कलिगंज में TMC की विजय रैली में बम विस्फोट
प्रमुख बिंदु-
कोलकाता, 23 जून 2025: पश्चिम बंगाल के नदिया जिले के कलिगंज (Kaliganj) में तृणमूल कांग्रेस (TMC) की विधानसभा उपचुनाव में जीत के जश्न के दौरान एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। सोमवार, 23 जून 2025 को, एक 13 वर्षीय स्कूली छात्रा की कथित तौर पर एक क्रूड बम हमले में मौत हो गई। यह बम TMC की विजय रैली के दौरान फेंका गया था। पीड़िता की मां ने आरोप लगाया है कि हमलावर TMC के समर्थक थे, जिन्होंने उनके परिवार को निशाना बनाया क्योंकि वे भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) यानी CPM का समर्थन करते हैं। इस घटना ने पूरे राज्य में सियासी तूफान खड़ा कर दिया है।
घटना का विवरण
पुलिस के अनुसार, यह दुखद घटना कलिगंज पुलिस स्टेशन क्षेत्र के बारोचंदगार गांव में हुई, जो कांग्रेस-CPM का गढ़ माना जाता है। मृतक छात्रा, तमन्ना खातून, अपने घर की बरामदे पर थी, जब उसके गले में चोट लगने की वजह से वह गंभीर रूप से घायल हो गई। उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उसने दम तोड़ दिया। पुलिस ने बताया कि प्रारंभिक जांच में यह एक क्रूड बम विस्फोट प्रतीत होता है, हालांकि घटनास्थल से कोई छर्रे नहीं मिले।
पुलिस ने एक व्यक्ति को हिरासत में लिया है और जांच जारी है। नदिया जिले के पुलिस अधीक्षक, के. अमरनाथ, ने कहा, “शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है, और हम सभी संभावित कोणों से जांच कर रहे हैं।” पश्चिम बंगाल पुलिस ने सोशल मीडिया पर बयान जारी कर कहा, “हम इस अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण मौत के दोषियों को पकड़ने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। छापेमारी पूरी तेजी से चल रही है।”

परिवार का आरोप
तमन्ना की मां ने TMC पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा, “सुबह से ही बम फेंके जा रहे थे। यह सब TMC के लोगों ने किया। हमारा परिवार CPM का समर्थक है, और हम सभी CPM को वोट देते हैं।” उनका दावा है कि उनकी राजनीतिक निष्ठा के कारण उनके घर को निशाना बनाया गया। यह आरोप इस क्षेत्र में लंबे समय से चली आ रही TMC और CPM के बीच की सियासी दुश्मनी को और हवा देता है।
सियासी बयानबाजी
इस घटना ने राजनीतिक दलों के बीच तीखी बयानबाजी को जन्म दिया है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने घटना पर गहरा दुख जताया और ट्वीट किया, “मैं बारोचंदगार में विस्फोट में एक युवा लड़की की मौत से स्तब्ध और दुखी हूं। मेरी संवेदनाएं परिवार के साथ हैं। पुलिस दोषियों के खिलाफ सख्त और त्वरित कानूनी कार्रवाई करेगी।”
वहीं, CPM के राज्य सचिव मोहम्मद सलीम ने TMC के “बदला नहीं, बदलाव चाहिए” नारे पर सवाल उठाते हुए जवाबदेही की मांग की। उन्होंने कहा, “TMC की जीत का जश्न आतंकवादी हमले जैसा क्यों दिखता है?”

BJP के प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने भी TMC पर निशाना साधा। उन्होंने X पर पोस्ट किया, “हां, बम। भाषण नहीं, मिठाई नहीं – उपचुनाव में ‘जीत’ के नाम पर बम फेंके गए! कालीगंज में मतगणना खत्म होने से पहले ही एक नाबालिग लड़की को बम से उड़ा दिया गया।”

जांच और प्रतिक्रियाएं
चुनाव आयोग ने इस घटना पर रिपोर्ट मांगी है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि यह एक क्रूड बम विस्फोट प्रतीत होता है, लेकिन सभी पहलुओं की जांच की जा रही है। TMC नेता कुणाल घोष ने कहा, “हमने कलिगंज उपचुनाव में जीत हासिल की, लेकिन यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना हुई।” उन्होंने BJP की सांप्रदायिक राजनीति को भी निशाना बनाया।
कलिगंज की इस त्रासदी ने पश्चिम बंगाल की राजनीति में हिंसा के मुद्दे को फिर से चर्चा में ला दिया है। तमन्ना खातून की मौत ने न केवल एक परिवार को तोड़ा, बल्कि यह भी सवाल उठाया कि क्या राजनीतिक जीत का जश्न मासूमों की जान ले सकता है। इस घटना की निष्पक्ष जांच और दोषियों को सजा दिलाने की मांग तेज हो रही है।

राणा अंशुमान सिंह यूनिफाइड भारत के एक उत्साही पत्रकार हैं, जो निष्पक्ष और प्रभावी ख़बरों के सन्दर्भ में जाने जाना पसंद करते हैं। वह सामाजिक मुद्दों, धार्मिक पर्यटन, पर्यावरण, महिलाओं के अधिकारों और राजनीति पर गहन शोध करना पसंद करते हैं। पत्रकारिता के साथ-साथ हिंदी-उर्दू में कविताएँ और ग़ज़लें लिखने के शौकीन राणा भारतीय संस्कृति और सामाजिक बदलाव के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।