प्रमुख बिंदु-
नई दिल्ली, 14 जुलाई 2025: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने हरियाणा, गोवा और केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख के लिए नए राज्यपालों (Governors) और उपराज्यपाल (LG) की नियुक्ति की घोषणा की है। इस महत्वपूर्ण कदम के तहत प्रोफेसर आशिम कुमार घोष को हरियाणा का राज्यपाल, पुसापति अशोक गजपति राजू को गोवा का राज्यपाल और कविंदर गुप्ता को लद्दाख का उपराज्यपाल नियुक्त किया गया है। ये नियुक्तियां तत्काल प्रभाव से लागू होंगी। साथ ही, लद्दाख के पूर्व उपराज्यपाल ब्रिगेडियर (डॉ.) बी.डी. मिश्रा (सेवानिवृत्त) का इस्तीफा भी राष्ट्रपति द्वारा स्वीकार कर लिया गया है।
राष्ट्रपति भवन द्वारा जारी आधिकारिक अधिसूचना के अनुसार, यह नियुक्तियां संविधान के अनुच्छेद 155 और 156 के तहत की गई हैं। इन नियुक्तियों का उद्देश्य इन क्षेत्रों में प्रशासनिक और विकासात्मक गतिविधियों को नई दिशा और गति प्रदान करना है। हरियाणा में प्रो. आशिम कुमार घोष, गोवा में पुसापति अशोक गजपति राजू और लद्दाख में कविंदर गुप्ता के नेतृत्व से स्थानीय प्रशासन और केंद्र सरकार के बीच बेहतर समन्वय की उम्मीद है। ये नियुक्तियां ऐसे समय में हुई हैं, जब इन क्षेत्रों में विकास और सामरिक महत्व के कई मुद्दे चर्चा में हैं।
हरियाणा के नए राज्यपाल
प्रो. आशिम कुमार घोष, जो पश्चिम बंगाल के हावड़ा से हैं, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक प्रमुख नेता रहे हैं। वे पश्चिम बंगाल भाजपा के पूर्व अध्यक्ष रह चुके हैं और पार्टी के टिकट पर चुनाव भी लड़ चुके हैं। उनकी नियुक्ति को हरियाणा के लिए एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है, क्योंकि वे अपने शैक्षणिक और राजनीतिक अनुभव के साथ राज्य में विकास और प्रशासन को नई ऊर्जा प्रदान कर सकते हैं। घोष ने शिक्षा और सामाजिक सुधारों के क्षेत्र में भी योगदान दिया है। उनकी नियुक्ति पर कुरुक्षेत्र से भाजपा सांसद नवीन जिंदल ने उन्हें बधाई दी और कहा कि उनके नेतृत्व में हरियाणा नई ऊंचाइयों को छुएगा।

गोवा के नए राज्यपाल
पुसापति अशोक गजपति राजू, जो आंध्र प्रदेश के विजयनगरम के शाही परिवार से ताल्लुक रखते हैं, गोवा के नए राज्यपाल नियुक्त किए गए हैं। वे पूर्व केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री रह चुके हैं और 1978 से 2014 तक सात बार आंध्र प्रदेश विधानसभा के सदस्य रहे। उन्होंने वाणिज्यिक कर, वित्त, राजस्व और विधायी मामलों जैसे महत्वपूर्ण विभागों में 13 वर्षों तक मंत्री के रूप में कार्य किया। उनके परिवार का सिम्हाचलम मंदिर और विजयनगरम में शैक्षिक संस्थानों के प्रति योगदान प्रसिद्ध है। राजू ने सार्वजनिक स्वास्थ्य, जल संरक्षण और बिजली संरक्षण जैसे क्षेत्रों में विशेष रुचि दिखाई है। गोवा में उनकी नियुक्ति से पर्यटन और विकास को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है।

लद्दाख के नए उपराज्यपाल
जम्मू-कश्मीर के पूर्व उपमुख्यमंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता कविंदर गुप्ता को लद्दाख का नया उपराज्यपाल नियुक्त किया गया है। वे जम्मू-कश्मीर विधानसभा के अध्यक्ष और पीडीपी-भाजपा गठबंधन के दौरान उपमुख्यमंत्री रह चुके हैं। लद्दाख जैसे सामरिक और संवेदनशील क्षेत्र में उनकी नियुक्ति को केंद्र सरकार की रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है। गुप्ता के अनुभव को देखते हुए, लद्दाख में स्थिरता और विकास की नई संभावनाएं खुलने की उम्मीद है। उनकी नियुक्ति से क्षेत्र में केंद्र की प्रशासनिक उपस्थिति और मजबूत होगी।

इन नियुक्तियों से हरियाणा, गोवा, और लद्दाख में प्रशासनिक और विकासात्मक कार्यों को नई गति मिलने की उम्मीद है। हरियाणा में आर्थिक विकास और औद्योगिक प्रगति, गोवा में पर्यटन और पर्यावरण संरक्षण और लद्दाख में सामरिक स्थिरता और बुनियादी ढांचे के विकास पर विशेष ध्यान दिया जा सकता है। राष्ट्रपति भवन ने स्पष्ट किया है कि ये नियुक्तियां संबंधित व्यक्ति के कार्यभार संभालने की तारीख से प्रभावी होंगी। इन नेताओं के अनुभव और दृष्टिकोण से इन क्षेत्रों में सकारात्मक बदलाव की उम्मीद की जा रही है।

राणा अंशुमान सिंह यूनिफाइड भारत के एक उत्साही पत्रकार हैं, जो निष्पक्ष और प्रभावी ख़बरों के सन्दर्भ में जाने जाना पसंद करते हैं। वह सामाजिक मुद्दों, धार्मिक पर्यटन, पर्यावरण, महिलाओं के अधिकारों और राजनीति पर गहन शोध करना पसंद करते हैं। पत्रकारिता के साथ-साथ हिंदी-उर्दू में कविताएँ और ग़ज़लें लिखने के शौकीन राणा भारतीय संस्कृति और सामाजिक बदलाव के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।