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नई दिल्ली: इंदौर के नवविवाहित जोड़े राजा रघुवंशी (Raja Raghuwanshi) और सोनम रघुवंशी (Sonam Raghuwanshi) की कहानी, जो एक सपनों भरे हनीमून से शुरू हुई थी, एक खौफनाक हत्याकांड में बदल गई। 11 मई 2025 को शादी के बंधन में बंधे इस जोड़े ने 20 मई को मेघालय के शिलॉन्ग में हनीमून के लिए कदम रखा था। लेकिन 23 मई की रात, एक सुनियोजित साजिश ने राजा की जिंदगी छीन ली और पूरे देश को हिलाकर रख दिया।
सोनम रघुवंशी, जो पहले पीड़िता मानी जा रही थी, अब इस हत्याकांड की मुख्य साजिशकर्ता के रूप में सामने आई है। मेघालय पुलिस ने सोनम को उत्तर प्रदेश के गाजीपुर से गिरफ्तार किया, और इस मामले में चार अन्य आरोपियों को भी हिरासत में लिया गया है। इस सनसनीखेज मामले में हर दिन नए खुलासे हो रहे हैं, जो इसे किसी थ्रिलर फिल्म से कम नहीं बनाते।
शादी से साजिश तक: हनीमून की आड़ में रची गई हत्या
11 मई को इंदौर में राजा और सोनम की शादी धूमधाम से हुई थी। दोनों परिवारों में खुशी का माहौल था, और किसी को अंदाजा नहीं था कि यह खुशी महज 12 दिनों में मातम में बदल जाएगी। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, सोनम ने शादी के तुरंत बाद अपने प्रेमी राज कुशवाहा के साथ मिलकर राजा की हत्या की साजिश रची। मेघालय पुलिस के डीजीपी आई नोंगरंग ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि सोनम ने हनीमून की पूरी योजना बनाई थी, जिसमें टिकट बुकिंग से लेकर होटल तक का इंतजाम शामिल था। लेकिन इस योजना का असली मकसद राजा को रास्ते से हटाना था।

सोनम का राज कुशवाहा के साथ प्रेम प्रसंग शादी से पहले से चल रहा था। राज, जो सोनम से पांच साल छोटा है और उसके पिता की प्लाईवुड फैक्ट्री में मैनेजर के तौर पर काम करता था, इस साजिश का मास्टरमाइंड बताया जा रहा है। दोनों ने मिलकर तीन कॉन्ट्रैक्ट किलर्स—विशाल चौहान, आकाश राजपूत, और आनंद कुर्मी—को हायर किया, जिन्हें हत्या के लिए 20 लाख रुपये देने का वादा किया गया।
हत्याकांड का खौफनाक मंजर
23 मई को सोनम ने राजा को फोटो शूट के बहाने शिलॉन्ग के पास कोरसा के सुनसान पहाड़ी इलाके में ले गई। पुलिस के अनुसार, सोनम लगातार अपनी लोकेशन कॉन्ट्रैक्ट किलर्स के साथ साझा कर रही थी। उसने सुनिश्चित किया कि हत्यारे राजा तक पहुंच सकें। तीनों हत्यारे—विशाल, आकाश, और आनंद—सोनम और राजा के होम स्टे से एक किलोमीटर दूर एक होटल में ठहरे थे, ताकि किसी को शक न हो।
जब राजा और सोनम पहाड़ी पर चढ़ रहे थे, सोनम ने थकने का नाटक किया और पीछे रह गई। इस बीच, हत्यारों ने राजा पर हमला करने की कोशिश की, लेकिन पहले वे हिचकिचाए। सोनम ने चिल्लाकर कहा, “मार दो इसे,” और इसके बाद विशाल चौहान ने राजा के सिर पर पीछे से वार किया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार, राजा के सिर पर दो गहरे घाव थे—एक पीछे और एक आगे। राजा ने हत्यारों का डटकर मुकाबला किया, लेकिन वह बुरी तरह घायल हो चुके थे। खाई में धक्का देने से पहले उनकी सांसें चल रही थीं, और सोनम ने भी उनके शव को खाई में फेंकने में मदद की।

हथियार की ऑनलाइन खरीदारी और साजिश का पर्दाफाश
पुलिस जांच में पता चला कि हत्या में इस्तेमाल हुआ हथियार ‘डाव’ (एक छोटी कुल्हाड़ी) था, जिसे गुवाहाटी से ऑनलाइन खरीदा गया था। यह हथियार नया था, जिससे साफ होता है कि इसे विशेष रूप से हत्या के लिए मंगवाया गया था। हत्या के बाद, सोनम और हत्यारे शिलॉन्ग से गुवाहाटी और फिर वहां से अलग-अलग रास्तों से फरार हो गए। सोनम 8 जून की रात गाजीपुर के एक ढाबे पर बदहवास हालत में मिली, जहां उसने पुलिस के सामने सरेंडर किया। हालांकि, राजा के भाई विपिन का दावा है कि सोनम ने सरेंडर नहीं किया, बल्कि परिवार की सूचना पर पुलिस ने उसे पकड़ा।

परिवारों का दर्द और CBI जांच की मांग
इस हत्याकांड ने दोनों परिवारों को गहरे सदमे में डाल दिया है। राजा की मां उमा रघुवंशी ने सोनम को कड़ी सजा की मांग की है, जबकि सोनम के पिता देवी सिंह ने दावा किया कि उनकी बेटी को फंसाया जा रहा है। राजा के परिवार ने शिलॉन्ग पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए CBI जांच की मांग की है। सोनम ने पूछताछ में अपहरण की कहानी सुनाई, लेकिन पुलिस का कहना है कि तकनीकी सबूत, जैसे कॉल रिकॉर्ड और सीसीटीवी फुटेज, उसकी संलिप्तता की पुष्टि करते हैं।

सोशल मीडिया पर वायरल चैट और सवालों का घेरा
सोशल मीडिया पर सोनम और राज कुशवाहा के बीच कथित चैट वायरल हो रही हैं, जिनमें हत्या की साजिश से जुड़े संदेश होने का दावा किया जा रहा है। हालांकि, पुलिस ने अभी तक इन चैट्स की प्रामाणिकता की पुष्टि नहीं की है। इस बीच, यह सवाल उठ रहा है कि क्या सोनम वाकई साजिश की मास्टरमाइंड थी, या वह भी किसी बड़ी साजिश का शिकार हुई?
मेघालय पुलिस ने सोनम को 72 घंटे की ट्रांजिट रिमांड पर लिया है और उसे शिलॉन्ग ले जाया गया है, जहां हत्या के दृश्य को रीक्रिएट करने की योजना है। पुलिस का कहना है कि इस मामले में और भी गिरफ्तारियां हो सकती हैं, क्योंकि साजिश में अन्य लोगों की संलिप्तता की आशंका है। यह हत्याकांड न केवल एक प्रेम त्रिकोण की दुखद कहानी है, बल्कि यह भी दिखाता है कि कैसे एक सुनियोजित साजिश ने एक परिवार की खुशियों को छीन लिया।
राणा अंशुमान सिंह यूनिफाइड भारत के एक उत्साही पत्रकार हैं, जो निष्पक्ष और प्रभावी ख़बरों के सन्दर्भ में जाने जाना पसंद करते हैं। वह सामाजिक मुद्दों, धार्मिक पर्यटन, पर्यावरण, महिलाओं के अधिकारों और राजनीति पर गहन शोध करना पसंद करते हैं। पत्रकारिता के साथ-साथ हिंदी-उर्दू में कविताएँ और ग़ज़लें लिखने के शौकीन राणा भारतीय संस्कृति और सामाजिक बदलाव के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।