अहमदाबाद विमान हादसे में एकमात्र जीवित बचे यात्री की आपबीती
प्रमुख बिंदु-
अहमदाबाद, 13 जून 2025: गुरुवार, 12 जून 2025 को अहमदाबाद (Ahmedabad) के सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से लंदन जाने वाली एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171, एक बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर, ने दोपहर 1:38 बजे उड़ान भरी। लेकिन उड़ान भरने के महज 30 सेकंड बाद ही एक तेज धमाके के साथ विमान बीजे मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल से टकराकर दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
इस भीषण हादसे में 242 यात्रियों और चालक दल के सदस्यों सहित कुल 265 लोगों की मौत हो गई। लेकिन इस त्रासदी में एक चमत्कार हुआ – 40 वर्षीय विश्वास कुमार रमेश, जो सीट नंबर 11A पर बैठे थे, इस हादसे से जिंदा बच निकले। विश्वास ने अपनी आपबीती साझा करते हुए बताया कि वह विमान से कूदे नहीं, बल्कि अपनी सीट समेत बाहर आ गए थे।

विश्वास की कहानी: हादसे से चमत्कारी बचाव
विश्वास कुमार रमेश, भारतीय मूल के ब्रिटिश नागरिक, अपने बड़े भाई अजय कुमार रमेश (45) के साथ भारत में अपने रिश्तेदारों से मिलने आए थे। दोनों लंदन लौट रहे थे, लेकिन हादसे ने उनकी जिंदगी को हमेशा के लिए बदल दिया। विश्वास ने बताया, “टेकऑफ के 30 सेकंड बाद एक तेज आवाज हुई, और फिर सबकुछ बहुत जल्दी हो गया। जब मुझे होश आया, तो मेरे चारों तरफ लाशें और विमान के टुकड़े बिखरे थे। मैं डर गया था। मुझे नहीं पता मैं कैसे बचा। किसी ने मुझे पकड़कर एम्बुलेंस में डाला और अस्पताल ले जाया गया।”
विश्वास ने बताया, “मुझे लगा मैं भी मर गया, लेकिन जब आंख खुली तो मैं जिंदा था। थोड़ी सी जगह मिली, और मैं बाहर निकल गया।” हादसे के तुरंत बाद विश्वास ने अपने पिता को वीडियो कॉल कर बताया कि विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया है, और वह बच गए हैं, लेकिन उनके भाई का कोई पता नहीं है। बाद में गुजरात पुलिस ने पुष्टि की कि विश्वास को छोड़कर सभी यात्रियों की मौत हो चुकी थी।

प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात: ‘मैं गमगीन हूँ’
शुक्रवार, 13 जून 2025 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह ने अहमदाबाद के सिविल अस्पताल में विश्वास से मुलाकात की। इस दौरान विश्वास ने पीएम मोदी को बताया, “मैं कूदा नहीं था, बल्कि अपनी सीट समेत बाहर आ गया था।” अपने भाई को खोने के दर्द से गमगीन विश्वास ने कहा, “वह मेरे साथ यात्रा कर रहे थे, लेकिन अब वह मुझे नहीं मिल रहे।” पीएम मोदी ने विश्वास का हौसला बढ़ाया और अस्पताल में उनके इलाज की स्थिति का जायजा लिया। डॉक्टरों के अनुसार, विश्वास की छाती, आंख और पैर पर चोटें हैं, लेकिन वह अब खतरे से बाहर हैं और सामान्य बातचीत कर रहे हैं।

सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो
हादसे के कुछ घंटों बाद सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें खून से लथपथ विश्वास को एम्बुलेंस की ओर जाते देखा गया। इस वीडियो ने उनकी हिम्मत और चमत्कारी बचाव की कहानी को और सुर्खियों में ला दिया। लोग इसे ‘मिरेकल’ कह रहे हैं, लेकिन विश्वास का दर्द उनकी आंखों में साफ दिखता है। अपने भाई को खोने का गम उनके चमत्कारी बचाव की खुशी पर भारी पड़ रहा है।
Meet Viswashkumar Ramesh, a British-Indian who is the sole survivor of the AI 171 plane crash in India. He saved himself by jumping out of the emergency exit. Now that is something worth bragging about. pic.twitter.com/qPJpyO6kzk
— Baghdad Bob (@Maximus_Nerd) June 12, 2025
हादसे की जांच और सरकार का रुख
एयर इंडिया और नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने हादसे की जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक रिपोर्ट्स के अनुसार, तकनीकी खराबी या इंजन फेलियर के कारण विमान अनियंत्रित होकर क्रैश हो गया। सरकार ने मृतकों के परिजनों के लिए मुआवजे की घोषणा की है और हादसे के कारणों का पता लगाने के लिए विशेषज्ञों की एक टीम गठित की गई है।
विश्वास की हिम्मत और दर्द
विश्वास कुमार रमेश की कहानी न केवल चमत्कार की है, बल्कि यह एक गहरे निजी नुकसान की भी कहानी है। 20 साल से लंदन में रह रहे विश्वास की पत्नी और बच्चे अब उनके ठीक होने की प्रार्थना कर रहे हैं। उनकी हिम्मत और जीवटता की चर्चा हर तरफ है, लेकिन उनके भाई की मौत ने उनके दिल में एक गहरा घाव छोड़ दिया है। इस त्रासदी ने न केवल उनके परिवार को, बल्कि पूरे देश को झकझोर दिया है।
राणा अंशुमान सिंह यूनिफाइड भारत के एक उत्साही पत्रकार हैं, जो निष्पक्ष और प्रभावी ख़बरों के सन्दर्भ में जाने जाना पसंद करते हैं। वह सामाजिक मुद्दों, धार्मिक पर्यटन, पर्यावरण, महिलाओं के अधिकारों और राजनीति पर गहन शोध करना पसंद करते हैं। पत्रकारिता के साथ-साथ हिंदी-उर्दू में कविताएँ और ग़ज़लें लिखने के शौकीन राणा भारतीय संस्कृति और सामाजिक बदलाव के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।