प्रमुख बिंदु-
Lucknow : उत्तर प्रदेश के कानपुर शहर से ताल्लुक रखने वाले त्रपित बंसल ने वैश्विक तकनीकी जगत में भारत का नाम रौशन किया है। Meta (जो फेसबुक की मूल कंपनी है) ने अपनी नवगठित सुपरइंटेलिजेंस लैब के लिए त्रपित को 854 करोड़ रुपये (लगभग 100 मिलियन डॉलर) के रिकॉर्ड तोड़ पैकेज पर नियुक्त किया है। यह खबर न केवल तकनीकी क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) के क्षेत्र में प्रतिभा की कितनी मांग है। त्रपित की यह उपलब्धि भारतीय युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत बन गई है।
त्रपित बंसल की शैक्षिक और प्रोफेशनल यात्रा
त्रपित बंसल का जन्म और शुरुआती शिक्षा उत्तर प्रदेश के कानपुर में हुई। उन्होंने 2007 से 2012 तक भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) कानपुर से गणित और सांख्यिकी में एकीकृत बीएस और एमएस डिग्री हासिल की। इसके बाद, उन्होंने यूनिवर्सिटी ऑफ मैसाचुसेट्स एमहर्स्ट से कंप्यूटर साइंस में मास्टर ऑफ साइंस (2015-2019) और पीएचडी (2021 तक) पूरी की। उनकी पीएचडी थीसिस, “फ्यू-शॉट नेचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग बाय मेटा-लर्निंग विदाउट लेबल्ड डेटा,” ने Meta-Learning और नेचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग (NLP) में उनकी गहरी विशेषज्ञता को प्रदर्शित किया।
त्रपित का प्रोफेशनल करियर भी उतना ही प्रभावशाली रहा है। उन्होंने 2012 में गुरुग्राम में एक्सेंचर मैनेजमेंट कंसल्टिंग में विश्लेषक के रूप में अपने करियर की शुरुआत की। इसके बाद, उन्होंने इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस (IISc) बैंगलोर में रिसर्च असिस्टेंट के रूप में बायेसियन मॉडलिंग और इन्फरेंस पर काम किया। इस दौरान उन्होंने फेसबुक (2016), ओपनएआई (2017), गूगल (2018) और माइक्रोसॉफ्ट (2020) में इंटर्नशिप की, जहां उन्होंने डीप लर्निंग, NLP और रिइंफोर्समेंट लर्निंग जैसे क्षेत्रों में अनुभव प्राप्त किया।

ओपनएआई में योगदान और Meta में नई शुरुआत
जनवरी 2022 में त्रपित ने ओपनएआई में टेक्निकल स्टाफ के सदस्य के रूप में पूर्णकालिक काम शुरू किया। वहां उन्होंने सह-संस्थापक इल्या सुत्सकेवर के साथ मिलकर रिइंफोर्समेंट लर्निंग और रीजनिंग मॉडल्स पर काम किया। त्रपित ने ओपनएआई के पहले AI रीजनिंग मॉडल “o1” के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जो चैटजीपीटी की रीजनिंग क्षमताओं का आधार बना। जून 2025 में उन्होंने ओपनएआई छोड़कर Meta की सुपरइंटेलिजेंस लैब में शामिल होने का फैसला किया।
Meta की सुपरइंटेलिजेंस लैब, जिसका नेतृत्व पूर्व स्केल AI सीईओ अलेक्जेंडर वांग और पूर्व गिटहब सीईओ नैट फ्रीडमैन कर रहे हैं, का लक्ष्य आर्टिफिशियल जनरल इंटेलिजेंस (AGI) विकसित करना है। त्रपित की विशेषज्ञता डीप लर्निंग, मेटा-लर्निंग और NLP में होने के कारण उनकी नियुक्ति मेटा के लिए महत्वपूर्ण मानी जा रही है।

854 करोड़ का पैकेज: सच्चाई और चर्चा
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, Meta ने त्रपित बंसल को 854 करोड़ रुपये का पैकेज ऑफर किया, जिसमें साइनिंग बोनस, स्टॉक ऑप्शन्स और लॉन्ग-टर्म वेस्टिंग प्लान शामिल हैं। हालांकि, मेटा के सीटीओ एंड्रयू बोसवर्थ ने स्पष्ट किया कि यह राशि केवल साइनिंग बोनस नहीं है, बल्कि इसमें इक्विटी और अन्य सुविधाएं शामिल हैं। ओपनएआई के सीईओ सैम ऑल्टमैन ने मेटा पर 100 मिलियन डॉलर b>साइनिंग बोनस ऑफर करने का आरोप लगाया, लेकिन दावा किया कि उनके सर्वश्रेष्ठ लोग मेटा में नहीं गए। त्रपित का मेटा में जाना इस दावे को चुनौती देता है।
Meta ने त्रपित के अलावा भी कई शीर्ष AI शोधकर्ताओं को हायर किया है, जिनमें गूगल के लुकास बेयर, शियाओहुआ झाई और ओपनएआई के अन्य पूर्व कर्मचारी शामिल हैं। हाल ही में, मेटा ने एप्पल के पूर्व AI मॉडल्स हेड रुमिंग पैंग को 1670 करोड़ रुपये के पैकेज पर नियुक्त किया। यह दर्शाता है कि मेटा AI की दौड़ में ओपनएआई, गूगल डीपमाइंड और एंथ्रोपिक जैसी कंपनियों को कड़ी टक्कर देने के लिए प्रतिबद्ध है।

Meta का AI विजन और इन्फ्रास्ट्रक्चर
मेटा के सीईओ मार्क जुकरबर्ग AI क्षेत्र में कंपनी की स्थिति मजबूत करने के लिए बड़े निवेश कर रहे हैं। उन्होंने “प्रोमेथियस” नामक AI डेटा सुपरक्लस्टर की घोषणा की है, जो 2026 तक ऑनलाइन होगा। इसके अलावा, Meta अस्थायी डेटा सेंटर्स और हाइपरियन जैसे सिस्टम्स बना रहा है, जो 5 गीगावाट तक की क्षमता रखेंगे। यह रणनीति टेस्ला की “टेंट फैक्ट्री” से प्रेरित है, जिसका उद्देश्य माना जा रहा है।

त्रपित बंसल की कहानी उत्तर प्रदेश और भारत के लिए गर्व का विषय है। कानपुर जैसे शहर से निकलकर वैश्विक मंच पर अपनी छाप छोड़ने वाले त्रपित ने साबित किया है कि मेहनत और प्रतिभा किसी भी सीमा को पार कर सकती है। उनकी यह उपलब्धि न केवल तकनीकी क्षेत्र में भारत की बढ़ती ताकत को दर्शाती है, बल्कि युवाओं को बड़े सपने देखने और उन्हें हासिल करने की प्रेरणा भी देती है।

बृहस्पति राज पांडेय यूनिफाइड भारत के एक विचारशील पत्रकार और लेखक हैं, जो खेल, शिक्षा और सामाजिक मुद्दों पर निष्पक्ष व प्रभावशाली लेखन के लिए जाने जाते हैं। सामाजिक और राजनीतिक विषयों पर उनकी गहरी पकड़ है। वह नीति-निर्माण, युवा उत्थान और खेल जगत पर विशेष ध्यान देते हैं। युवाओं की आवाज़ को मंच देने और सामाजिक बदलाव के लिए बृहस्पति सतत समर्पित हैं।