प्रमुख बिंदु-
नई दिल्ली: Indian Armed Forces में महिलाओं की भागीदारी तेजी से बढ़ रही है। पहले जहां महिलाएं केवल नर्सिंग या प्रशासनिक भूमिकाओं में दिखाई देती थीं, अब वे Indian Armed Forces में अधिकारी के रूप में कार्य कर रही हैं, और वह भी न केवल समर्थन भूमिकाओं में बल्कि लड़ाकू क्षमताओं में भी।
महिलाएं फाइटर पायलट बन रही हैं, युद्धपोतों पर तैनात हो रही हैं और राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (NDA) जैसी प्रतिष्ठित संस्थाओं में ट्रेनिंग प्राप्त कर रही हैं।
यदि आप भी देश की सेवा करने का सपना देखती हैं और Indian Armed Forces में अधिकारी बनने की इच्छा रखती हैं, तो यह लेख जरूर पढ़े। यहां हम आपको विस्तार से बताएंगे कि एक महिला किस प्रकार से सशस्त्र बलों में अधिकारी बन सकती है, कौन-कौन सी प्रवेश योजनाएं हैं, क्या योग्यता होनी चाहिए, चयन प्रक्रिया कैसी होती है और प्रशिक्षण कितना कठिन या चुनौतीपूर्ण होता है।
कौन-कौन सी एंट्री स्कीम्स हैं महिलाओं के लिए?
1. NDA (राष्ट्रीय रक्षा अकादमी) प्रवेश – 12वीं के बाद
NDA भारत की सबसे प्रतिष्ठित सैन्य अकादमी है, जहां से Indian Armed Forces के अधिकारी तैयार होते हैं। वर्ष 2021 में सुप्रीम कोर्ट के ऐतिहासिक फैसले के बाद अब महिलाएं भी NDA में प्रवेश पा सकती हैं और पुरुषों के साथ समान ट्रेनिंग प्राप्त कर सकती हैं। यह प्रवेश 12वीं कक्षा के बाद होता है।
- योग्यता: उम्मीदवार को 12वीं पास होना चाहिए। अगर आप वायुसेना या नौसेना में जाना चाहती हैं तो आपके पास 12वीं में फिजिक्स और मैथ्स होना अनिवार्य है।
- आयु सीमा: 16.5 से 19.5 वर्ष के बीच
- चयन प्रक्रिया: UPSC NDA लिखित परीक्षा के बाद सफल उम्मीदवारों को SSB (Services Selection Board) इंटरव्यू के लिए बुलाया जाता है। यह पांच दिनों की कठिन परीक्षा होती है जिसमें मानसिक, शारीरिक और नेतृत्व क्षमताओं की जांच होती है। इसके बाद अंतिम चरण में मेडिकल टेस्ट होता है।
- ट्रेनिंग: चयनित अभ्यर्थियों को NDA, खड़कवासला (पुणे) में तीन साल की कठोर ट्रेनिंग दी जाती है। इसके बाद सेना, वायुसेना या नौसेना की संबंधित अकादमी में एक वर्ष की विशेष सैन्य ट्रेनिंग दी जाती है।
2. CDS (Combined Defence Services) परीक्षा – ग्रेजुएशन के बाद
यदि आप ग्रेजुएशन के बाद Indian Armed Forces में अधिकारी बनना चाहती हैं, तो CDS परीक्षा आपके लिए एक बेहतरीन मौका है। यह परीक्षा UPSC द्वारा साल में दो बार आयोजित की जाती है और इसके माध्यम से उम्मीदवारों का चयनIndian Armed Forces में अधिकारी पदों के लिए किया जाता है। महिलाओं के लिए फिलहाल यह प्रवेश केवल Officer Training Academy, चेन्नई के माध्यम से होता है।
- योग्यता: महिला उम्मीदवारों को किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से स्नातक होना चाहिए। वायुसेना और नौसेना में भर्ती के लिए कुछ विषय-विशेष योग्यताएं जरूरी होती हैं।
- आयु सीमा: OTA एंट्री के लिए 19 से 25 वर्ष
- चयन प्रक्रिया: सबसे पहले UPSC CDS की लिखित परीक्षा होती है, जिसमें अंग्रेजी और सामान्य ज्ञान के प्रश्न पूछे जाते हैं। इसके बाद सफल उम्मीदवारों को SSB इंटरव्यू के लिए बुलाया जाता है, जहाँ नेतृत्व क्षमता, मानसिक संतुलन और निर्णय लेने की योग्यता की जांच होती है। अंतिम चरण में मेडिकल जांच होती है।
- ट्रेनिंग: चयनित अभ्यर्थियों को OTA, चेन्नई में लगभग 49 सप्ताह की सशस्त्र बलों की कठोर ट्रेनिंग दी जाती है।
3. AFCAT (Air Force Common Admission Test)
यदि आप Indian Armed Forces की वायुशक्ति यानी भारतीय वायुसेना में अधिकारी बनना चाहती हैं, तो AFCAT (Air Force Common Admission Test) आपके लिए एक प्रमुख अवसर है। यह परीक्षा साल में दो बार भारतीय वायुसेना द्वारा आयोजित की जाती है और इसके जरिए महिलाएं फ्लाइंग ब्रांच, टेक्निकल ब्रांच और ग्राउंड ड्यूटी ब्रांच में अधिकारी बन सकती हैं।
- योग्यता: अभ्यर्थी को किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से ग्रेजुएट होना चाहिए और 60% अंक जरूरी हैं। फ्लाइंग ब्रांच के लिए 12वीं में फिजिक्स और मैथ्स होना अनिवार्य है।
- आयु सीमा फ्लाइंग ब्रांच के लिए: 20 से 24 वर्ष
- आयु सीमा टेक्निकल और ग्राउंड ड्यूटी के लिए: 20 से 26 वर्ष
- चयन प्रक्रिया: पहले AFCAT की ऑनलाइन परीक्षा होती है। इसमें सामान्य ज्ञान, रीजनिंग, इंग्लिश और मैथ्स से संबंधित प्रश्न होते हैं। इसके बाद AFSB इंटरव्यू में आपकी मानसिक, नेतृत्व और संवाद क्षमताओं की जांच की जाती है। अंतिम चरण में मेडिकल परीक्षण होता है।
- ट्रेनिंग: चयनित उम्मीदवारों को एयरफोर्स अकादमी, डुंडीगल (हैदराबाद) में ट्रेनिंग दी जाती है।
4. JAG एंट्री – लॉ ग्रेजुएट्स के लिए
अगर आप लॉ की पढ़ाई कर चुकी हैं और Indian Armed Forces में एक प्रतिष्ठित और विशिष्ट भूमिका निभाना चाहती हैं, तो JAG (Judge Advocate General) ब्रांच आपके लिए एक बेहतरीन अवसर है। यह सेना की लीगल शाखा होती है, जिसमें अधिकारी मिलिट्री लॉ से जुड़े मामलों को संभालते हैं।
- योग्यता: उम्मीदवार को किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से LLB डिग्री के साथ कम से कम 55% अंक प्राप्त होने चाहिए। इसके साथ-साथ बार काउंसिल ऑफ इंडिया में रजिस्ट्रेशन अनिवार्य है।
- आयु सीमा: 21 से 27 वर्ष के बीच की महिला उम्मीदवारें इस एंट्री के लिए पात्र होती हैं।
- चयन प्रक्रिया: JAG एंट्री के तहत कोई लिखित परीक्षा नहीं होती। योग्य उम्मीदवारों को सीधे SSB इंटरव्यू के लिए शॉर्टलिस्ट किया जाता है, जिसमें मानसिक क्षमता, नेतृत्व गुण और निर्णय लेने की शक्ति का आकलन किया जाता है। इसके बाद मेडिकल फिटनेस टेस्ट होता है।
- कमीशन: यह भर्ती Short Service Commission के तहत होती है, जहां सेवा की अवधि प्रारंभिक 10 साल होती है, जिसे बाद में बढ़ाया जा सकता है।
5. मेडिकल एंट्री – AFMC या अन्य माध्यम से
अगर आप डॉक्टर बनना चाहती हैं और साथ ही Indian Armed Forces में सेवा का सपना देखती हैं, तो AFMC (Armed Forces Medical College) आपके लिए सबसे महत्वपूर्ण रास्ता है।
- योग्यता: इस प्रवेश के लिए उम्मीदवार को 12वीं के बाद NEET (National Eligibility cum Entrance Test) उत्तीर्ण करना होता है। NEET में अच्छे रैंक के आधार पर उम्मीदवारों को AFMC, पुणे में MBBS कोर्स के लिए चुना जाता है।
- सेवा शर्तें: AFMC से MBBS पूरा करने के बाद आपको Indian Army, Navy या Air Force में डॉक्टर के रूप में नियुक्त किया जाता है। सेवा स्थायी कमीशन (Permanent Commission) या शॉर्ट सर्विस कमीशन (SSC) के अंतर्गत होती है। उम्मीदवारों की इच्छा, प्रदर्शन और आवश्यकता के अनुसार कमीशन निर्धारित होता है।
- AFMC ग्रेजुएट्स को सैन्य अस्पतालों, युद्धक्षेत्रों, और आपातकालीन मिशनों में चिकित्सा सेवाएं देने की जिम्मेदारी मिलती है।

चयन प्रक्रिया में क्या-क्या होता है?
Indian Armed Forces में अधिकारी बनने का सपना देखने वाली महिलाओं के लिए चयन प्रक्रिया एक चुनौतीपूर्ण लेकिन प्रेरणादायक सफर होता है। अलग-अलग एंट्री स्कीम्स की प्रक्रिया थोड़ी-बहुत अलग हो सकती है, लेकिन सामान्यतः चयन तीन प्रमुख चरणों में होता है — लिखित परीक्षा, SSB इंटरव्यू, और मेडिकल जांच।
1. लिखित परीक्षा
ज्यादातर एंट्री स्कीम्स के लिए पहला चरण होता है लिखित परीक्षा |
- NDA परीक्षा: इसमें गणित और सामान्य योग्यता से जुड़े प्रश्न होते हैं।
- CDS परीक्षा: इसमें अंग्रेजी और सामान्य ज्ञान के प्रश्न पूछे जाते हैं।
- AFCAT परीक्षा: इसमें मैथ्स, रीजनिंग, इंग्लिश और मिलिट्री एप्टीट्यूड से जुड़े सेक्शन होते हैं।
2. SSB इंटरव्यू (Services Selection Board)
लिखित परीक्षा में सफल होने के बाद उम्मीदवारों को SSB इंटरव्यू के लिए बुलाया जाता है। यह इंटरव्यू प्रक्रिया Indian Armed Forces की सबसे महत्वपूर्ण और कठिनतम प्रक्रियाओं में से एक मानी जाती है, जो कुल 5 दिनों तक चलती है।
इसमें निम्नलिखित चरण शामिल होते हैं:
- Screening Test: पहले दिन किया जाता है, जिसमें OIR (Officer Intelligence Rating) टेस्ट और Picture Perception & Discussion Test (PPDT) होते हैं।
- Psychological Tests: दूसरे दिन मनोवैज्ञानिक मूल्यांकन किया जाता है।
- Group Testing: इसमें ग्रुप डिस्कशन, ग्रुप टास्क, कमांड टास्क और लेक्चरट जैसे एक्टिविटी शामिल होते हैं।
- Personal Interview: अधिकारियों द्वारा आपकी सोच, व्यवहार, नेतृत्व क्षमता और निर्णय लेने की क्षमता को परखा जाता है।
- Conference: अंतिम दिन सभी सीनियर अधिकारी मिलकर निर्णय लेते हैं कि कौन-कौन चयनित होगा।
3. मेडिकल टेस्ट
SSB इंटरव्यू के बाद सफल उम्मीदवारों का मेडिकल परीक्षण किया जाता है, जो Indian Armed Forces के मानकों के अनुसार होता है। इसमें निम्नलिखित बातों की जांच की जाती है:
- शारीरिक फिटनेस (Running, BMI, वजन-ऊंचाई संतुलन)
- आंखों की रोशनी और रंग पहचानने की क्षमता
- हृदय, फेफड़े, रक्तचाप और आंतरिक स्वास्थ्य की जांच
- किसी भी स्थायी रोग या कमजोरी की पहचान
चयन प्रक्रिया कठिन ज़रूर होती है, लेकिन यह ही साबित करती है कि आप Indian Armed Forces में अधिकारी बनने के योग्य हैं।

ट्रेनिंग कहां होती है?
Indian Armed Forces में अधिकारी बनने का सपना तभी साकार होता है जब आप कठिन प्रशिक्षण के हर चरण को सफलतापूर्वक पूरा करें। यह प्रशिक्षण सिर्फ शारीरिक ताकत का नहीं, बल्कि मानसिक दृढ़ता, अनुशासन और नेतृत्व क्षमता का भी परीक्षण होता है।
1. NDA – राष्ट्रीय रक्षा अकादमी, खड़कवासला (पुणे)
यदि आपने NDA परीक्षा के माध्यम से चयन प्राप्त किया है, तो आपको तीन साल तक NDA, पुणे में त्रिसेवा (Army, Navy, Air Force) प्रशिक्षण दिया जाएगा। यहां फिजिकल फिटनेस, अकादमिक शिक्षा, खेल और सैन्य व्यवहार पर ज़ोर दिया जाता है।
2. OTA – ऑफिसर ट्रेनिंग अकादमी, चेन्नई
CDS परीक्षा के माध्यम से चयनित महिलाएं OTA चेन्नई में लगभग 49 हफ्तों की ट्रेनिंग करती हैं। यहां उन्हें Indian Army की ज़रूरतों के अनुसार युद्ध कौशल, नेतृत्व विकास, हथियार संचालन और फिजिकल फिटनेस का कठोर प्रशिक्षण दिया जाता है।
3. AFA – एयर फोर्स अकादमी, डुंडीगल (हैदराबाद)
AFCAT परीक्षा के जरिए चयनित महिला अधिकारी Indian Air Force की AFA अकादमी में ट्रेनिंग करती हैं। यहां फ्लाइंग ब्रांच के लिए उड़ान से जुड़ी थ्योरी और प्रैक्टिकल ट्रेनिंग होती है, जबकि ग्राउंड ड्यूटी और टेक्निकल ब्रांच के लिए रणनीतिक और तकनीकी विषयों पर गहन प्रशिक्षण दिया जाता है।
4. INA – इंडियन नेवल अकादमी, एझीमाला (केरल)
Indian Navy में चयनित महिला कैडेट INA, एझीमाला में प्रशिक्षण प्राप्त करती हैं। यहां उन्हें नौसैनिक जीवनशैली, समुद्री युद्धक रणनीति, नाव संचालन, जल सुरक्षा और हथियारों की ट्रेनिंग दी जाती है।
5. AFMC – Armed Forces Medical College, पुणे
जो महिलाएं डॉक्टर के रूप में Indian Armed Forces से जुड़ना चाहती हैं, वे AFMC पुणे में MBBS की पढ़ाई करती हैं। पढ़ाई के साथ-साथ उन्हें सैन्य अनुशासन, बेसिक आर्मी ट्रेनिंग और फील्ड मेडिकल सर्विसेज की ट्रेनिंग भी दी जाती है।
चाहे आप सेना, नौसेना या वायुसेना में जाएं — Indian Armed Forces की ट्रेनिंग अकादमियां आपको न केवल एक अधिकारी बनाती हैं, बल्कि आपको जीवन की हर कठिनाई से लड़ने के लिए तैयार करती हैं।

कमीशन के प्रकार – स्थायी vs शॉर्ट सर्विस
Indian Armed Forces में अधिकारी बनने के बाद महिलाएं दो प्रकार के कमीशन के अंतर्गत सेवा करती हैं — स्थायी कमीशन (Permanent Commission – PC) और शॉर्ट सर्विस कमीशन (Short Service Commission – SSC) दोनों के अपने-अपने नियम, लाभ और सीमाएं होती हैं।
स्थायी कमीशन (Permanent Commission)
इस प्रकार के कमीशन में अधिकारी को रिटायरमेंट की आयु तक सेवा का अवसर मिलता है। इसमें महिला अधिकारियों को सभी प्रमोशन, वेतन वृद्धि और पेंशन का लाभ मिलता है। पहले यह सुविधा केवल पुरुषों को ही दी जाती थी, लेकिन सुप्रीम कोर्ट के ऐतिहासिक फैसले (2020) के बाद अब महिला अधिकारियों को भी Indian Army और Indian Air Force में स्थायी कमीशन दिया जा रहा है।
शॉर्ट सर्विस कमीशन (SSC)
SSC के अंतर्गत महिलाएं 10 वर्षों तक Indian Armed Forces में अधिकारी के रूप में सेवा कर सकती हैं। आवश्यकता व प्रदर्शन के आधार पर सेवा अवधि को 4 साल और बढ़ाया जा सकता है, लेकिन इसे पेंशन योग्य नहीं माना जाता। हालांकि, इस दौरान महिला अधिकारी को सभी प्रकार की ट्रेनिंग, ड्यूटी और मिशन में भाग लेने का पूरा अवसर मिलता है।
अब महिलाएं भी स्थायी कमीशन प्राप्त कर रही हैं और यह Indian Armed Forces में लिंग समानता और अवसरों की समानता का स्पष्ट संकेत है।

कौन-कौन से पद हैं महिलाओं के लिए?
आज की महिला सिर्फ सीमित भूमिकाओं तक नहीं रुक रही है — वह अब Indian Armed Forces के हर क्षेत्र में अपनी उपस्थिति दर्ज करा रही है। चाहे वह सेना हो, वायुसेना हो या नौसेना — महिलाओं के लिए अब कई शाखाओं और पदों में अवसर खुले हैं।
1. भारतीय थल सेना (Indian Army)
सेना में महिलाएं निम्नलिखित शाखाओं में अधिकारी के रूप में कार्य कर सकती हैं:
- सिग्नल कोर (Signals): संचार और IT सिस्टम संभालना
- इंजीनियरिंग कोर (Engineers): पुल निर्माण, सड़कों, बम निष्क्रिय करना
- एजुकेशन कोर: सैन्य शिक्षा और प्रशिक्षण
- इंटेलिजेंस ब्रांच: रणनीतिक जानकारी एकत्रित करना
- जज एडवोकेट जनरल (JAG): सैन्य कानूनी सेवाएं
- मेडिकल कोर (AMC): सैन्य अस्पतालों में डॉक्टर
2. भारतीय वायुसेना (Indian Air Force)
महिला अधिकारी वायुसेना में निम्न पदों पर नियुक्त हो सकती हैं:
- फ्लाइंग ब्रांच: फाइटर पायलट या ट्रांसपोर्ट पायलट
- टेक्निकल ब्रांच: एयरक्राफ्ट और रडार सिस्टम का प्रबंधन
- ग्राउंड ड्यूटी: प्रशासनिक, लॉजिस्टिक्स, अकाउंट्स, शिक्षा आदि
3. भारतीय नौसेना (Indian Navy)
नौसेना में भी महिलाओं को कई प्रमुख पदों पर नियुक्त किया जाता है:
- लॉजिस्टिक्स ब्रांच: आपूर्ति, स्टोरेज और संसाधनों का प्रबंधन
- एजुकेशन ब्रांच: तकनीकी और अकादमिक ट्रेनिंग
- एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC): नौसैनिक विमानों की उड़ानों का संचालन
- पायलट और नेविगेटर: अब कुछ चयनित महिला अधिकारी जहाजों और विमानों का संचालन भी कर रही हैं
अब महिलाओं के लिए Indian Armed Forces में केवल सपोर्ट रोल नहीं, बल्कि लीडरशिप और फील्ड कमांड जैसी जिम्मेदारियों के भी रास्ते खुल चुके हैं।

क्या हैं चुनौतियाँ?
हालांकि अब महिलाओं के लिए Indian Armed Forces के दरवाज़े पूरी तरह खुल चुके हैं, लेकिन यह राह आज भी आसान नहीं है। एक महिला अधिकारी को सेना में प्रवेश से लेकर सेवा के दौरान कई मानसिक, शारीरिक और सामाजिक चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। फिर भी हजारों महिलाएं इन चुनौतियों को स्वीकार कर देश सेवा के लिए आगे बढ़ रही हैं।
1. कठोर फिजिकल ट्रेनिंग
Indian Armed Forces में ट्रेनिंग का स्तर बहुत कठोर होता है — भोर में पीटी, हथियारों की ट्रेनिंग, रनों और माउंटेन ड्रिल्स जैसी गतिविधियाँ किसी भी नए कैडेट के लिए चुनौतीपूर्ण होती हैं।
2. सीमित लड़ाकू भूमिकाएं
हालांकि अब महिलाओं को फाइटर पायलट, युद्धपोत अधिकारी और ग्राउंड कमांड जैसी जिम्मेदारियां दी जा रही हैं, लेकिन Indian Armed Forces में अभी भी कुछ लड़ाकू शाखाएं पूरी तरह महिलाओं के लिए खुली नहीं हैं।
3. सामाजिक और पारिवारिक दबाव
बहुत-सी महिलाओं को सेना में जाने से पहले अपने परिवार और समाज की मानसिकता से लड़ना पड़ता है। लंबे समय तक घर से दूर रहना, सख्त अनुशासन और पुरुष प्रधान वातावरण में काम करना अब भी कई परिवारों को चिंतित करता है।
4. कठिन प्रतियोगिता
NDA, CDS, AFCAT जैसी परीक्षाएं अत्यधिक प्रतिस्पर्धी होती हैं। हर वर्ष लाखों उम्मीदवार आवेदन करते हैं लेकिन चयनित केवल कुछ ही होते हैं। इसके बाद SSB और मेडिकल जैसी प्रक्रियाएं भी काफी चुनौतीपूर्ण होती हैं।
Indian Armed Forces में प्रवेश कर पाना और फिर सफलतापूर्वक सेवा करना गर्व का विषय है, लेकिन इसके लिए इच्छाशक्ति, दृढ़ निश्चय और लगातार मेहनत जरूरी है।

7. जरूरी तैयारी कैसे करें?
Indian Armed Forces में अधिकारी बनना केवल एक सपना नहीं, बल्कि एक मिशन होता है — और इस मिशन को पूरा करने के लिए रणनीतिक, मानसिक और शारीरिक रूप से अच्छी तैयारी ज़रूरी है।
1. लिखित परीक्षा की तैयारी
चाहे आप NDA, CDS या AFCAT के माध्यम से Indian Armed Forces में जाना चाहती हों, सबसे पहले इन परीक्षाओं के सिलेबस और परीक्षा पैटर्न को समझें। NDA और CDS परीक्षाएं UPSC द्वारा आयोजित होती हैं, जिनमें गणित, अंग्रेज़ी और सामान्य ज्ञान शामिल होते हैं। AFCAT में सामान्य योग्यता, मिलिट्री एप्टीट्यूड, इंग्लिश और रीजनिंग जैसे सेक्शन होते हैं।
- नियमित रूप से पिछले वर्षों के प्रश्नपत्र हल करें
- टाइम मैनेजमेंट और मॉक टेस्ट पर ध्यान दें
- बेसिक कॉन्सेप्ट्स को मजबूत करें
2. SSB इंटरव्यू की तैयारी
SSB इंटरव्यू में आपकी सोच, व्यवहार, निर्णय क्षमता और नेतृत्व गुणों का मूल्यांकन होता है। इसके लिए:
- साइकोलॉजिकल टेस्ट, ग्रुप डिस्कशन और पर्सनल इंटरव्यू की प्रैक्टिस करें
- आत्मविश्वास और communication विकसित करें
- ऑफिशियल SSB कोचिंग की मदद भी ली जा सकती है
3. फिजिकल फिटनेस पर ध्यान दें
Indian Armed Forces में शारीरिक फिटनेस बेहद अहम है। ट्रेनिंग के दौरान आपको कई कठिन अभ्यासों से गुजरना होता है।
- रोजाना रनिंग, पुश-अप्स, स्क्वैट्स और पुल-अप्स करें
- संतुलित डाइट और पर्याप्त नींद लें
- बीएमआई और हाइट-वेट अनुपात में रहें
4. करंट अफेयर्स और सामान्य ज्ञान
- रोजाना समाचार पत्र पढ़ें
- Indian Armed Forces से जुड़ी गतिविधियों, मिशनों और उपकरणों की जानकारी रखें
- सैन्य इतिहास और पुरस्कारों से संबंधित तथ्य याद रखें
अगर आप Indian Armed Forces में अपना भविष्य देखती हैं, तो तैयारी आज से ही शुरू करें — हर कदम आपको उस गौरवपूर्ण वर्दी के और करीब ले जाएगा।

जरूरी लिंक (महिला उम्मीदवारों के लिए):
- UPSC NDA: https://www.upsc.gov.in
- UPSC CDS: https://www.upsc.gov.in
- AFCAT: https://afcat.cdac.in
- Indian Army: https://joinindianarmy.nic.in
- Indian Navy: https://joinindiannavy.gov.in
- Indian Air Force: https://careerindianairforce.cdac.in


दिव्यांशु सिंह यूनिफाइड भारत के एक शोधपरक और तथ्य-संवेदनशील कंटेंट राइटर हैं, जो सरकारी नौकरियों, रक्षा समाचार और अंतरराष्ट्रीय संबंधों पर विशेषज्ञता रखते हैं। उनके लेख सरकारी परीक्षाओं, नियुक्तियों और नीतिगत बदलावों को सरलता से समझाते हैं, जो लाखों युवाओं के लिए भरोसेमंद सूचना का स्रोत हैं। रोजगार और सामाजिक स्थिरता के लिए सटीक जानकारी देने के साथ-साथ वह रक्षा और अंतरराष्ट्रीय राजनीति जैसे जटिल विषयों को सहज भाषा में प्रस्तुत करने के लिए समर्पित हैं।