प्रमुख बिंदु-
सेहत डेस्क (Lipedema Fat): लिपिडेमा एक ऐसी बीमारी है जो लाखों महिलाओं को प्रभावित करती है, लेकिन इसे अक्सर मोटापा या अन्य स्वास्थ्य समस्याओं के साथ भ्रमित कर लिया जाता है। यह एक पुरानी स्थिति है जिसमें शरीर के निचले हिस्से में असामान्य चर्बी जमा होती है, जो सामान्य चर्बी से बिल्कुल अलग होती है।
लिपिडेमा क्या है?
Lipedema एक दीर्घकालिक बीमारी है जो मुख्य रूप से महिलाओं को प्रभावित करती है। इसमें शरीर के निचले हिस्से जैसे कूल्हों, जांघों और पिंडलियों में असामान्य और असमान चर्बी जमा होती है। कभी-कभी यह ऊपरी बाहों को भी प्रभावित कर सकती है, लेकिन हाथ और पैर आमतौर पर इससे अछूते रहते हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने 2019 में इसे एक अलग बीमारी के रूप में मान्यता दी थी, लेकिन इसके बारे में जागरूकता अभी भी कम है। शोध के अनुसार, विश्व भर में लगभग 11% महिलाएं इस स्थिति से पीड़ित हो सकती हैं, जबकि पुरुषों में यह दुर्लभ है।
Lipedema की चर्बी सामान्य चर्बी से कई मायनों में अलग होती है। यह न केवल असमान रूप से जमा होती है, बल्कि यह दर्दनाक, संवेदनशील और आसानी से चोटिल होने वाली होती है। यह चर्बी आहार और व्यायाम से कम नहीं होती, जिसके कारण इसे अक्सर मोटापे के साथ गलत समझ लिया जाता है। Lipedema का सटीक कारण अज्ञात है, लेकिन यह आनुवंशिक हो सकता है और हार्मोनल परिवर्तनों जैसे यौवन, गर्भावस्था या रजोनिवृत्ति के दौरान शुरू या बिगड़ सकता है।

लिपिडेमा और सामान्य चर्बी में अंतर
Lipedema की चर्बी और सामान्य चर्बी में कई महत्वपूर्ण अंतर हैं:
- वितरण: Lipedema की चर्बी मुख्य रूप से निचले शरीर में जमा होती है, जिससे शरीर का निचला हिस्सा असमान रूप से बड़ा और ऊपरी हिस्सा पतला दिखता है। सामान्य चर्बी पूरे शरीर में समान रूप से फैलती है।
- दर्द और संवेदनशीलता: Lipedema की चर्बी दबाने पर दर्द देती है और आसानी से चोटिल हो जाती है। सामान्य चर्बी आमतौर पर दर्दरहित होती है।
- आहार और व्यायाम पर प्रभाव: सामान्य चर्बी को स्वस्थ आहार और नियमित व्यायाम से कम किया जा सकता है, लेकिन Lipedema की चर्बी पर इनका कोई खास असर नहीं होता।
- लसीका तंत्र पर प्रभाव: Lipedema में लसीका तंत्र की गड़बड़ी के कारण सूजन हो सकती है, जो सामान्य चर्बी में नहीं देखी जाती।
ये अंतर समझना महत्वपूर्ण है क्योंकि गलत निदान से अनुचित उपचार और मानसिक तनाव हो सकता है।

लिपिडेमा के लक्षण
लिपिडेमा के लक्षणों में शामिल हैं:
- नितंबों, जांघों और पिंडलियों में असमान चर्बी का जमाव।
- त्वचा के नीचे गांठदार या कंकड़ जैसी संरचना।
- हल्के से गंभीर दर्द और भारीपन का एहसास।
- आसानी से चोट लगना और सूजन।
उपचार और प्रबंधन
Lipedema का कोई स्थायी इलाज नहीं है, लेकिन इसके लक्षणों को प्रबंधित करने के कई तरीके हैं:
- गैर-आक्रामक उपचार: मैनुअल लिम्फेटिक ड्रेनेज (MLD) और कम्प्रेशन थेरेपी सूजन और दर्द को कम करने में मदद करते हैं। तैराकी या हल्का व्यायाम गतिशीलता में सुधार कर सकता है।
- पोषण: एंटी-इंफ्लेमेटरी आहार, जैसे हरी पत्तेदार सब्जियां और ताजे फल, सूजन को कम करने में सहायक हो सकते हैं।
- लिपोसक्शन: उन्नत मामलों में, वाटर-जेट असिस्टेड लिपोसक्शन चर्बी को हटाने और दर्द को कम करने में प्रभावी हो सकता है। हालांकि, यह महंगा और जोखिम भरा हो सकता है।
- दवाएं और सप्लीमेंट्स: कुछ अध्ययनों के अनुसार, एंटीऑक्सीडेंट सप्लीमेंट्स जैसे सेलेनियम और रेस्वेराट्रोल शुरुआती चरणों में मदद कर सकते हैं।
कोई भी उपचार या उपाय अपनाने से पहले अपने चिकित्सक से परामर्श अवश्य करें।

प्रभाव और मानसिक स्वास्थ्य
लिपिडेमा का शारीरिक प्रभाव गंभीर हो सकता है, जिसमें चलने में कठिनाई, जोड़ों की समस्याएं और लिम्फेडेमा शामिल हैं। इसके अलावा, यह मानसिक स्वास्थ्य पर भी असर डालता है। प्रभावित महिलाएं अक्सर आत्मविश्वास की कमी, शर्मिंदगी और अवसाद से जूझती हैं।
नवीनतम अनुसंधान
हाल के शोधों से पता चला है कि लिपिडेमा को बेहतर ढंग से समझने और इसके उपचार के लिए प्रयास तेज हो रहे हैं। 2021 के एक केस स्टडी में पाया गया कि एंटीऑक्सीडेंट युक्त आहार शुरुआती चरण के लिपिडेमा में सूजन को कम कर सकता है। इसके अलावा, लिपोसक्शन तकनीकों में सुधार और लसीका तंत्र पर केंद्रित उपचारों पर ध्यान बढ़ रहा है। वैज्ञानिक अब लिपिडेमा के आनुवंशिक और हार्मोनल कारणों को समझने की कोशिश कर रहे हैं ताकि प्रभावी दवाएं विकसित की जा सकें।

लिपिडेमा एक ऐसी स्थिति है जो सामान्य चर्बी से अलग है और इसके लिए विशेष चिकित्सा देखभाल की आवश्यकता होती है। यदि आपको लगता है कि आपके लक्षण लिपिडेमा से संबंधित हो सकते हैं, तो जल्द से जल्द किसी विशेषज्ञ से संपर्क करें। जागरूकता, सही निदान और समय पर उपचार इस स्थिति को प्रबंधित करने और जीवन की गुणवत्ता में सुधार करने में मदद कर सकते हैं। अपने स्वास्थ्य को प्राथमिकता दें और इस गंभीर बीमारी के बारे में अधिक से अधिक जानकारी फैलाएं।
यह लेख सामान्य जानकारी के लिए है। यूनिफाइड भारत आपको सलाह देता है कोई भी उपाय अपनाने से पहले अपने चिकित्सक से परामर्श अवश्य करें।

राणा अंशुमान सिंह यूनिफाइड भारत के एक उत्साही पत्रकार हैं, जो निष्पक्ष और प्रभावी ख़बरों के सन्दर्भ में जाने जाना पसंद करते हैं। वह सामाजिक मुद्दों, धार्मिक पर्यटन, पर्यावरण, महिलाओं के अधिकारों और राजनीति पर गहन शोध करना पसंद करते हैं। पत्रकारिता के साथ-साथ हिंदी-उर्दू में कविताएँ और ग़ज़लें लिखने के शौकीन राणा भारतीय संस्कृति और सामाजिक बदलाव के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।