प्रमुख बिंदु-
टेक डेस्क (UIDAI-e-Aadhaar App): भारत में आधार कार्ड हर नागरिक की पहचान का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन चुका है। यूनिक आइडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया (UIDAI) अब आधार कार्ड को और भी सुविधाजनक बनाने के लिए एक नए, आधुनिक डिज़ाइन वाले मोबाइल ऐप e-Aadhaar App को लॉन्च करने की तैयारी में है। यह नया ऐप नागरिकों को घर बैठे अपने आधार कार्ड के विवरण जैसे नाम, पता, जन्म तिथि (DOB) और मोबाइल नंबर को आसानी से अपडेट करने की सुविधा प्रदान करेगा। आइए, इस नए ऐप के बारे में विस्तार से जानते हैं और समझते हैं कि यह कैसे हमारी ज़िंदगी को और आसान बनाएगा।
नया e-Aadhaar App क्यों है खास?
UIDAI द्वारा विकसित किया जा रहा यह नया e-Aadhaar App आधार कार्ड धारकों के लिए एक गेम-चेंजर साबित हो सकता है। हाल के समाचारों के अनुसार, इस ऐप के ज़रिए अब आप बिना आधार सेंटर जाए अपने आधार कार्ड के डेमोग्राफिक विवरण (नाम, पता, जन्म तिथि, आदि) को अपडेट कर सकेंगे। वर्तमान में, mAadhaar ऐप केवल पते को अपडेट करने की सुविधा देता है, लेकिन नया ऐप इस सुविधा को और विस्तार देगा। यह e-Aadhaar App Android और iOS दोनों प्लेटफॉर्म्स पर उपलब्ध होगा, जिससे यह सुनिश्चित होगा कि अधिकांश स्मार्टफोन उपयोगकर्ता इसका लाभ उठा सकें।
UIDAI ने इस e-Aadhaar App को और अधिक उपयोगकर्ता-अनुकूल बनाने के लिए इसके इंटरफेस को सरल और आधुनिक बनाया है। इसके अलावा, 1 लाख आधार मशीनों में से 2000 को नए सिस्टम से जोड़ा जा रहा है, ताकि अपडेट प्रक्रिया और भी तेज़ और सुरक्षित हो। यह e-Aadhaar App डिजिटल इंडिया की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो तकनीक के ज़रिए नागरिकों को सशक्त बनाने का लक्ष्य रखता है।

अपडेट प्रक्रिया होगी आसान और तेज़
नए e-Aadhaar App के ज़रिए आधार कार्ड में नाम, पता, जन्म तिथि और मोबाइल नंबर जैसे विवरण अपडेट करना बेहद आसान होगा। पहले, इनमें से कई विवरणों को अपडेट करने के लिए आधार सेंटर या आधार सेवा केंद्र जाना पड़ता था, जिसमें समय और मेहनत दोनों लगते थे। अब, इस ऐप के ज़रिए आप कुछ ही मिनटों में अपने रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर प्राप्त OTP का उपयोग करके ये बदलाव कर सकेंगे।
हालांकि, जन्म तिथि और जेंडर जैसे महत्वपूर्ण विवरणों को अपडेट करने की सीमा अभी भी लागू रहेगी। UIDAI के नियमों के अनुसार, जन्म तिथि और जेंडर को केवल एक बार ही बदला जा सकता है, ताकि डेटा की अखंडता बनी रहे। इसके लिए आपको मान्य दस्तावेज़ जैसे जन्म प्रमाण पत्र या अन्य सरकारी दस्तावेज़ अपलोड करने होंगे। नाम में बदलाव की सीमा दो बार है और इसके लिए गजट नोटिफिकेशन जैसे दस्तावेज़ की आवश्यकता हो सकती है।

सुरक्षा और विश्वसनीयता का विशेष ध्यान
नया e-Aadhaar App न केवल सुविधाजनक होगा, बल्कि यह सुरक्षा के मामले में भी मजबूत होगा। UIDAI ने यह सुनिश्चित किया है कि ऐप में OTP-आधारित प्रमाणीकरण और डिजिटल हस्ताक्षर जैसे फीचर्स हों, ताकि आपका डेटा सुरक्षित रहे। अपडेट अनुरोध जमा करने पर आपको एक सर्विस रिक्वेस्ट नंबर (SRN) मिलेगा, जिसके ज़रिए आप अपने अपडेट की स्थिति को ट्रैक कर सकेंगे।
इसके अलावा, ऐप में हिंदी, अंग्रेजी, बंगाली, गुजराती, कन्नड़, मलयालम, मराठी, उड़िया, पंजाबी, तमिल, तेलुगु और उर्दू जैसी कई क्षेत्रीय भाषाओं में पता अपडेट करने की सुविधा होगी। इससे भारत के विभिन्न भाषाई समुदायों के लिए यह ऐप और भी सुलभ हो जाएगा।

कब और कैसे होगा लॉन्च?
हालांकि UIDAI ने नए e-Aadhaar ऐप की लॉन्च तारीख की आधिकारिक घोषणा नहीं की है, लेकिन समाचारों के अनुसार, यह जल्द ही लॉन्च होने वाला है। इस ऐप को Play Store और App Store पर मुफ्त में डाउनलोड किया जा सकेगा। अपडेट प्रक्रिया के लिए मामूली शुल्क (लगभग 50 रुपये प्रति अपडेट) देना पड़ सकता है, जैसा कि वर्तमान में ऑनलाइन और ऑफलाइन अपडेट के लिए लागू है।
यह ऐप उन लोगों के लिए विशेष रूप से उपयोगी होगा जो बार-बार अपने आधार विवरण को अपडेट करने की आवश्यकता महसूस करते हैं, जैसे कि नए शहर में स्थानांतरण करने वाले या शादी के बाद नाम बदलने वाले लोग। UIDAI का यह कदम डिजिटल सुविधाओं को बढ़ावा देने और आधार सेंटर पर भीड़ को कम करने की दिशा में एक बड़ा बदलाव लाएगा।

नया e-Aadhaar ऐप आधार कार्ड धारकों के लिए एक क्रांतिकारी बदलाव लाने वाला है। यह न केवल समय और मेहनत बचाएगा, बल्कि आधार कार्ड को और अधिक सुलभ और सुरक्षित बनाएगा। UIDAI की इस पहल से डिजिटल इंडिया के सपने को और बल मिलेगा। अगर आप भी अपने आधार कार्ड के विवरण को अपडेट करना चाहते हैं, तो इस नए ऐप का इंतज़ार करें और घर बैठे अपने आधार को अप-टू-डेट रखें!

राणा अंशुमान सिंह यूनिफाइड भारत के एक उत्साही पत्रकार हैं, जो निष्पक्ष और प्रभावी ख़बरों के सन्दर्भ में जाने जाना पसंद करते हैं। वह सामाजिक मुद्दों, धार्मिक पर्यटन, पर्यावरण, महिलाओं के अधिकारों और राजनीति पर गहन शोध करना पसंद करते हैं। पत्रकारिता के साथ-साथ हिंदी-उर्दू में कविताएँ और ग़ज़लें लिखने के शौकीन राणा भारतीय संस्कृति और सामाजिक बदलाव के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।