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लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ (Lucknow) में एक ऐसी घटना सामने आई है जिसने इंसानियत और ममता को शर्मसार कर दिया। एक मां रोशनी खान (Roshni Khan) ने अपने प्रेमी उदित जायसवाल के साथ मिलकर अपनी 6 साल की मासूम बेटी सोना (जिसे सायनारा या सना भी कहा गया) की गला दबाकर हत्या कर दी। इस दिल दहलाने वाली घटना ने न केवल स्थानीय लोगों को स्तब्ध कर दिया, बल्कि पूरे देश में चर्चा का विषय बन गई।
हत्या के बाद दोनों ने न सिर्फ शव को 36 घंटे तक घर में छिपाए रखा, बल्कि उसके सामने शराब और ड्रग्स की पार्टी भी की। इतना ही नहीं, रोशनी ने अपने पति शाहरुख खान को फंसाने के लिए झूठी कहानी रची, लेकिन पुलिस की सख्ती और साक्ष्यों ने उनकी साजिश का पर्दाफाश कर दिया।

मां और प्रेमी की क्रूरता और साजिश
लखनऊ के कैसरबाग थाना क्षेत्र के खंदारी बाजार में 13 जुलाई 2025 की रात को यह खौफनाक वारदात हुई। पुलिस के अनुसार, रोशनी खान और उसका प्रेमी उदित जायसवाल लिव-इन रिलेशनशिप में रह रहे थे। रोशनी की शादी 8 साल पहले शाहरुख खान से हुई थी, लेकिन पिछले दो साल से उनके बीच अनबन चल रही थी। इस दौरान रोशनी ने उदित के साथ अवैध संबंध बना लिए। घटना की रात, सोना ने अपनी मां और उदित को आपत्तिजनक हालत में देख लिया। उसने धमकी दी कि वह यह बात अपने पिता शाहरुख को बताएगी। इससे गुस्साए दोनों ने मिलकर मासूम की हत्या की साजिश रच डाली।
पुलिस पूछताछ में उदित ने बताया कि रोशनी ने पहले सोना की पिटाई की, क्योंकि उसने ब्लूटूथ स्पीकर छिपा दिया था। इसके बाद, जब सोना ने दोनों को आपत्तिजनक हालत में देखा, तो रोशनी ने गुस्से में उसका गला दबाया और उदित ने उसका मुंह दबाकर उसकी हत्या कर दी। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से पता चला कि सोना की मौत दम घुटने से हुई और हत्या 36 से 48 घंटे पहले यानी रविवार को हुई थी। हत्या के बाद, दोनों ने शव को बेड के बॉक्स में छिपा दिया और शराब, ड्रग्स और मीट के साथ पार्टी की।

पति को फंसाने की साजिश
हत्या के बाद, रोशनी ने अपने पति शाहरुख को फंसाने की योजना बनाई। 15 जुलाई की सुबह करीब 3 बजे, उसने पुलिस कंट्रोल रूम में कॉल करके दावा किया कि शाहरुख ने सोना की हत्या कर दी और चौथी मंजिल से कूदकर भाग गया। पुलिस मौके पर पहुंची तो शव से तेज दुर्गंध और कीड़े पड़ने के कारण संदेह हुआ। शव की हालत से साफ था कि हत्या कई घंटे पहले हुई थी। पुलिस ने शाहरुख को हिरासत में लिया, लेकिन उसने बताया कि उसके पैर में 22 मई को चोट लगी थी, जिसके कारण वह सीढ़ियां नहीं चढ़ सकता। इस दावे की पुष्टि के बाद पुलिस का शक रोशनी और उदित पर गया।
डीसीपी पश्चिम विश्वजीत श्रीवास्तव ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज, कॉल डिटेल्स और वैज्ञानिक साक्ष्यों के आधार पर पुलिस ने रोशनी और उदित से सख्ती से पूछताछ की। रोशनी बार-बार अपने बयान बदल रही थी, लेकिन आखिरकार उसने और उदित ने हत्या कबूल कर ली। दोनों ने बताया कि वे शाहरुख को जेल भेजकर और सोना को रास्ते से हटाकर एक साथ आराम से रहना चाहते थे। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है, और मामले की जांच जारी है।
रोशनी और उदित की काली करतूत
रोशनी की क्रूरता यहीं नहीं रुकी। उसने न केवल अपनी बेटी की हत्या की, बल्कि शव को छिपाने के लिए कई घिनौने कदम उठाए। जब शव से बदबू आने लगी, तो उसने उसे बेड से निकालकर एसी के सामने रखा, परफ्यूम छिड़का और फर्श को फिनाइल से धोया। इसके बाद भी दोनों ने उसी फ्लैट में रात बिताई और होटल में जाकर पार्टी की। पुलिस को गुमराह करने के लिए रोशनी ने शाहरुख के खिलाफ झूठी शिकायत दर्ज की, लेकिन साक्ष्यों ने उसकी साजिश को बेनकाब कर दिया।
शाहरुख के लिए यह घटना दोहरा आघात थी। उसे न केवल अपनी बेटी की हत्या का दुख सहना पड़ा, बल्कि यह भी पता चला कि उसका पुराना दोस्त उदित ही उसकी पत्नी के साथ लिव-इन में रह रहा था। शाहरुख ने बताया कि सोना उदित को चाचा बुलाती थी, और उसे कभी शक नहीं हुआ कि वह उसकी बेटी की हत्या में शामिल होगा। रोशनी ने पहले भी शाहरुख के परिवार वालों, जैसे उसकी मां, भाई और बहनों, को जेल भिजवाने के लिए फर्जी मुकदमे दर्ज किए थे। उसका मकसद शाहरुख के फ्लैट पर कब्जा करना और अपने प्रेमी के साथ बेरोकटोक जिंदगी जीना था।
पुलिस ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन यह घटना समाज के लिए एक चेतावनी है। लखनऊ पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लिया है और साक्ष्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई कर रही है। इस घटना ने स्थानीय समुदाय को झकझोर दिया है, और लोग मासूम सोना को न्याय दिलाने की मांग कर रहे हैं।

राणा अंशुमान सिंह यूनिफाइड भारत के एक उत्साही पत्रकार हैं, जो निष्पक्ष और प्रभावी ख़बरों के सन्दर्भ में जाने जाना पसंद करते हैं। वह सामाजिक मुद्दों, धार्मिक पर्यटन, पर्यावरण, महिलाओं के अधिकारों और राजनीति पर गहन शोध करना पसंद करते हैं। पत्रकारिता के साथ-साथ हिंदी-उर्दू में कविताएँ और ग़ज़लें लिखने के शौकीन राणा भारतीय संस्कृति और सामाजिक बदलाव के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।