बेंजामिन नेतन्याहू के बयान से मचा भूचाल— ‘खामेनेई की हत्या से खत्म हो सकता है युद्ध’, तनाव के बीच सीजफायर की कोई संभावना नहीं”
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ग्लोबल डेस्क, यूनिफाइड भारत (Israel-Iran War) : इजरायल और ईरान के बीच चल रहा तनावपूर्ण युद्ध अब और गंभीर मोड़ पर पहुंच गया है। अभी तक सीजफायर की कोई बातचीत शुरू नहीं हुई है। इस बीच, इजरायली प्रधानमंत्री Benjamin Netanyahu ने एक विवादास्पद बयान दिया है, जिसमें उन्होंने कहा कि ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई की हत्या इस युद्ध को समाप्त कर सकती है।
16 जून 2025 को अमेरिकी न्यूज चैनल ABC को दिए इंटरव्यू में नेतन्याहू ने खामेनेई को निशाना बनाने की संभावना से इनकार नहीं किया और कहा कि हम वही कर रहे हैं जो हमें करना चाहिए। इस बयान ने वैश्विक चिंता बढ़ा दी है, क्योंकि इससे मध्य पूर्व में बड़े युद्ध की आशंका बढ़ गई है, जिसमें अमेरिका, रूस और कई अन्य देश शामिल हो सकते हैं।

नेतन्याहू का विवादास्पद रुख
नेतन्याहू का यह बयान तब आया है, जब इजरायल ने 13 जून 2025 से ईरान के खिलाफ सैन्य अभियान तेज कर दिया है। इस अभियान में ईरान के परमाणु ठिकानों और सैन्य लक्ष्यों को निशाना बनाया गया है। नेतन्याहू ने दावा किया कि खामेनेई को खत्म करना युद्ध को और भड़काएगा नहीं, बल्कि इसे खत्म कर देगा। उन्होंने कहा कि यह संघर्ष को बढ़ाएगा नहीं, बल्कि खत्म कर देगा। नेतन्याहू ने खामेनेई को ईरान की आक्रामक नीतियों और क्षेत्रीय अस्थिरता का मूल कारण बताया। उन्होंने ईरान के परमाणु कार्यक्रम की तुलना “हिटलर की परमाणु टीम” से की और पहले ईरानी परमाणु वैज्ञानिकों को निशाना बनाने की बात स्वीकारी।
नेतन्याहू ने ईरान की परमाणु वार्ता की पेशकश को “धोखा” करार दिया। उन्होंने कहा कि वे ‘इजरायल की मौत, अमेरिका की मौत’ के नारे लगाते हैं। नेतन्याहू ने ईरान को इजरायल, उसके अरब पड़ोसियों, यूरोप और अमेरिका के लिए साझा खतरा बताया। उन्होंने पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की “अमेरिका फर्स्ट” नीति का जिक्र करते हुए कहा कि हम सिर्फ अपने दुश्मन से नहीं, बल्कि आपके दुश्मन से भी लड़ रहे हैं।

ट्रंप का वीटो और अमेरिका का रुख
नेतन्याहू के बयान से पहले खबर आई थी कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इजरायल की उस योजना को वीटो कर दिया था, जिसमें खामेनेई की हत्या की साजिश थी। रॉयटर्स के अनुसार, एक वरिष्ठ अमेरिकी अधिकारी ने कहा कि ईरान ने अभी तक किसी अमेरिकी को निशाना नहीं बनाया है, इसलिए अमेरिका ईरान के राजनीतिक नेतृत्व को निशाना बनाने पर विचार नहीं करेगा। हालांकि, नेतन्याहू ने ऐसी किसी योजना के अस्तित्व से इनकार किया और इसे “ऐसी बातचीत की अफवाह” बताया, जो कभी हुई ही नहीं। कनाडा में जी7 शिखर सम्मेलन के दौरान ट्रंप ने कहा कि सीजफायर की “अच्छी संभावना” है, लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि “कभी-कभी उन्हें लड़ना पड़ता है।”

इजरायल की आक्रामक सैन्य कार्रवाइयां
इजरायल ने हाल ही में ईरान के कई महत्वपूर्ण ठिकानों पर हमले किए हैं, जिनमें नतांज परमाणु सुविधा, इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स की कुद्स फोर्स का मुख्यालय और ईरान का सरकारी प्रसारक IRIB शामिल है। 16 जून 2025 को IRIB के लाइव प्रसारण के दौरान मिसाइल हमले के कारण एंकर को स्टूडियो छोड़कर भागना पड़ा। इजरायल ने दावा किया कि यह हमला ईरान के “प्रचार” को रोकने के लिए था। इजरायली रक्षा मंत्री योआव गैलेंट ने कहा कि ये हमले ईरान के दुष्प्रचार को खत्म करने के लिए हैं, जबकि पूर्व मंत्री बेनी गैंट्ज ने स्पष्ट किया कि यह युद्ध ईरानी जनता के खिलाफ नहीं, बल्कि कट्टर शासन के खिलाफ है।
ईरान ने जवाबी कार्रवाई में बैलिस्टिक मिसाइलों से हमले किए, जिनमें कम से कम 24 इजरायलियों की मौत हो गई और तेल अवीव व हाइफा में भारी नुकसान हुआ। ईरान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि इजरायली हमलों में 224 लोग मारे गए, जिनमें IRGC के खुफिया प्रमुख जनरल मोहम्मद काजमी और उनके डिप्टी शामिल हैं। ईरान के विदेश मंत्रालय ने हमलों की निंदा की, और खामेनेई ने इजरायल के लिए “कड़वा और दर्दनाक परिणाम” की चेतावनी दी।
इजरायल और ईरान के बीच चल रहा तनावपूर्ण संघर्ष, इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के विवादास्पद बयान के बाद और गंभीर हो गया है, जिसमें उन्होंने ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई की हत्या को युद्ध समाप्त करने का रास्ता बताया।

बृहस्पति राज पांडेय यूनिफाइड भारत के एक विचारशील पत्रकार और लेखक हैं, जो खेल, शिक्षा और सामाजिक मुद्दों पर निष्पक्ष व प्रभावशाली लेखन के लिए जाने जाते हैं। सामाजिक और राजनीतिक विषयों पर उनकी गहरी पकड़ है। वह नीति-निर्माण, युवा उत्थान और खेल जगत पर विशेष ध्यान देते हैं। युवाओं की आवाज़ को मंच देने और सामाजिक बदलाव के लिए बृहस्पति सतत समर्पित हैं।