18 नवंबर को है सपा सांसद प्रिया सरोज से शादी
प्रमुख बिंदु-
लखनऊ, 26 जून 2025: भारतीय क्रिकेट टीम के सनसनीखेज बल्लेबाज रिंकू सिंह (Rinku Singh) अब क्रिकेट के मैदान के सरकारी क्षेत्र में भी अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाने जा रहे हैं। उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ की सरकार ने उन्हें अंतरराष्ट्रीय पदक विजेता सीधी भर्ती नियमावली-2022 के तहत जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी (BSA) के पद पर नियुक्त करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। यह नियुक्ति न केवल रिंकू के लिए एक नई शुरुआत है, बल्कि उन सभी युवाओं के लिए प्रेरणा है जो मेहनत और प्रतिभा के दम पर अपने सपनों को साकार करना चाहते हैं। आइए, इस खबर को विस्तार से समझते हैं।
रिंकू सिंह: क्रिकेट से अब तक का सफर
रिंकू सिंह का जन्म 12 अक्टूबर 1997 को अलीगढ़ के एक साधारण परिवार में हुआ। उनके पिता खानचंद्र गैस सिलेंडर वितरण का काम करते थे और रिंकू ने भी बचपन में इस काम में हाथ बटाया। क्रिकेट के प्रति उनके जुनून ने उन्हें डीपीएस स्कूल के मैदान पर आयोजित इंटरनेशनल स्कूली विश्वकप में ‘मैन ऑफ द सीरीज’ का खिताब दिलाया। इसके बाद, उन्होंने कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) के लिए IPL 2023 में शानदार प्रदर्शन कर देशभर में सुर्खियां बटोरीं।
रिंकू ने भारत के लिए T20 और एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैचों में भी शानदार प्रदर्शन किया। IPL 2025 के मेगा ऑक्शन में KKR ने उन्हें 13 करोड़ रुपये में खरीदा, जो उनकी लोकप्रियता का सबूत है। अब, योगी सरकार की इस पहल ने उन्हें शिक्षा क्षेत्र में एक नया दायित्व सौंपा है।

क्या है अंतरराष्ट्रीय पदक विजेता सीधी भर्ती नियमावली-2022?
उत्तर प्रदेश सरकार की अंतरराष्ट्रीय पदक विजेता सीधी भर्ती नियमावली-2022 उन खिलाड़ियों को सम्मानित करने के लिए बनाई गई है, जिन्होंने वैश्विक मंच पर देश का नाम रोशन किया। इस नीति के तहत, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उल्लेखनीय प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को सरकारी सेवाओं में सीधे नियुक्ति का अवसर मिलता है।
रिंकू सिंह, जिन्होंने क्रिकेट के मैदान पर भारत का गौरव बढ़ाया, इस नीति के तहत BSA के पद पर नियुक्त होने जा रहे हैं। बेसिक शिक्षा निदेशालय ने इस संबंध में पत्र जारी कर प्रक्रिया शुरू कर दी है। यह नियुक्ति न केवल रिंकू की प्रतिभा का सम्मान है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि योगी सरकार खेल और शिक्षा दोनों क्षेत्रों को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है।

BSA के रूप में रिंकू की जिम्मेदारियां
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी (BSA) का पद प्राथमिक शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण होता है। BSA सरकारी स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता सुनिश्चित करने, शिक्षकों की भर्ती और प्रशिक्षण, स्कूलों का निरीक्षण और छात्रों के लिए बेहतर शैक्षिक माहौल तैयार करने का दायित्व निभाता है। रिंकू सिंह, जो अपनी मेहनत और अनुशासन के लिए जाने जाते हैं, इस भूमिका में नई ऊर्जा ला सकते हैं। उनकी लोकप्रियता और प्रेरणादायक कहानी युवा पीढ़ी को शिक्षा के महत्व को समझाने में मदद करेगी। विशेषज्ञों का मानना है कि रिंकू का यह कदम खेल और शिक्षा के बीच एक सेतु बनाएगा, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ेगी।

हाल ही में सपा सांसद प्रिया सरोज से हुई सगाई
हाल ही में रिंकू सिंह की सगाई समाजवादी पार्टी की सांसद प्रिया सरोज के साथ हुई, जिसने उन्हें और चर्चा में ला दिया। उनकी शादी 18 नवंबर 2025 को वाराणसी में प्रस्तावित थी, लेकिन घरेलू क्रिकेट में व्यस्तता के कारण इसे टाल दिया गया। रिंकू इस समय घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं और शिक्षा विभाग में उनकी यह नई जिम्मेदारी उनके करियर को नई दिशा देगी। उनकी नियुक्ति न केवल उनके प्रशंसकों के लिए खुशी की बात है, बल्कि यह भी दिखाती है कि मेहनत और प्रतिभा के दम पर कोई भी व्यक्ति समाज में सकारात्मक बदलाव ला सकता है।

रिंकू सिंह की BSA के रूप में नियुक्ति योगी सरकार की उस सोच को दर्शाती है, जो खेल और शिक्षा को समान महत्व देती है। यह कदम न केवल रिंकू के लिए एक नई शुरुआत है, बल्कि उन सभी खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा है जो अपने सपनों को पूरा करना चाहते हैं। रिंकू की कहानी हमें सिखाती है कि मेहनत, लगन और सही अवसर मिलने पर कोई भी असंभव को संभव बना सकता है।

राणा अंशुमान सिंह यूनिफाइड भारत के एक उत्साही पत्रकार हैं, जो निष्पक्ष और प्रभावी ख़बरों के सन्दर्भ में जाने जाना पसंद करते हैं। वह सामाजिक मुद्दों, धार्मिक पर्यटन, पर्यावरण, महिलाओं के अधिकारों और राजनीति पर गहन शोध करना पसंद करते हैं। पत्रकारिता के साथ-साथ हिंदी-उर्दू में कविताएँ और ग़ज़लें लिखने के शौकीन राणा भारतीय संस्कृति और सामाजिक बदलाव के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।