प्रमुख बिंदु-
वडोदरा, 9 जुलाई 2025: गुजरात के वडोदरा जिले में 9 जुलाई 2025 की सुबह एक दर्दनाक हादसा हुआ, जब महिसागर नदी पर बना गंभीरा पुल अचानक बीच से टूट गया। (Gujarat Bridge Collapse) यह पुल वडोदरा और आणंद जिलों को जोड़ता था और भारी यातायात का एक प्रमुख मार्ग था। हादसे के समय पुल पर कई वाहन मौजूद थे, जिनमें दो ट्रक, एक बोलेरो और एक जीप शामिल थे। ये सभी वाहन महिसागर नदी में जा गिरे, जिससे पूरे इलाके में हड़कंप मच गया।
प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, इस हादसे में तीन लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि कई अन्य घायल बताए जा रहे हैं। स्थानीय प्रशासन और दमकल विभाग ने तुरंत बचाव अभियान शुरू किया, जिसमें अब तक पांच लोगों को सुरक्षित निकाला जा चुका है। हादसे का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें एक ट्रक आधे टूटे पुल पर लटका हुआ दिखाई दे रहा है, जो इस हादसे की भयावहता को दर्शाता है।

चार वाहन नदी में गिरे
हादसे की सूचना मिलते ही पादरा पुलिस, दमकल विभाग और स्थानीय प्रशासन की टीमें तुरंत मौके पर पहुंचीं। गोताखोरों की मदद से नदी में फंसे लोगों और वाहनों को निकालने का काम शुरू किया गया। पादरा पुलिस निरीक्षक विजय चरण ने बताया कि सुबह करीब 7:30 बजे हुए इस हादसे में चार वाहन नदी में गिरे, जिनमें से कुछ लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया है। बचाव अभियान अभी भी जारी है और लापता लोगों की तलाश की जा रही है।
इस हादसे ने वडोदरा और आणंद के बीच यातायात को पूरी तरह ठप कर दिया है। दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतारें लग गई हैं और पुलिस ने यातायात को वैकल्पिक मार्गों पर डायवर्ट किया है। अब लोगों को 40 किलोमीटर का लंबा चक्कर लगाना पड़ रहा है, जिससे स्थानीय लोगों और यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

पुल की खराब स्थिति को लेकर कई बार चेतावनी दी
स्थानीय लोगों और विपक्षी नेताओं ने इस हादसे के लिए प्रशासन की लापरवाही को जिम्मेदार ठहराया है। बताया जा रहा है कि 43 साल पुराना यह पुल लंबे समय से जर्जर हालत में था और इसके रखरखाव के लिए कई बार शिकायतें की गई थीं। गुजरात विधानसभा में विपक्ष के नेता अमित चावड़ा ने सोशल मीडिया पर हादसे का वीडियो साझा करते हुए प्रशासन पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा, “गंभीरा पुल की खराब स्थिति को लेकर कई बार चेतावनी दी गई थी, लेकिन प्रशासन ने कोई कार्रवाई नहीं की। यह हादसा गुजरात मॉडल के भ्रष्टाचार को उजागर करता है।”
कांग्रेस पार्टी ने भी इस घटना पर दुख जताते हुए पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की और घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना की। स्थानीय लोगों का कहना है कि पुल की मरम्मत और मजबूती के लिए बार-बार अनुरोध किए गए थे, लेकिन प्रशासन की उदासीनता के कारण यह हादसा हुआ।
#WATCH | Vadodara, Gujarat | The Gambhira bridge on the Mahisagar river, connecting Vadodara and Anand, collapses in Padra; local administration present at the spot. pic.twitter.com/7JlI2PQJJk
— ANI (@ANI) July 9, 2025
सरकार ने दिए जांच के आदेश
गुजरात सरकार ने हादसे की जांच के आदेश दे दिए हैं। मेडिकल और इंजीनियरों की टीमें मौके पर भेजी गई हैं ताकि हादसे के कारणों का पता लगाया जा सके। प्रारंभिक अनुमान के अनुसार, भारी बारिश और पुल की जर्जर स्थिति इस हादसे का कारण हो सकती है। हालांकि, सटीक कारणों का पता जांच पूरी होने के बाद ही चलेगा। यह हादसा गुजरात में बुनियादी ढांचे की गुणवत्ता और रखरखाव पर गंभीर सवाल उठाता है।

पिछले कुछ वर्षों में गुजरात में कई पुल ढहने की घटनाएं सामने आई हैं, जैसे कि 2022 में मोरबी का केबल ब्रिज हादसा, जिसमें 134 लोगों की जान गई थी। गंभीरा पुल हादसे ने एक बार फिर प्रशासन और ठेकेदारों की जवाबदेही पर सवाल खड़े किए हैं। लोगों का कहना है कि जब तक निर्माण कार्यों में गुणवत्ता और निगरानी पर ध्यान नहीं दिया जाएगा, तब तक इस तरह के हादसे होते रहेंगे।

राणा अंशुमान सिंह यूनिफाइड भारत के एक उत्साही पत्रकार हैं, जो निष्पक्ष और प्रभावी ख़बरों के सन्दर्भ में जाने जाना पसंद करते हैं। वह सामाजिक मुद्दों, धार्मिक पर्यटन, पर्यावरण, महिलाओं के अधिकारों और राजनीति पर गहन शोध करना पसंद करते हैं। पत्रकारिता के साथ-साथ हिंदी-उर्दू में कविताएँ और ग़ज़लें लिखने के शौकीन राणा भारतीय संस्कृति और सामाजिक बदलाव के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।