरेली (Bareilly) में शनिवार की रात एक भीषण सड़क हादसे ने तीन मजदूरों की जिंदगी छीन ली और 10 लोगों को गंभीर रूप से घायल कर दिया। मथुरा से अपने घर पीलीभीत लौट रहे ये मजदूर दिवाली का त्योहार मनाने के लिए उत्साहित थे, लेकिन तेज रफ्तार और लापरवाही ने उनकी खुशियों पर ग्रहण लगा दिया। ईको वैन और बस की टक्कर इतनी जोरदार थी कि वैन के परखच्चे उड़ गए, और यात्रियों को निकालने के लिए कटर का सहारा लेना पड़ा। पुलिस ने हादसे की जांच शुरू कर दी है, और घायलों का इलाज विभिन्न अस्पतालों में चल रहा है।
रात में मची चीख-पुकार
हादसा बरेली के भुता थाना क्षेत्र में बीसलपुर रोड पर बरहेपुर गांव के पास रात करीब 1:30 बजे हुआ। एक तेज रफ्तार ईको वैन, जिसमें 12 मजदूर सवार थे, सामने से आ रही बस (नंबर यूपी 14 जीटी 2864) से टकरा गई। वैन चालक राकेश शंखधार (30 वर्ष) ओवरटेक करने की कोशिश में था, लेकिन सामने से आ रही बस से बच नहीं सका। टक्कर इतनी भयानक थी कि वैन का अगला हिस्सा पूरी तरह चकनाचूर हो गया। मौके पर चीख-पुकार मच गई, और राहगीरों ने तुरंत पुलिस और फायर ब्रिगेड को सूचना दी।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, रात का समय होने के कारण सड़क पर कम ट्रैफिक था, लेकिन वैन की बेकाबू रफ्तार ने हादसे को जन्म दिया। पुलिस ने प्रारंभिक जांच में तेज गति और ओवरटेकिंग को हादसे की मुख्य वजह बताया। सड़क पर अंधेरा और संभवतः चालक की थकान ने भी इस त्रासदी को बढ़ावा दिया। यह हादसा उत्तर प्रदेश की सड़कों पर सुरक्षा के अभाव को फिर से उजागर करता है।

मृतकों और घायलों की पहचान
हादसे में तीन मजदूरों की जान गई। मृतकों की पहचान राकेश पुत्र विजय बहादुर (30 वर्ष, खगडिया, थाना दियोरिया, पीलीभीत), गौरव पुत्र सियाराम (19 वर्ष, लाम्हुआ, थाना दियोरिया, पीलीभीत), और जितेंद्र पुत्र मनुराम (32 वर्ष, परेवातुर्रा, थाना बिलसंडा, पीलीभीत) के रूप में हुई। राकेश वैन चला रहा था और सभी मजदूरी का काम करते थे। ये लोग मथुरा में काम करने के बाद दिवाली के लिए अपने घर लौट रहे थे।
घायलों में शिव शंकर (29 वर्ष), हरीशचंद्र (35 वर्ष), छोटेलाल (26 वर्ष), महेंद्र (50 वर्ष), कांता प्रसाद (28 वर्ष), अजय (20 वर्ष), अमित (20 वर्ष), भजनलाल उर्फ बड़े (22 वर्ष), बीरपल उर्फ नन्नू (18 वर्ष), और गोधन (24 वर्ष) शामिल हैं। ये सभी पीलीभीत के दियोरिया और बिलसंडा थाना क्षेत्र के निवासी हैं। घायलों को बरेली के जिला अस्पताल और अन्य चिकित्सा केंद्रों में भर्ती कराया गया है, जहां कुछ की हालत गंभीर बनी हुई है। डॉक्टरों ने बताया कि घायलों को फ्रैक्चर, सिर की चोट और आंतरिक रक्तस्राव की शिकायत है। परिवारों में शोक की लहर है, और कई लोग अस्पतालों में अपनों की सलामती की दुआ मांग रहे हैं।

कटर से काटकर निकाले गए शव
सूचना मिलते ही भुता थाना पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंची। फायर अधिकारी एसआई उदयराज ने अपनी टीम के साथ राहत कार्य शुरू किया। वैन इतनी बुरी तरह क्षतिग्रस्त थी कि शवों और घायलों को निकालने के लिए कटर और अन्य उपकरणों का इस्तेमाल करना पड़ा। टॉर्च की रोशनी में यह कार्य करीब दो घंटे तक चला। पुलिस ने बताया कि तीनों शवों को निकालने के बाद घायलों को तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया।

पुलिस ने बस चालक को हिरासत में लिया है और उससे पूछताछ जारी है। वैन के मलबे की जांच की जा रही है, और पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई होगी। थाना प्रभारी ने बताया कि सड़क पर स्पीड ब्रेकर और बेहतर रोशनी की कमी भी जांच का हिस्सा है। पीड़ित परिवारों को सूचित कर सहायता प्रदान की जा रही है।
राणा अंशुमान सिंह यूनिफाइड भारत के एक उत्साही पत्रकार हैं, जो निष्पक्ष और प्रभावी ख़बरों के सन्दर्भ में जाने जाना पसंद करते हैं। वह सामाजिक मुद्दों, धार्मिक पर्यटन, पर्यावरण, महिलाओं के अधिकारों और राजनीति पर गहन शोध करना पसंद करते हैं। पत्रकारिता के साथ-साथ हिंदी-उर्दू में कविताएँ और ग़ज़लें लिखने के शौकीन राणा भारतीय संस्कृति और सामाजिक बदलाव के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
