प्रमुख बिंदु-
सेहत डेस्क: सेहतमंद रहने के लिए संतुलित आहार बेहद जरूरी है। प्रोटीन (Protein) हमारे शरीर के लिए एक महत्वपूर्ण पोषक तत्व है, जो मांसपेशियों के निर्माण, ऊतकों की मरम्मत और इम्यून सिस्टम को मजबूत करने में मदद करता है। लेकिन आजकल फिटनेस और बॉडी बिल्डिंग के चक्कर में लोग जरूरत से ज्यादा Protein, खासकर प्रोटीन सप्लीमेंट्स का सेवन कर रहे हैं। क्या आपको पता है कि ज्यादा Protein लेना आपकी सेहत को गंभीर नुकसान पहुंचा सकता है? इस लेख में हम आपको बताएंगे कि ज्यादा Protein लेने से होने वाले नुकसान क्या हैं और इसे संतुलित मात्रा में लेने के फायदे क्या हैं। आइए, विस्तार से जानते हैं।
ज्यादा प्रोटीन के 5 बड़े नुकसान
1. किडनी पर पड़ता है अतिरिक्त दबाव
अधिक Protein का सेवन, खासकर पशु-आधारित प्रोटीन और सप्लीमेंट्स, किडनी पर भारी दबाव डाल सकता है। प्रोटीन के पाचन के दौरान नाइट्रोजन जैसे अपशिष्ट पदार्थ बनते हैं, जिन्हें किडनी को फिल्टर करना पड़ता है। अगर किडनी पहले से कमजोर है या क्रॉनिक किडनी डिजीज की समस्या है, तो ज्यादा प्रोटीन लेने से स्थिति और बिगड़ सकती है। एक अध्ययन के अनुसार, उच्च प्रोटीन आहार लंबे समय तक किडनी की कार्यक्षमता को प्रभावित कर सकता है, जिससे पथरी और अन्य समस्याओं का खतरा बढ़ जाता है। विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि किडनी रोगियों को प्रोटीन की मात्रा सीमित करनी चाहिए और डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए।
2. डिहाइड्रेशन का खतरा
ज्यादा Protein लेने से शरीर को नाइट्रोजन और अन्य अपशिष्ट पदार्थों को बाहर निकालने के लिए अधिक पानी की जरूरत होती है। इससे बार-बार पेशाब जाने की समस्या बढ़ सकती है, जिसके परिणामस्वरूप डिहाइड्रेशन हो सकता है। न्यूट्रिशनिस्ट डॉ. अंजलि फाटक के अनुसार, प्रोटीन सप्लीमेंट्स और स्टेरॉयड का अत्यधिक उपयोग किडनी पर दबाव बढ़ाता है और शरीर में पानी की कमी को ट्रिगर करता है। अगर आप हाई प्रोटीन डाइट ले रहे हैं, तो पर्याप्त पानी पीना बेहद जरूरी है।
3. पाचन तंत्र की समस्याएं और कब्ज
हाई प्रोटीन डाइट में अक्सर फाइबर की मात्रा कम हो जाती है, क्योंकि लोग रेड मीट, अंडे, या प्रोटीन पाउडर पर ज्यादा ध्यान देते हैं और फल, सब्जियां और साबुत अनाज कम खाते हैं। इससे कब्ज, पेट फूलना और अन्य पाचन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। हार्वर्ड स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ की एक रिपोर्ट में बताया गया है कि लो-फाइबर और हाई-प्रोटीन आहार पाचन तंत्र को प्रभावित करता है, जिससे लंबे समय तक कब्ज की समस्या बनी रह सकती है। संतुलित आहार में फाइबर को शामिल करना इस समस्या से बचाव में मदद करता है।
4. दिल की बीमारियों का जोखिम
ज्यादा Protein, खासकर रेड मीट और सैचुरेटेड फैट से भरपूर खाद्य पदार्थों से, LDL (खराब कोलेस्ट्रॉल) का स्तर बढ़ सकता है। इससे हृदय रोगों का खतरा बढ़ जाता है। कुछ अध्ययनों में पाया गया है कि लंबे समय तक हाई प्रोटीन डाइट, खासकर पशु-आधारित प्रोटीन, हृदय स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है। विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि पौधे-आधारित प्रोटीन जैसे दालें, नट्स और बीजों को डाइट में शामिल करना दिल के लिए सुरक्षित और फायदेमंद होता है।
5. सांसों की बदबू और कीटोसिस
ज्यादा Protein और कम कार्बोहाइड्रेट लेने से शरीर कीटोसिस मोड में चला जाता है, जिसमें ऊर्जा के लिए फैट जलने लगता है। इस प्रक्रिया में कीटोन बॉडीज बनती हैं, जिससे सांसों से तेज गंध (कीटो ब्रेथ) आ सकती है। न्यूट्रिशनिस्ट राजत जैन के अनुसार, यह समस्या तब होती है जब प्रोटीन की मात्रा असंतुलित हो और कार्बोहाइड्रेट की कमी हो। इसे ठीक करने के लिए जटिल कार्बोहाइड्रेट जैसे ओट्स और शकरकंद को डाइट में शामिल करना चाहिए।
संतुलित प्रोटीन लेने के फायदे
Protein को संतुलित मात्रा में लेने से शरीर को कई फायदे मिलते हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, एक स्वस्थ व्यक्ति को अपने वजन के प्रति किलोग्राम 0.8 से 1.2 ग्राम प्रोटीन लेना चाहिए। उदाहरण के लिए, 70 किलो वजन वाले व्यक्ति को रोजाना 56-84 ग्राम प्रोटीन की जरूरत होती है। आइए, जानते हैं संतुलित प्रोटीन के फायदे:
- मांसपेशियों को मजबूती: प्रोटीन मांसपेशियों के निर्माण और मरम्मत में मदद करता है, जो एथलीटों और जिम जाने वालों के लिए खास तौर पर फायदेमंद है।
- वजन नियंत्रण: प्रोटीन लंबे समय तक पेट भरा रखता है, जिससे ओवरईटिंग की समस्या कम होती है और वजन घटाने में मदद मिलती है।
- ब्लड शुगर को नियंत्रित करता है: प्रोटीन ब्लड शुगर के स्तर को स्थिर रखने में मदद करता है, जिससे डायबिटीज के मरीजों को फायदा होता है।
- इम्यून सिस्टम को बूस्ट करता है: प्रोटीन एंटीबॉडीज और इम्यून सेल्स के निर्माण में मदद करता है, जिससे बीमारियों से लड़ने की क्षमता बढ़ती है।
- त्वचा, बाल और नाखूनों की सेहत: प्रोटीन में मौजूद केराटिन त्वचा, बाल, और नाखूनों को मजबूत और चमकदार बनाता है।
प्रोटीन का सही सेवन कैसे करें?
Protein के नुकसान से बचने के लिए इसे संतुलित मात्रा में लेना जरूरी है। यहाँ कुछ टिप्स दिए गए हैं:
- विविध स्रोतों से प्रोटीन लें: पौधे-आधारित प्रोटीन (दालें, राजमा, सोया, नट्स) और पशु-आधारित प्रोटीन (अंडे, मछली, चिकन) को संतुलित रूप से शामिल करें।
- फाइबर को न भूलें: सब्जियां, फल और साबुत अनाज खाकर फाइबर की मात्रा बढ़ाएं ताकि पाचन तंत्र स्वस्थ रहे।
- पानी का सेवन बढ़ाएं: हाई प्रोटीन डाइट लेते समय पर्याप्त पानी पिएं ताकि डिहाइड्रेशन से बचा जा सके।
- डॉक्टर या डाइटीशियन से सलाह लें: कोई भी प्रोटीन सप्लीमेंट शुरू करने से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।
- शारीरिक गतिविधि के अनुसार प्रोटीन लें: अगर आप एथलीट हैं, तो 1.2-2 ग्राम प्रति किलो वजन के हिसाब से प्रोटीन लें, लेकिन सामान्य व्यक्ति के लिए 0.8 ग्राम प्रति किलो पर्याप्त है।
Protein हमारे शरीर के लिए जरूरी है, लेकिन इसका ज्यादा सेवन सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है। किडनी पर दबाव, डिहाइड्रेशन, कब्ज, दिल की बीमारियों का खतरा और सांसों की बदबू जैसी समस्याएं अत्यधिक प्रोटीन के सेवन से हो सकती हैं। इसलिए, संतुलित आहार अपनाएं, जिसमें प्रोटीन के साथ-साथ फाइबर, कार्बोहाइड्रेट और अन्य पोषक तत्व भी शामिल हों। अपनी डाइट को बदलने से पहले हमेशा डॉक्टर या डाइटीशियन से सलाह लें ताकि आप स्वस्थ और फिट रहें।
यह लेख सामान्य जानकारी के लिए है। यूनिफाइड भारत आपको सलाह देता है कोई भी उपाय अपनाने से पहले अपने चिकित्सक से परामर्श अवश्य करें।

राणा अंशुमान सिंह यूनिफाइड भारत के एक उत्साही पत्रकार हैं, जो निष्पक्ष और प्रभावी ख़बरों के सन्दर्भ में जाने जाना पसंद करते हैं। वह सामाजिक मुद्दों, धार्मिक पर्यटन, पर्यावरण, महिलाओं के अधिकारों और राजनीति पर गहन शोध करना पसंद करते हैं। पत्रकारिता के साथ-साथ हिंदी-उर्दू में कविताएँ और ग़ज़लें लिखने के शौकीन राणा भारतीय संस्कृति और सामाजिक बदलाव के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।