प्रमुख बिंदु-
लखनऊ: UP में मानसून ने एक बार फिर रफ्तार पकड़ ली है, जिससे मौसम का मिजाज पूरी तरह बदल गया है। राजधानी लखनऊ सहित कई जिलों में रुक-रुककर बारिश हो रही है और मौसम विभाग ने 12 अगस्त तक बारिश और धूप की आंखमिचौली जारी रहने की भविष्यवाणी की है। विशेष रूप से पूर्वी उत्तर प्रदेश के 17 जिलों—प्रयागराज, प्रतापगढ़, सोनभद्र, मिर्जापुर, चंदौली, वाराणसी, भदोही (संत रविदास नगर), जौनपुर, गाजीपुर, गोंडा, श्रावस्ती, बहराइच, लखीमपुर खीरी, सीतापुर, बाराबंकी, सुल्तानपुर और अयोध्या में गुरुवार, 7 अगस्त को भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। इस बीच, रक्षाबंधन के दिन 9 अगस्त को भारी बारिश की कोई चेतावनी नहीं है, जो लोगों के लिए राहत की खबर है।
मौसम विभाग की चेतावनी
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, बांग्लादेश और बंगाल की खाड़ी के ऊपर बने मौसमी सिस्टम की बढ़ी सक्रियता के कारण UP में बारिश का सिलसिला अगले कुछ दिनों तक जारी रहेगा। लखनऊ के आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह ने बताया कि निचले और मध्य क्षोभमंडल में मौजूद द्रोणी पूर्वी हवाओं के साथ प्रतिक्रिया कर रही है, जिसके चलते मानसून दक्षिणी उत्तर प्रदेश, विंध्य क्षेत्र और पूर्वांचल की ओर बढ़ रहा है। गुरुवार को पूर्वी यूपी में कई स्थानों पर गरज-चमक के साथ बारिश और कहीं-कहीं भारी वर्षा की संभावना है। पश्चिमी यूपी में भी कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।
UP में 6 अगस्त को बारिश के आंकड़े
मौसम विभाग की 6 अगस्त की रिपोर्ट के अनुसार, लखनऊ में 57.6 मिमी बारिश दर्ज की गई। वाराणसी में 54 मिमी, कानपुर ग्रामीण में 45 मिमी, बाराबंकी में 16.8 मिमी, बहराइच में 15.8 मिमी और लखीमपुर खीरी में 10 मिमी बारिश हुई। इसके अलावा, उरई में 16.2 मिमी, बरेली में 9.6 मिमी और मेरठ में 7.4 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई। तापमान की बात करें तो लखनऊ में अधिकतम 32.3 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 25.6 डिग्री सेल्सियस, प्रयागराज में 34.8 डिग्री, वाराणसी में 33.6 डिग्री और अयोध्या में 35.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

पिछले दिनों की बारिश
पिछले दो दिनों में पश्चिमी तराई क्षेत्रों में भारी बारिश देखी गई। बिजनौर में 190 मिमी, बरेली में 160 मिमी और मुरादाबाद में 150 मिमी बारिश दर्ज की गई। पीलीभीत, शाहजहांपुर और लखीमपुर खीरी में भी अच्छी वर्षा हुई। अब मानसून का रुख दक्षिणी और पूर्वी UP की ओर है, जिसके कारण विंध्य क्षेत्र और पूर्वांचल में भारी बारिश की संभावना है।
अगले कुछ दिनों का पूर्वानुमान
8 अगस्त को पश्चिमी UP में कई स्थानों पर और पूर्वी UP में लगभग सभी स्थानों पर बारिश और गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है। इस दौरान दोनों क्षेत्रों में कहीं-कहीं भारी बारिश हो सकती है। 9 अगस्त को रक्षाबंधन के दिन, पश्चिमी और पूर्वी UP में कई स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है, लेकिन भारी बारिश का कोई अलर्ट नहीं है। 10 और 11 अगस्त को भी दोनों क्षेत्रों में बारिश जारी रहेगी, जिसमें 11 अगस्त को कुछ स्थानों पर भारी वर्षा हो सकती है।

प्रभावित जिले और सावधानियां
मौसम विभाग ने 17 जिलों—प्रयागराज, प्रतापगढ़, सोनभद्र, मिर्जापुर, चंदौली, वाराणसी, भदोही, जौनपुर, गाजीपुर, गोंडा, श्रावस्ती, बहराइच, लखीमपुर खीरी, सीतापुर, बाराबंकी, सुल्तानपुर और अयोध्या—में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। इन क्षेत्रों में किसानों और यात्रियों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है। नदियों के किनारे बसे गांवों में बाढ़ का खतरा बढ़ सकता है, खासकर गंगा और उसकी सहायक नदियों के आसपास। प्रशासन ने निचले इलाकों में रहने वालों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी है।
बारिश ने जहां गर्मी से राहत दी है, वहीं निचले इलाकों में जलभराव और बाढ़ जैसे हालात पैदा हो रहे हैं। खासकर वाराणसी, मिर्जापुर और सोनभद्र जैसे क्षेत्रों में गंगा का जलस्तर बढ़ने से खतरा बढ़ गया है। किसानों के लिए यह बारिश फसलों के लिए फायदेमंद हो सकती है, लेकिन अत्यधिक वर्षा से खरीफ फसलों को नुकसान भी हो सकता है।

UP में मानसून की सक्रियता ने मौसम को सुहाना बना दिया है, लेकिन भारी बारिश की चेतावनी ने प्रशासन और नागरिकों को सतर्क कर दिया है। 12 अगस्त तक बारिश और धूप का सिलसिला जारी रहेगा और प्रभावित जिलों में सावधानी बरतने की जरूरत है। मौसम विभाग की सलाह है कि लोग अनावश्यक यात्रा से बचें और बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में सतर्क रहें। रक्षाबंधन पर बारिश का असर कम होने से उत्सव का आनंद बरकरार रहेगा।

बृहस्पति राज पांडेय यूनिफाइड भारत के एक विचारशील पत्रकार और लेखक हैं, जो खेल, शिक्षा और सामाजिक मुद्दों पर निष्पक्ष व प्रभावशाली लेखन के लिए जाने जाते हैं। सामाजिक और राजनीतिक विषयों पर उनकी गहरी पकड़ है। वह नीति-निर्माण, युवा उत्थान और खेल जगत पर विशेष ध्यान देते हैं। युवाओं की आवाज़ को मंच देने और सामाजिक बदलाव के लिए बृहस्पति सतत समर्पित हैं।