प्रमुख बिंदु-
नई दिल्ली, 1 अगस्त 2025: भारतीय सिनेमा के लिए 1 अगस्त 2025 का दिन बेहद खास रहा, जब नई दिल्ली के नेशनल मीडिया सेंटर में 71st National Film Awards (71वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों) की घोषणा की गई। यह पुरस्कार समारोह भारतीय सिनेमा की उत्कृष्टता को सम्मानित करने का एक शानदार मंच है, जो हर साल देश के विभिन्न क्षेत्रों और भाषाओं में बनी फिल्मों को सराहता है। इस बार 2023 में सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन (सीबीएफसी) द्वारा प्रमाणित फिल्मों को पुरस्कारों के लिए चुना गया। 332 फीचर फिल्मों, 115 गैर-फीचर फिल्मों, 27 किताबों और 16 फिल्म समीक्षकों की प्रविष्टियों में से विजेताओं का चयन किया गया। आइए, इस साल के विजेताओं और उनकी उपलब्धियों पर एक नजर डालें।
12th Fail ने जीता सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म का खिताब
विद्या विनोद चोपड़ा द्वारा निर्देशित 12th Fail ने 71वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों में सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म का पुरस्कार हासिल किया। यह फिल्म एक सच्ची कहानी पर आधारित है, जो एक युवा की कठिनाइयों और मेहनत के दम पर यूपीएससी जैसी प्रतिष्ठित परीक्षा में सफलता पाने की प्रेरणादायक यात्रा को दर्शाती है। विक्रांत मैसी की मुख्य भूमिका वाली इस फिल्म ने न केवल दर्शकों का दिल जीता, बल्कि समीक्षकों की भी खूब प्रशंसा बटोरी।
📢 71st National Film Awards for the year 2023 announced
— PIB India (@PIB_India) August 1, 2025
🎬 12th Fail bags the Best Feature Film award
🎬 Award for Best Non-Feature Film bagged by Flowering Man; God Vulture and Human gets the award for Best Documentary
🎬 @iamsrk & @VikrantMassey adjudged as Best Actor in…
फिल्म की कहानी और इसका संदेश समाज के हर वर्ग को प्रेरित करता है। निर्देशक चोपड़ा ने इस सम्मान को अपनी पूरी टीम की मेहनत का नतीजा बताया। उन्होंने कहा, “यह पुरस्कार उन सभी लोगों के लिए है, जो अपने सपनों को हकीकत में बदलने के लिए अथक परिश्रम करते हैं।” 12th Fail ने इस साल 332 फीचर फिल्मों के बीच अपनी जगह बनाई और शीर्ष सम्मान हासिल किया।

विक्रांत मैसी-शाहरुख खान-रानी मुखर्जी सर्वश्रेष्ठ
इस साल के पुरस्कारों में अभिनय की श्रेणियों में कई बड़े नामों ने अपनी छाप छोड़ी। शाहरुख खान और विक्रांत मैसी को ‘जवान’ और ’12th Fail’ के लिए संयुक्त रूप से सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का पुरस्कार मिला। यह शाहरुख खान का पहला राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार है, जो उनके 30 साल से अधिक के करियर में एक ऐतिहासिक क्षण है। दूसरी ओर, विक्रांत मैसी ने अपनी शानदार अभिनय क्षमता से यह साबित कर दिया कि वह भारतीय सिनेमा के उभरते सितारों में से एक हैं।
वहीं, रानी मुखर्जी ने Mrs. Chatterjee vs Norway में एक मां की भावनात्मक और शक्तिशाली भूमिका के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का पुरस्कार जीता। यह फिल्म एक भारतीय मां की सच्ची कहानी पर आधारित है, जो अपने बच्चों को वापस पाने के लिए विदेशी कानूनों से लड़ती है। रानी ने इस सम्मान को अपनी जिंदगी का सबसे खास पल बताया और कहा, “यह पुरस्कार मेरे लिए सिर्फ एक ट्रॉफी नहीं, बल्कि हर उस मां की जीत है, जो अपने बच्चों के लिए लड़ती है।”

वहीं, सहायक अभिनेताओं और अभिनेत्रियों की श्रेणी में भी कई शानदार नाम सामने आए। विजयराघवन (Pookalam) और मुथुपेट्टई सोमू भास्कर (Parking) ने सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता का पुरस्कार जीता। वहीं, उर्वशी (Ullozhukku) और जानकी बोड़ीवाला (Vash) को सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री का सम्मान मिला। इन कलाकारों ने अपनी छोटी लेकिन प्रभावशाली भूमिकाओं से दर्शकों का दिल जीता।
क्षेत्रीय सिनेमा का जलवा
राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार हमेशा से भारत की क्षेत्रीय सिनेमाई विविधता को बढ़ावा देते रहे हैं। इस साल भी कई भाषाओं की फिल्मों को सम्मानित किया गया। मलयालम फिल्म ‘उल्लोझुक्कु’ ने सर्वश्रेष्ठ मलयालम फिल्म का पुरस्कार जीता, जबकि तमिल फिल्म ‘पार्किंग’ को सर्वश्रेष्ठ तमिल फिल्म का खिताब मिला। तेलुगु सिनेमा में ‘भगवंत केसरी’ ने सर्वश्रेष्ठ तेलुगु फिल्म का पुरस्कार अपने नाम किया। इसके अलावा, हिंदी सिनेमा में ‘कटहल: अ जैकफ्रूट मिस्ट्री’ को सर्वश्रेष्ठ हिंदी फिल्म का पुरस्कार मिला। पंजाबी, ओडिया, मराठी, कन्नड़, गुजराती और असमिया सिनेमा में भी कई फिल्मों को उनकी उत्कृष्टता के लिए सम्मानित किया गया।
गैर-फीचर और डॉक्यूमेंट्री श्रेणी में उत्कृष्टता
गैर-फीचर फिल्मों में ‘फ्लावरिंग मैन’ ने सर्वश्रेष्ठ गैर-फीचर फिल्म का पुरस्कार जीता, जबकि ‘गॉड वल्चर एंड ह्यूमन’ को सर्वश्रेष्ठ डॉक्यूमेंट्री का पुरस्कार मिला। इसके अलावा, ‘गिद्ध द स्कैवेंजर’ ने सर्वश्रेष्ठ लघु फिल्म का पुरस्कार अपने नाम किया। ये फिल्में भारतीय सिनेमा की उस शैली को दर्शाती हैं, जो कम बजट और संसाधनों के बावजूद गहरे सामाजिक और मानवीय मुद्दों को प्रभावी ढंग से उठाती हैं।
निर्देशन में ‘द केरला स्टोरी’, एनीमेशन में Hanu-Man को खिताब
राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार केवल अभिनय और कहानी तक सीमित नहीं हैं, बल्कि तकनीकी क्षेत्रों में भी उत्कृष्टता को सम्मानित करते हैं। ‘द केरला स्टोरी’ के निर्देशक सुदीप्तो सेन को सर्वश्रेष्ठ निर्देशन का पुरस्कार मिला। ‘जवान’ के गाने ‘चलिया’ के लिए शिल्पा राव को सर्वश्रेष्ठ महिला पार्श्व गायिका और ‘बेबी’ के गाने ‘प्रेमिष्ठुन्ना’ के लिए रोहित को सर्वश्रेष्ठ पुरुष पार्श्व गायक का पुरस्कार मिला।
Hanu-Man को एनिमेशन, विजुअल इफेक्ट्स, गेमिंग और कॉमिक (AVGC) में सर्वश्रेष्ठ फिल्म चुना गया, जबकि ‘रॉकी और रानी की प्रेम कहानी’ ने सर्वश्रेष्ठ लोकप्रिय मनोरंजक फिल्म का खिताब जीता। ‘सम बहादुर’ ने मेकअप और कॉस्ट्यूम डिज़ाइन में पुरस्कार हासिल किए, जबकि ‘एनिमल’ ने साउंड डिज़ाइन और री-रिकॉर्डिंग में उत्कृष्टता दिखाई।

पुरस्कारों की घोषणा और जूरी
71वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों की घोषणा फीचर फिल्म जूरी के अध्यक्ष अशुतोष गोवारिकर, गैर-फीचर फिल्म जूरी के अध्यक्ष पी. शेषाद्रि और संयुक्त सचिव (फिल्म्स) डॉ. अजय नागभूषण एमएन ने की। इस मौके पर पीआईबी की महानिदेशक मट्टू जे.पी. सिंह भी मौजूद थीं। जूरी ने 2023 में सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन (CBFC) द्वारा प्रमाणित फिल्मों का मूल्यांकन किया, जिनमें 332 फीचर फिल्में, 115 गैर-फीचर फिल्में, 27 किताबें और 16 फिल्म समीक्षक शामिल थे।
जूरी ने भारतीय सिनेमा की विविधता और गुणवत्ता की सराहना की। अशुतोष गोवारिकर ने कहा, “2023 भारतीय सिनेमा के लिए एक शानदार साल रहा। हर भाषा और क्षेत्र की फिल्मों ने अपनी अनूठी कहानियों और तकनीकी उत्कृष्टता से हमें प्रभावित किया।”

भारतीय सिनेमा का वैश्विक प्रभाव
71वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों ने एक बार फिर साबित किया कि भारतीय सिनेमा न केवल देश में, बल्कि वैश्विक स्तर पर भी अपनी पहचान बना रहा है। 2023 में रिलीज हुई फिल्में जैसे Pathaan, Jawan, Animal, Rocky Aur Rani Kii Prem Kahani और क्षेत्रीय फिल्में जैसे Sita Ramam, Jailer और 2018: Everyone is a Hero ने दर्शकों को सिनेमाघरों तक खींचा। इन फिल्मों ने न केवल व्यावसायिक सफलता हासिल की, बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक संदेश भी दिए।
राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार समारोह का आयोजन हर साल नई दिल्ली में होता है, जहां भारत के राष्ट्रपति विजेताओं को सम्मानित करते हैं। इस साल के पुरस्कार समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा विजेताओं को पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे। यह समारोह भारतीय सिनेमा के लिए एक उत्सव है, जो कला और संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
71st National Film Awards की पूरी सूची
सर्वश्रेष्ठ फिल्म समीक्षक के लिए पुरस्कार:
क्रम संख्या | समीक्षक का नाम | भाषा | पदक और नकद पुरस्कार |
---|---|---|---|
1 | उत्पल दत्ता | असमिया | स्वर्ण कमल और 1,00,000 रुपये |
फीचर फिल्म श्रेणी
क्रम संख्या | पुरस्कार की श्रेणी | फिल्म का शीर्षक | पुरस्कार विजेता | पदक और नकद पुरस्कार |
---|---|---|---|---|
1 | सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म | 12वीं फेल (हिंदी) | निर्माता: वीसी फिल्म्स एलएलपी निर्देशक: विधु विनोद चोपड़ा | स्वर्ण कमल 3,00,000 रुपये (प्रत्येक) |
2 | सर्वश्रेष्ठ निर्देशक की पहली फिल्म | आत्मपम्फलेट (मराठी) | निर्देशक: आशीष बेंडे | स्वर्ण कमल 3,00,000 रुपये |
3 | संपूर्ण मनोरंजन प्रदान करने वाली सर्वश्रेष्ठ लोकप्रिय फिल्म | रॉकी और रानी की प्रेम कहानी (हिंदी) | निर्माता: धर्मा प्रोडक्शन्स प्राइवेट लिमिटेड निर्देशक: करण जौहर | स्वर्ण कमल 3,00,000 रुपये (प्रत्येक) |
4 | राष्ट्रीय, सामाजिक और पर्यावरणीय मूल्यों को बढ़ावा देने वाली सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म | सम बहादुर (हिंदी) | निर्माता: यूनिलेजर वेंचर्स प्राइवेट लिमिटेड निर्देशक: मेघना गुलजार | रजत कमल 2,00,000 रुपये (प्रत्येक) |
5 | सर्वश्रेष्ठ बाल फिल्म | नाल 2 (मराठी) | निर्माता: ज़ी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज लिमिटेड, आत्पत प्रोडक्शन्स निर्देशक: सudhakar रेड्डी यक्कंती | स्वर्ण कमल 3,00,000 रुपये (प्रत्येक) |
6 | सर्वश्रेष्ठ एवीजीसी फिल्म (एनिमेशन, विजुअल इफेक्ट्स, गेमिंग और कॉमिक) | हनुमान (तेलुगु) | निर्माता: प्राइमशो एंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड निर्देशक: प्रशांत वर्मा एनिमेटर: जेट्टी वेंकट कुमार वीएफएक्स सुपरवाइजर: जेट्टी वेंकट कुमार | स्वर्ण कमल (निर्माता, निर्देशक, एनिमेटर): 3,00,000 रुपये (प्रत्येक) रजत कमल (वीएफएक्स): 2,00,000 रुपये |
7 | सर्वश्रेष्ठ निर्देशन | द केरला स्टोरी (हिंदी) | निर्देशक: सुदीप्तो सेन | स्वर्ण कमल 3,00,000 रुपये |
8 | सर्वश्रेष्ठ अभिनेता (मुख्य भूमिका) | जवान (हिंदी) 12वीं फेल (हिंदी) | अभिनेता: शाहरुख खान अभिनेता: विक्रांत मैसी | रजत कमल 2,00,000 रुपये (साझा) |
9 | सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री (मुख्य भूमिका) | मिसेज चटर्जी वर्सेस नॉर्वे (हिंदी) | अभिनेत्री: रानी मुखर्जी | रजत कमल 2,00,000 रुपये |
10 | सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता | पूक्कालम (मलयालम) पार्किंग (तमिल) | सहायक अभिनेता: विजयराघवन सहायक अभिनेता: मुथुपेट्टई सोमु भास्कर | रजत कमल 2,00,000 रुपये (साझा) |
11 | सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री | उल्लोझुक्कु (मलयालम) वश (गुजराती) | सहायक अभिनेत्री: उर्वशी सहायक अभिनेत्री: जांकी बोदीवाला | रजत कमल 2,00,000 रुपये (साझा) |
12 | सर्वश्रेष्ठ बाल कलाकार | गांधी ताता चेत्तु (तेलुगु) जिप्सी (मराठी) नाल 2 (मराठी) | बाल कलाकार: सुकृति वेनी बांद्रेड्डी बाल कलाकार: कबीर खंडारे बाल कलाकार: त्रीशा थोसार, श्रीनिवास पोकले, भार्गव जगताप | रजत कमल 2,00,000 रुपये (साझा) |
13 | सर्वश्रेष्ठ पुरुष पार्श्व गायक | बेबी (प्रेमिष्ठुन्ना) (तेलुगु) | गायक: पीवीएन एस रोहित | रजत कमल 2,00,000 रुपये |
14 | सर्वश्रेष्ठ महिला पार्श्व गायिका | जवान (चलिया) (हिंदी) | गायिका: शिल्पा राव | रजत कमल 2,00,000 रुपये |
15 | सर्वश्रेष्ठ छायांकन | द केरला स्टोरी (हिंदी) | छायाकार: प्रसंतनु मोहपात्रा | रजत कमल 2,00,000 रुपये |
16 | सर्वश्रेष्ठ पटकथा | बेबी (तेलुगु) पार्किंग (तमिल) सिर्फ एक बंदा काफी है (हिंदी) | पटकथा लेखक (मूल): साय राजेश नीलम पटकथा लेखक (मूल): रामकुमार बालकृष्णन संवाद लेखक: दीपक किंगरानी | रजत कमल 2,00,000 रुपये (साझा) |
17 | सर्वश्रेष्ठ ध्वनि डिज़ाइन | एनिमल (हिंदी) | ध्वनि डिज़ाइनर: सचिन सुधाकरन, हरिहरन मुरलीधरन | रजत कमल 2,00,000 रुपये (साझा) |
18 | सर्वश्रेष्ठ संपादन | पूक्कालम (मलयालम) | संपादक: मिधुन मुरली | रजत कमल 2,00,000 रुपये |
19 | सर्वश्रेष्ठ प्रोडक्शन डिज़ाइन | 2018-एवरीवन इज अ हीरो (मलयालम) | प्रोडक्शन डिज़ाइनर: मोहनदास | रजत कमल 2,00,000 रुपये |
20 | सर्वश्रेष्ठ कॉस्ट्यूम डिज़ाइनर | सम बहादुर (हिंदी) | कॉस्ट्यूम डिज़ाइनर: सचिन लोवलेकर, दिव्या गंभीर, निधि गंभीर | रजत कमल 2,00,000 रुपये (साझा) |
21 | सर्वश्रेष्ठ मेकअप | सम बहादुर (हिंदी) | मेकअप कलाकार: श्रीकांत देसाई | रजत कमल 2,00,000 रुपये |
22 | सर्वश्रेष्ठ संगीत निर्देशन | वाथी (तमिल) एनिमल (हिंदी) | संगीत निर्देशक (गीत): जी वी प्रकाश कुमार संगीत निर्देशक (पृष्ठभूमि संगीत): हर्षवर्धन रामेश्वर | रजत कमल 2,00,000 रुपये |
23 | सर्वश्रेष्ठ गीत | बलगम (ऊरु पलेट्टुरु) (तेलुगु) | गीतकार: कसारला श्याम | रजत कमल 2,00,000 रुपये |
24 | सर्वश्रेष्ठ कोरियोग्राफी | रॉकी और रानी की प्रेम कहानी (ढिंढोरा बाजे रे) (हिंदी) | कोरियोग्राफर: वैभवी मर्चेंट | रजत कमल 2,00,000 रुपये |
25 | सर्वश्रेष्ठ एक्शन निर्देशन (स्टंट कोरियोग्राफी) | हनुमान (तेलुगु) | स्टंट कोरियोग्राफर: नंदू प्रुध्वी | रजत कमल 2,00,000 रुपये (साझा) |
संविधान की आठवीं अनुसूची में निर्दिष्ट भाषाओं में सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म
क्रम संख्या | पुरस्कार की श्रेणी | फिल्म का शीर्षक | पुरस्कार विजेता | पदक और नकद पुरस्कार |
---|---|---|---|---|
26 | सर्वश्रेष्ठ असमिया फिल्म | रोंगटापु 1982 | निर्माता: बीआरसी सिने प्रोडक्शन निर्देशक: आदित्यम सैकिया | रजत कमल 2,00,000 रुपये (प्रत्येक) |
27 | सर्वश्रेष्ठ बंगाली फिल्म | डीप फ्रिज | निर्माता: कलर्स ऑफ ड्रीम एंटरटेनमेंट निर्देशक: अर्जुन दत्ता | रजत कमल 2,00,000 रुपये (प्रत्येक) |
28 | सर्वश्रेष्ठ गुजराती फिल्म | वश | निर्माता: बिग बॉक्स सीरीज प्राइवेट लिमिटेड, के एस एंटरटेनमेंट एलएलपी निर्देशक: कृष्णदेव यज्ञिक | रजत कमल 2,00,000 रुपये (प्रत्येक) |
29 | सर्वश्रेष्ठ हिंदी फिल्म | कथल: अ जैकफ्रूट मिस्ट्री | निर्माता: नेटफ्लिक्स एंटरटेनमेंट सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड, बालाजी टेलीफिल्म्स लिमिटेड, सिख्या एंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड निर्देशक: यशोवर्धन मिश्रा | रजत कमल 2,00,000 रुपये (प्रत्येक) |
30 | सर्वश्रेष्ठ कन्नड़ फिल्म | कंदीलु – द रे ऑफ होप | निर्माता: स्वास्तिक एंटरटेनमेंट निर्देशक: के यशोदा प्रकाश | रजत कमल 2,00,000 रुपये (प्रत्येक) |
31 | सर्वश्रेष्ठ मलयालम फिल्म | उल्लोझुक्कु (अंडरकरंट) | निर्माता: यूनिलेजर वेंचर्स प्राइवेट लिमिटेड, मैकगफिन पिक्चर्स निर्देशक: क्रिस्टो टॉमी | रजत कमल 2,00,000 रुपये (प्रत्येक) |
32 | सर्वश्रेष्ठ मराठी फिल्म | श्यामची आई | निर्माता: अमृता फिल्म्स निर्देशक: सुजय सुनील दहाके | रजत कमल 2,00,000 रुपये (प्रत्येक) |
33 | सर्वश्रेष्ठ उड़िया फिल्म | पुष्कर | निर्माता: तरंग सिने प्रोडक्शन्स निर्देशक: सुभ्रांसु दास | रजत कमल 2,00,000 रुपये (प्रत्येक) |
34 | सर्वश्रेष्ठ पंजाबी फिल्म | गॉड्डे गॉड्डे चा | निर्माता: वीएच एंटरटेनमेंट, ज़ी स्टूडियोज निर्देशक: विजय कुमार अरोड़ा | रजत कमल 2,00,000 रुपये (प्रत्येक) |
35 | सर्वश्रेष्ठ तमिल फिल्म | पार्किंग | निर्माता: सोल्जर्स फैक्ट्री, पैशन स्टूडियो निर्देशक: रामकुमार बालकृष्णन | रजत कमल 2,00,000 रुपये (प्रत्येक) |
36 | सर्वश्रेष्ठ तेलुगु फिल्म | भगवंत केसरी (आई डोन्ट केयर) | निर्माता: शाइन स्क्रीन्स (इंडिया) एलएलपी निर्देशक: अनिल रविपुड़ी | रजत कमल 2,00,000 रुपये (प्रत्येक) |
संविधान की आठवीं अनुसूची में निर्दिष्ट न की गई अन्य भाषाओं में सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म
क्रम संख्या | पुरस्कार की श्रेणी | फिल्म का शीर्षक | पुरस्कार विजेता | पदक और नकद पुरस्कार |
---|---|---|---|---|
37 | सर्वश्रेष्ठ गारो फिल्म | रिमडोगिट्टांगा | निर्माता: अन्ना फिल्म्स, अनकॉम्ब्ड बुद्धा, जॉयसी स्टूडियो निर्देशक: डोमिनिक मेगम सांगमा | रजत कमल 2,00,000 रुपये (प्रत्येक) |
39 | सर्वश्रेष्ठ ताई फाके फिल्म | पाई तांग: स्टेप ऑफ होप | निर्माता: नबा कुमार भुइयां निर्देशक: प्रबल खौंड | रजत कमल 2,00,000 रुपये (प्रत्येक) |
40 | विशेष उल्लेख | एनिमल (री-रिकॉर्डिंग मिक्सर) (हिंदी) | एम आर राजकृष्णन | प्रमाण पत्र |
गैर-फीचर फिल्म श्रेणी
क्रम संख्या | पुरस्कार की श्रेणी | फिल्म का शीर्षक | पुरस्कार विजेता | पदक और नकद पुरस्कार |
---|---|---|---|---|
1 | सर्वश्रेष्ठ गैर-फीचर फिल्म | फ्लावरिंग मैन (हिंदी) | निर्माता: फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया निर्देशक: सौम्यजीत घोष दस्तीदार | स्वर्ण कमल 3,00,000 रुपये (प्रत्येक) |
2 | सर्वश्रेष्ठ निर्देशक की पहली फिल्म | मौ: द स्पिरिट ड्रीम्स ऑफ चेरो (मिजो) | निर्देशक: शिल्पिका बोरदोलोई | स्वर्ण कमल 3,00,000 रुपये |
3 | सर्वश्रेष्ठ जीवनी/ऐतिहासिक पुनर्निर्माण/संकलन फिल्म | मो बोउ, मो गान (उड़िया) | निर्माता: किक्सी विक्सी फिल्म्स, आरएनवी 1820 फिल्म्स निर्देशक: सुभाष साहू | रजत कमल 2,00,000 रुपये (साझा) |
लेंटिना आओ – अ लाइट ऑन द ईस्टर्न होराइजन (अंग्रेजी) | निर्माता: एनएफडीसी निर्देशक: संजीब परासर | रजत कमल 2,00,000 रुपये (साझा) | ||
4 | सर्वश्रेष्ठ कला/संस्कृति फिल्म | टाइमलेस तमिल नाडु (अंग्रेजी) | निर्माता: सेलिब्रिटीज़ मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड निर्देशक: कमाख्या नारायण सिंह | रजत कमल 2,00,000 रुपये (प्रत्येक) |
5 | सर्वश्रेष्ठ वृत्तचित्र | गॉड वल्चर एंड ह्यूमन (अंग्रेजी, हिंदी और तेलुगु) | निर्माता: स्टूडियो लिची, डॉ. राजेश चंदवानी निर्देशक: ऋषिराज अग्रवाल | रजत कमल 2,00,000 रुपये (प्रत्येक) |
6 | सामाजिक और पर्यावरणीय मूल्यों को बढ़ावा देने वाली सर्वश्रेष्ठ गैर-फीचर फिल्म | द साइलेंट एपिडेमिक (हिंदी) | निर्माता: सिनेमा4गुड प्राइवेट लिमिटेड, राहगीरी फाउंडेशन निर्देशक: अक्षत गुप्ता | रजत कमल 2,00,000 रुपये (प्रत्येक) |
7 | सर्वश्रेष्ठ लघु फिल्म (30 मिनट तक) | गिद्ध द स्कैवेंजर (हिंदी) | निर्माता: एलानर फिल्म्स निर्देशक: मनीष सैनी | रजत कमल 2,00,000 रुपये (प्रत्येक) |
8 | सर्वश्रेष्ठ निर्देशन | द फर्स्ट फिल्म (हिंदी) | निर्देशक: पीयूष ठाकुर | स्वर्ण कमल 3,00,000 रुपये |
9 | सर्वश्रेष्ठ छायांकन | लिटिल विंग्स (तमिल) | छायाकार: सरवनमरुथु, सौंदरपांडी और मीनाक्षी सोमन | रजत कमल 2,00,000 रुपये (साझा) |
10 | सर्वश्रेष्ठ ध्वनि डिज़ाइन | धुंधगिरी के फूल (हिंदी) | ध्वनि डिज़ाइनर: शुभरुन सेनगुप्ता | रजत कमल 2,00,000 रुपये |
11 | सर्वश्रेष्ठ संपादन | मूविंग फोकस (अंग्रेजी) | संपादक: नीलाद्रि रॉय | रजत कमल 2,00,000 रुपये |
12 | सर्वश्रेष्ठ संगीत निर्देशन | द फर्स्ट फिल्म (हिंदी) | संगीत निर्देशक: प्रणिल देसाई | रजत कमल 2,00,000 रुपये |
13 | सर्वश्रेष्ठ कथन/वॉइस ओवर | द सैक्रेड जैक – एक्सप्लोरिंग द ट्री ऑफ विशेस (अंग्रेजी) | कथाकार: हरिकृष्णन एस | रजत कमल 2,00,000 रुपये |
14 | सर्वश्रेष्ठ पटकथा | सनफ्लॉवर्स वेयर द फर्स्ट वन्स टू नो… (कन्नड़) | पटकथा लेखक: चिदानंद नाइक | रजत कमल 2,00,000 रुपये |
15 | विशेष उल्लेख | नेकाल – क्रॉनिकल ऑफ द पैडी मैन (मलयालम) | निर्देशक और निर्माता: एम के रामदास | प्रमाण पत्र (प्रत्येक) |
16 | विशेष उल्लेख | द सी एंड सेवन विलेजेस (उड़िया) | निर्माता: कदंबिनी मीडिया प्राइवेट लिमिटेड निर्देशक: हिमांशु शेखर खटुआ | प्रमाण पत्र (प्रत्येक) |
71वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों ने भारतीय सिनेमा की रचनात्मकता, विविधता, और प्रतिभा को एक बार फिर सेलिब्रेट किया। 12th Fail जैसी प्रेरणादायक फिल्मों से लेकर Jawan और Mrs. Chatterjee vs Norway जैसे दमदार अभिनय तक, इस साल के विजेताओं ने सिनेमा के हर पहलू में उत्कृष्टता का प्रदर्शन किया। शाहरुख खान, रानी मुखर्जी और विक्रांत मैसी जैसे सितारों की पहली राष्ट्रीय जीत ने इस समारोह को और भी खास बना दिया।
यह पुरस्कार न केवल विजेताओं की मेहनत का सम्मान करते हैं, बल्कि भारतीय सिनेमा को और ऊंचाइयों तक ले जाने की प्रेरणा भी देते हैं। आगामी राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में इन पुरस्कृत फिल्मों की स्क्रीनिंग होगी, जो दर्शकों को भारतीय सिनेमा की समृद्धि का अनुभव करने का मौका देगा।

राणा अंशुमान सिंह यूनिफाइड भारत के एक उत्साही पत्रकार हैं, जो निष्पक्ष और प्रभावी ख़बरों के सन्दर्भ में जाने जाना पसंद करते हैं। वह सामाजिक मुद्दों, धार्मिक पर्यटन, पर्यावरण, महिलाओं के अधिकारों और राजनीति पर गहन शोध करना पसंद करते हैं। पत्रकारिता के साथ-साथ हिंदी-उर्दू में कविताएँ और ग़ज़लें लिखने के शौकीन राणा भारतीय संस्कृति और सामाजिक बदलाव के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।